सवाई माधोपुर के रणथंभौर किले में शनिवार को भालू के आने से दहशत फैल गई। अफरातफरी के बीच लोग अपनी जान बचाने के लिए इधर-उधर भागे। घटना का एक वीडियो भी सामने आया है, जिसमें लोग भालू को देखकर अपनी जान बचाने के लिए भागते नजर आ रहे हैं।
जानकारी के अनुसार आज सुबह करीब 9 बजे रणथंभौर किले के अंधेरी पोल के पास जंगल से निकलकर भालू किले में घुस आया। भालू को देखकर यहां मौजूद श्रद्धालु सहम गए। डर के मारे लोग इधर-उधर भागने लगे। वहीं भालू भी लोगों से बचने के लिए इधर-उधर भागने लगा, जिससे दहशत का माहौल बन गया।
करीब 10 मिनट तक श्रद्धालु दहशत में रहे
करीब 10 मिनट बाद भालू फिर से जंगल की ओर चला गया। जिसके बाद लोगों ने राहत की सांस ली। हालांकि वन विभाग ने अभी मामले की पुष्टि नहीं की है।बता दें कि इससे पहले यहां बाघिन टी-84 एरोहेड के शावकों का लगातार मूवमेंट हो रहा था। 16 अप्रैल को बाघिन एरोहेड के मादा शावक के हमले में 7 वर्षीय बालक कार्तिक सुमन की मौत हो गई थी। इसके बाद वन विभाग ने करीब 9 दिन तक रणथंभौर दुर्ग में प्रवेश बंद कर दिया था। शुक्रवार को विभिन्न शर्तों के साथ प्रवेश फिर से शुरू कर दिया गया है।
लेकिन शनिवार को ही रणथंभौर दुर्ग में भालू के आने से श्रद्धालुओं की सुरक्षा पर सवाल खड़े हो गए हैं। सवाई माधोपुर के रणथंभौर में बाघ ने 7 वर्षीय बालक को मार डाला। बालक अपनी दादी के साथ त्रिनेत्र गणेश के दर्शन कर लौट रहा था। अचानक जंगल से एक बाघ आया और बालक को मुंह में दबाकर ले गया। बाघ काफी देर तक बालक की गर्दन पर पंजा रखकर बैठा रहा। यह हमला अमराई वन क्षेत्र में हुआ।
You may also like
जहरीली होती जा रही इन बड़े शहरों की हवा! इन उपायों से ऐसे दें प्रदूषण को मात
विंग कमांडर व्योमिका सिंह पर टिप्पणी मामले में रामगोपाल ने दी सफाई, कहा- सीएम योगी ने पूरा बयान सुने बिना किया शेयर
पी चिदंबरम बोले 'इंडी ब्लॉक कमजोर', तो राजीव चंद्रशेखर ने समझाया कांग्रेस और भाजपा के बीच का फर्क
Mitchell Johnson Critiques IPL and PSL Amid Safety Concerns
'सिर्फ एक बंदा काफी है' फेम अद्रिजा सिन्हा ने किया कमाल, 12वीं क्लास में आए 94.6%, शूटिंग के साथ ऐसे की तैयारी