2021 एसआई भर्ती परीक्षा पेपर लीक मामले में सुप्रीम कोर्ट ने पूर्व आरपीएससी सदस्य रामूराम रायका के बेटे देवेश रायका और पूर्व आरपीएससी सदस्य रामूराम रायका की बेटी शोभा रायका को ज़मानत दे दी है। दोनों पर परीक्षा में उच्च रैंक हासिल करने के लिए अवैध तरीकों का इस्तेमाल करने का आरोप है। शोभा रायका ने 5वीं और देवेश रायका ने 40वीं रैंक हासिल की है। राजस्थान उच्च न्यायालय ने 19 मई को इसे चुनौती देते हुए उनकी ज़मानत याचिका खारिज कर दी थी। दोनों ने सुप्रीम कोर्ट का दरवाजा खटखटाया था। इससे पहले, सुप्रीम कोर्ट ने शोभा को 2 जून और देवेश को 5 जून को अंतरिम ज़मानत दी थी। अदालत ने अब इस अंतरिम ज़मानत को नियमित ज़मानत में बदल दिया है।
दोनों पर धोखाधड़ी से परीक्षा पास करने का आरोप
एसओजी ने राजस्थान पुलिस अकादमी (आरपीए) से देवेश और शोभा को गिरफ्तार किया। जाँच में पता चला कि उन्होंने धोखाधड़ी से परीक्षा पास की थी। अगले दिन, एसओजी ने उनके पिता, पूर्व आरपीएससी सदस्य रामूराम रायका को भी गिरफ्तार कर लिया। रामूराम रायका को वसुंधरा राजे सरकार के दौरान 2018 में आरपीएससी का सदस्य नियुक्त किया गया था और वे जुलाई 2022 तक कार्यरत रहे।
एसओजी मामले की जाँच कर रही है
राजस्थान सब-इंस्पेक्टर भर्ती परीक्षा 2021 859 पदों के लिए आयोजित की गई थी, लेकिन परीक्षा के बाद डमी उम्मीदवारों, पेपर लीक और व्यापक अनियमितताओं के आरोप सामने आए। मामले की गंभीरता को देखते हुए, राज्य सरकार ने एसओजी को जाँच सौंपी।
You may also like
अजीत राम वर्मा : क्रिस्टल साइंस में बढ़ाया भारत का गौरव, एक सलाह ने बदल दी थी जिंदगी
पर्यावरण और स्थिरता के प्रति बहुत समर्पित हैं किंग चार्ल्स तृतीय: पीएम मोदी
एआईएमआईएम कार्यकर्ताओं ने रोकी तेजस्वी की बिहार अधिकार यात्रा, महागठबंधन में शामिल करने की मांग
गौ संरक्षण के लिए सड़क पर उतरे कंप्यूटर बाबा, गायों को 'राजमाता' का दर्जा देने की मांग
जीएसटी रेट कट एक बहुत अच्छा कदम, पूरी व्यावसायिक प्रक्रिया को बनाएगा सरल : संजीव पुरी