पहलगाम हमले के बाद भारत और पाकिस्तान के रिश्तों में बढ़े तनाव और टकराव की आशंका के बीच दुनिया के कई देशों ने संयम बरतने की अपील की है.
सोमवार को चीन, अमेरिका, तुर्की और क़तर ने उम्मीद जताई कि भारत और पाकिस्तान तनाव कम करेंगे. हालांकि, पिछले कई दिनों से दोनों देशों की सेनाओं के बीच नियंत्रण रेखा (एलओसी) पर फ़ायरिंग भी हुई है.
इन सबके बीच ये सवाल उठ रहा है कि क्या भारत और पाकिस्तान युद्ध के मुहाने पर खड़े हैं और क्या भारत अगले कुछ दिनों में पाकिस्तान पर किसी तरह की कार्रवाई कर सकता है?
ऐसे ही संकेत पहले पाकिस्तान के रक्षा मंत्री ख़्वाजा आसिफ़ ने अपने ताज़ा बयानों में दिए हैं.
इसके बाद बुधवार तड़के पाकिस्तान के सूचना मंत्री अताउल्लाह तरार ने एक बयान जारी कर कहा कि भारत पाकिस्तान पर अगले 24 से 36 घंटे में हमला कर सकता है.
भारत के संभावित हमले के बारे में बयान बुधवार तड़के आया है. भारतीय समयानुसार सुबह 3:09 बजे तरार ने अपने एक्स अकाउंट पर एक वीडियो डाला और उसके उर्दू में भी एक पोस्ट डाली.
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पाकिस्तान के रक्षा मंत्री ख़्वाजा आसिफ़ ने कहा है कि भारत की तरफ़ से 'तुरंत कार्रवाई हो सकती है.'
सोमवार को समाचार एजेंसी रॉयटर्स को दिए एक इंटरव्यू में ख़्वाजा आसिफ़ ने कहा, "हमने अपनी सेनाओं की तैनाती बढ़ाई है, क्योंकि कुछ ऐसा है जो अब तुरंत हो सकता है. इस स्थिति में कुछ रणनीतिक निर्णय लिए जाने हैं और वो निर्णय ले लिए गए हैं."
ख़्वाजा आसिफ़ ने ये भी कहा कि पाकिस्तान की सेना ने सरकार को भारत की तरफ़ से हमले को लेकर आगाह किया है.
इस साक्षात्कार में ख़्वाजा आसिफ़ ने ये भी कहा कि अगर पाकिस्तान के अस्तित्व पर सीधे ख़तरा होगा, तो सिर्फ़ उस स्थिति में ही पाकिस्तान परमाणु हथियारों का इस्तेमाल करेगा.
ख़्वाजा आसिफ़ ने अपने बयान में रणनीतिक निर्णय लिए जाने की बात कही है. इसका संकेत ये है कि पाकिस्तान लाइन ऑफ़ कंट्रोल पर सैन्य मौजूदगी बढ़ा रहा है.
हालांकि इस साक्षात्कार के बाद एक्सप्रेस ट्रिब्यून से बात करते हुए ख़्वाजा आसिफ़ ने कहा कि अगले दो-चार दिनों में संभावित युद्ध को लेकर उनके बयान को ग़लत समझा गया है.
ख़्वाजा आसिफ़ ने पाकिस्तानी टीवी चैनल समा टीवी से बात करते हुए कहा, "हमें मानसिक रूप से तैयार रहना चाहिए. युद्ध की आशंका मंडरा रही है."
उन्होंने एक सवाल के जवाब में कहा, "इसकी संभावना है कि अगले दो-तीन या चार दिन में हम युद्ध में हो सकते हैं."
हालांकि बाद में जियो न्यूज़ से उन्होंने कहा, "मुझसे पूछा गया था कि युद्ध की संभावना कितनी है, तो मैंने कहा था कि अगले दो-तीन दिन महत्वपूर्ण हैं. अगर कुछ होना होगा तो अगले दो-तीन दिनों में हो जाएगा."
ख़्वाजा आसिफ़ ने कहा कि उनके बयान को इस बात की भविष्यवाणी ना समझा जाए कि युद्ध होने वाला है, बल्कि उनका मतलब ये है कि अगले दो-तीन दिन महत्वपूर्ण हैं.
