मतदाता सूची के विशेष गहन पुनरीक्षण के खिलाफ महागठबंधन द्वारा बुलाए गए बिहार बंद का असर मुजफ्फरपुर में भी दिखने लगा है।
मतदाता सूची के विशेष गहन पुनरीक्षण के खिलाफ महागठबंधन द्वारा बुलाए गए बिहार बंद का असर मुजफ्फरपुर में भी दिखने लगा है। जिले के अहियापुर थाना क्षेत्र स्थित ज़ीरो माइल गोलंबर को महागठबंधन के नेताओं और कार्यकर्ताओं ने पूरी तरह बंद कर दिया है।
सुबह से ही महागठबंधन से जुड़े राजद, कांग्रेस, भाकपा-माले और वाम दलों के सैकड़ों कार्यकर्ता सड़कों पर उतर आए और सरकार विरोधी नारेबाज़ी करते हुए चक्का जाम कर दिया। प्रदर्शनकारियों का कहना है कि केंद्र सरकार की ओर से चलाया जा रहा मतदाता पुनरीक्षण अभियान गरीब, दलित, पिछड़ा और अल्पसंख्यक वर्ग के लोगों को वोट देने के अधिकार से वंचित करने की साजिश है।
प्रदर्शन कर रहे एक कार्यकर्ता ने कहा कि हमारा नाम वोटर लिस्ट से काटा जा रहा है। यह पुनरीक्षण नहीं, बल्कि वोटबंदी है। हम इस तानाशाही के खिलाफ सड़कों पर हैं और जब तक यह आदेश वापस नहीं लिया जाता, तब तक हमारा संघर्ष जारी रहेगा।
ज़ीरो माइल गोलंबर, जो कि शहर का प्रमुख यातायात बिंदु है, वहां बंद के चलते वाहनों की लंबी कतारें लग गई हैं और आम जनजीवन प्रभावित हुआ है।प्रशासन ने शांति व्यवस्था बनाए रखने के लिए पुलिस बल की तैनाती की है, लेकिन प्रदर्शनकारियों का जोश कायम है।
बंद के चलते शहर में आंशिक व्यापारिक प्रतिष्ठान भी बंद नजर आए, वहीं लोगों ने आवागमन में भी सावधानी बरती। महागठबंधन के नेताओं ने कहा है कि यह आंदोलन लोकतांत्रिक अधिकारों की रक्षा के लिए है, और यदि सरकार ने पुनरीक्षण कार्य पर रोक नहीं लगाई, तो आंदोलन और भी व्यापक और उग्र रूप लेगा।
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