राजस्थान में स्टैंडर्ड इंस्ट्रक्शन फॉर रिव्यू (SIR) प्रणाली लागू होने के बाद अब कोटा जिले में भी इसे लेकर औपचारिक कार्य शुरू कर दिया गया है। गुरुवार को जिला कलेक्टर एवं जिला निर्वाचन अधिकारी पीयूष सामरिया की अध्यक्षता में एक महत्वपूर्ण बैठक आयोजित की गई, जिसमें विभिन्न राजनीतिक दलों के प्रतिनिधियों को एसआईआर से जुड़ी विस्तृत गाइडलाइन और प्रक्रिया की जानकारी दी गई।
बैठक में जिला प्रशासन के वरिष्ठ अधिकारी, निर्वाचन विभाग के अधिकारी, और सभी प्रमुख राजनीतिक दलों — कांग्रेस, भाजपा, बसपा, आम आदमी पार्टी सहित अन्य क्षेत्रीय दलों के प्रतिनिधि मौजूद रहे। बैठक का उद्देश्य जिले में चुनाव प्रक्रिया की पारदर्शिता, सुगमता और जवाबदेही को सुनिश्चित करना था।
कलेक्टर सामरिया ने बताया कि राज्य में लागू एसआईआर व्यवस्था के तहत अब चुनाव तैयारियों, मतदान केंद्र प्रबंधन, वीवीपैट व ईवीएम की सुरक्षा और मतदाता जागरूकता अभियानों की निगरानी एक मानकीकृत प्रणाली से की जाएगी। उन्होंने कहा कि इस प्रक्रिया का लक्ष्य “पारदर्शी और निष्पक्ष चुनाव” कराना है।
बैठक के दौरान अधिकारियों ने एसआईआर से जुड़ी तकनीकी प्रक्रिया, दस्तावेजीकरण और रिपोर्टिंग प्रणाली का विस्तृत विवरण प्रस्तुत किया। राजनीतिक दलों को बताया गया कि इस व्यवस्था के तहत हर गतिविधि — चाहे वह बूथ स्तर की हो या जिले स्तर की — एक एकीकृत मॉनिटरिंग सिस्टम में दर्ज की जाएगी। इससे किसी भी गड़बड़ी, त्रुटि या शिकायत का निपटारा तेज़ी से किया जा सकेगा।
कलेक्टर ने सभी दलों से अपील की कि वे चुनाव आयोग की नई गाइडलाइन के अनुसार अपने कार्यकर्ताओं को प्रशिक्षित करें और मतदाताओं के बीच निष्पक्ष मतदान के संदेश को फैलाएं। उन्होंने कहा, “एसआईआर लागू होने से चुनावी प्रक्रिया अधिक पारदर्शी, जवाबदेह और व्यवस्थित बनेगी। यह सिर्फ प्रशासनिक बदलाव नहीं, बल्कि लोकतंत्र को मजबूत करने की दिशा में एक बड़ा कदम है।”
बैठक में उपस्थित प्रतिनिधियों ने प्रशासन की इस पहल का स्वागत किया और सहयोग का भरोसा दिलाया। निर्वाचन विभाग के अधिकारियों ने बताया कि आगामी दिनों में एसआईआर से संबंधित प्रशिक्षण सत्र और डेमो वर्कशॉप्स का आयोजन भी किया जाएगा, ताकि फील्ड स्तर के सभी कर्मचारी नई प्रणाली को अच्छे से समझ सकें।
जिला निर्वाचन अधिकारी सामरिया ने यह भी स्पष्ट किया कि एसआईआर लागू होने के बाद अब चुनाव प्रक्रिया के हर चरण की वीडियो मॉनिटरिंग और रियल-टाइम रिपोर्टिंग संभव होगी, जिससे किसी भी अनियमितता पर तुरंत कार्रवाई की जा सकेगी।
कुल मिलाकर, कोटा जिले में एसआईआर को लेकर गुरुवार को हुई यह बैठक लोकतांत्रिक पारदर्शिता और प्रशासनिक दक्षता की दिशा में एक अहम कदम साबित हुई है। अब जिले में इस प्रणाली के ज़रिए चुनावी कार्यों को अधिक सुव्यवस्थित और तकनीकी दृष्टि से सक्षम बनाया जाएगा
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