
कोटा। राजस्थान के कोटा (ग्रामीण) जिले के दीगोद उपखंड क्षेत्र में रविवार तड़के एक सड़क हादसे में चार लोगों की मौत हो गई। जबकि हादसे में एक ही परिवार के 10 सदस्य घायल हो गए। इनमें से सात की स्थिति गंभीर है। मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा ने दुर्घटना पर गहरा शोक व्यक्त करते हुए घायलों के समुचित उपचार के निर्देश दिए हैं। कोटा ग्रामीण के पुलिस अधीक्षक सुजीत शंकर ने बताया कि करौली जिले के सीताबाड़ी निवासी एक ज्वेलर परिवार शनिवार को इंदौर (मध्य प्रदेश) गया था, जहां परिवार के इंजीनियर बेटे रानू की सगाई और गोदभराई का कार्यक्रम था। समारोह के बाद शनिवार रात करीब 9 बजे परिवार के 14 सदस्य मिनी बस (ट्रैवलर) से करौली लौट रहे थे। रविवार सुबह करीब 5 बजे दिल्ली-मुंबई एक्सप्रेसवे पर चंबल पुल के निकट बुढ़ादीत गांव के पास उनकी बस आगे चल रहे ट्रक में जा घुसी। दुर्घटना में अनिल सोनी (48), ब्रजेश सोनी (45), सुरेश सोनी (45) और गीता सोनी (63) की मौत हो गई। अनिल और ब्रजेश सगे भाई थे, जबकि गीता उनकी मां थीं। सुरेश, गीता के दामाद और पेशे से सरकारी शिक्षक थे, जिनकी तैनाती भरतपुर में थी। तीन लोगों की मौके पर ही मौत हो गई, जबकि एक ने कोटा के एमबीएस अस्पताल में इलाज के दौरान दम तोड़ दिया।
दुर्घटना की सूचना मिलते ही बुढ़ादीत पुलिस घटनास्थल पर पहुंची और घायलों को त्वरित रूप से अस्पताल भिजवाया। मृतक अनिल के भतीजे संजय ने बताया कि परिवार के सात सदस्य गंभीर रूप से घायल हैं। इनमें चार को निजी अस्पताल में भर्ती कराया गया है, जबकि तीन का इलाज एमबीएस अस्पताल में चल रहा है। तीन अन्य घायलों को प्राथमिक उपचार के बाद छुट्टी दे दी गई है। मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा ने दुर्घटना पर गहरा शोक व्यक्त करते हुए कहा, “दिल्ली-मुंबई एक्सप्रेसवे पर हुई इस सड़क दुर्घटना में जनहानि अत्यंत दुखद है। जिला प्रशासन को निर्देशित किया गया है कि घायलों के इलाज में कोई कमी न रहे। ईश्वर से प्रार्थना है कि दिवंगत आत्माओं को शांति एवं घायलों को शीघ्र स्वास्थ्य लाभ प्राप्त हो। ॐ शांति।”
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