राजस्थान की राजधानी जयपुर में नीट-यूजी 2025 परीक्षा के दौरान बड़ा फर्जीवाड़ा सामने आया है। करणी विहार थाना पुलिस ने डमी अभ्यर्थी गिरोह का भंडाफोड़ कर छह लोगों को गिरफ्तार किया है। इनमें गिरोह का सरगना, दो मेडिकल छात्र और दो असली अभ्यर्थी शामिल हैं। पुलिस ने गिरोह के पास से फर्जी दस्तावेज, मोबाइल, ब्लूटूथ डिवाइस, सिम कार्ड, नकदी और एक स्कॉर्पियो कार जब्त की है।
डीसीपी (पश्चिम) अमित कुमार के अनुसार रविवार को नीट परीक्षा के दौरान करणी विहार के जगदंबा नगर इलाके में एक फ्लैट में कुछ संदिग्ध गतिविधियां होने की सूचना मिली थी। छापेमारी के दौरान अजीत कुमार बराला (26), सोहन लाल चौधरी (26) और जितेंद्र शर्मा (24) को मौके से गिरफ्तार किया गया। पूछताछ में पता चला कि ये आरोपी असली अभ्यर्थियों की जगह डमी अभ्यर्थियों को परीक्षा में बैठाने की योजना बना रहे थे।
गलत फैसला
गिरफ्तार आरोपियों में अजीत और सोहन नेशनल इंस्टीट्यूट ऑफ आयुर्वेदिक (एनआईए) में पीजी छात्र हैं, जबकि जितेंद्र कर्नाटक के कॉपर इंस्टीट्यूट ऑफ मेडिकल साइंस में एमबीबीएस प्रथम वर्ष का छात्र है। इस गिरोह ने हाईटेक तरीके से धोखाधड़ी करने के लिए एआई टूल्स की मदद ली थी। आरोपियों ने असली अभ्यर्थियों की फोटो से मिलते-जुलते डमी अभ्यर्थियों के फोटो बनाए और फॉर्म भरते समय उनका इस्तेमाल किया। पुलिस के मुताबिक, रोहित गोरा और संजय चौधरी की जगह डमी अभ्यर्थी के तौर पर जितेंद्र शर्मा को परीक्षा में बैठाया जाना था।
बाद में इन दोनों असली अभ्यर्थियों को भी गिरफ्तार कर लिया गया। आरोपियों ने इस काम के लिए 50 हजार रुपए एडवांस में लिए थे और परीक्षा पास करवाने के बाद लाखों रुपए में डील तय हुई थी। इस मामले को बेहद गंभीर मानते हुए पुलिस अब गिरोह के अन्य सदस्यों और उनके संपर्कों की जांच कर रही है। यह भी पता लगाया जा रहा है कि यह गिरोह पहले भी ऐसी वारदातों में शामिल रहा है या नहीं। पुलिस जांच में और भी चौंकाने वाले खुलासे होने की उम्मीद है।
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