राजस्थान के झुंझुनूं जिले में एक ऐसा मामला सामने आया है, जिसने रिश्तों को शर्मसार कर दिया। जिले में एक भाभी ने अपने प्रेमी के साथ मिलकर अपने देवर को झूठे एनडीपीएस (नार्कोटिक ड्रग्स एंड साइकोट्रोपिक सब्सटेंस एक्ट) केस में फंसाने की साजिश रची।
षड्यंत्र का खुलासाजानकारी के अनुसार, भाभी और उसका प्रेमी देवर की कार में अफीम रखकर उसे रंगे हाथ पकड़वाने की योजना बना रहे थे। उनका इरादा था कि इसे आधार बनाकर देवर पर नारकोटिक्स से संबंधित गंभीर आरोप लगाए जाएं।
पुलिस और एजीटीएफ की सतर्कतालेकिन उनके षड्यंत्र को कोतवाली पुलिस और एजीटीएफ (Anti-Gangster & Terrorist Force) की सतर्कता ने नाकाम कर दिया। पुलिस ने समय रहते साजिश का पता लगाकर देवर को निर्दोष साबित कर दिया और किसी तरह की फंसी हुई स्थिति से बचाया।
अफीम बरामदगीसाथ ही, मौके से कुल 282.08 ग्राम अफीम बरामद की गई, जिसकी कीमत लगभग 2 लाख रुपए आंकी गई है। पुलिस ने बताया कि यह बरामदगी इस मामले की गंभीरता को दर्शाती है और यह सुनिश्चित करती है कि अफीम जैसी अवैध सामग्री का दुरुपयोग न हो।
ग्राम विकास अधिकारी भी फंसने से बचेइस षड्यंत्र में निर्दोष ग्राम विकास अधिकारी भी फंसने वाले थे। अधिकारियों ने बताया कि पुलिस और एजीटीएफ की सतर्कता के कारण उनका नाम इस झूठे केस में नहीं आया और उन्हें न्याय मिला।
पुलिस और प्रशासन की प्रतिक्रियाकोतवाली पुलिस ने कहा कि ऐसे मामलों में समय पर कार्रवाई बेहद जरूरी है। उन्होंने नागरिकों से अपील की कि किसी भी प्रकार की साजिश या गलत सूचना पर ध्यान न दें और तुरंत पुलिस को सूचित करें।
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