पाकिस्तान के रक्षा मंत्री ने ये भी बताया कि पाकिस्तान ने दोस्ताना देशों से हालात को टालने के लिए संपर्क किया है.
उन्होंने कहा कि पाकिस्तान ने खाड़ी के देशों और चीन से बात की है, साथ ही ब्रिटेन और अमेरिका समेत अन्य देशों को भी हालात से वाकिफ़ कराया है.
ख़्वाजा आसिफ़ के बाद बुधवार सुबह तीन बजे पाकिस्तान के सूचना मंत्री अताउल्लाह तरार ने एक्स पर पोस्ट डाला.
अपने बयान में तरार ने लिखा, "पाकिस्तान के पास विश्वसनीय ख़ुफ़िया जानकारी है कि भारत पहलगाम की घटना को बहाना बना कर अगले 24 से 36 घंटों के बीच फ़ौजी कार्रवाई का इरादा रखता है. किसी भी क़िस्म के हमले का निर्णायक जवाब दिया जाएगा. क्षेत्र में संभावित विनाशकारी परिणामों की ज़िम्मेदारी भारत पर होगी."
भारत-पाकिस्तान के बीच तनाव बढ़ा22 अप्रैल को जम्मू-कश्मीर के पहलगाम की बैसरन घाटी में पर्यटकों पर हुए हमले में एक स्थानीय कश्मीरी समेत 26 लोगों की मौत हुई थी.
भारत ने इस हमले के बाद पाकिस्तान के ख़िलाफ़ कई क़दम उठाने की घोषणा की थी.
इनमें सिंधु जल समझौता निलंबित करना और पाकिस्तानी नागरिकों के वीज़ा रद्द करना शामिल हैं. इसकी प्रतिक्रिया में पाकिस्तान ने भी भारतीय नागरिकों के वीज़ा रद्द कर दिए और शिमला समझौते को निलंबित कर दिया.
पाकिस्तान के प्रधानमंत्री शहबाज़ शरीफ़ के कार्यालय की तरफ़ से जारी बयान में कहा गया था कि अगर भारत सिंधु नदी का पानी रोकता है, तो पाकिस्तान इसे 'युद्ध की कार्रवाई' मानेगा.
इस हमले के बाद दिए पहले सार्वजनिक बयान में भारत के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा था कि 'दोषियों को सख़्त सज़ा दी जाएगी.'
हालांकि पाकिस्तान ने पहलगाम हमले में अपनी भूमिका से इनकार किया है.
भारत ने हाल के सालों में कश्मीर के हालात सामान्य होने पर ज़ोर दिया है. इसी साल वहाँ विधानसभा चुनाव भी हुए हैं. सरकार का कहना है कि वहां पर्यटकों की संख्या लगातार बढ़ रही है.
विश्लेषक मानते हैं कि पहलगाम हमले के बाद भारत और पाकिस्तान के बीच हालात बदल गए हैं.
दक्षिण एशिया मामलों के जानकार माइकल कूगलमैन ने न्यूज़वीक में प्रकाशित एक लेख में कहा है, "पहलगाम हमला खेल के नियम बदलने वाला है."
उन्होंने लिखा, "ये 2008 में मुंबई में हुए हमलों के बाद से भारत में नागरिकों पर सबसे बड़ा हमला है. हमले के निशाने और पैमाने को देखते हुए ये निश्चित है कि भारत ताक़त के साथ जवाब देगा."
'द गार्जियन' से बात करते हुए माइकल कूगलमैन ने कहा, "दिल्ली के नज़रिए से देखा जाए, तो जनता के दबाव और हमले की भयावहता के मद्देनज़र किसी तरह की सैन्य कार्रवाई की संभावना बहुत अधिक है. और अगर ऐसा होता है तो पाकिस्तान नहीं चाहेगा कि वह कमज़ोर दिखे. ये निश्चित है कि पाकिस्तान भी जवाब देगा."
विश्लेषक मान रहे हैं कि इन हालात में भारत या पाकिस्तान किसी भी तरफ़ से किया गया ग़लत आकलन और मुश्किलें पैदा कर सकता है.
सैन्य मामलों के जानकार श्रीनाथ राघवन ने बीबीसी से बातचीत में कहा, "हम एक सख़्त प्रतिक्रिया देख सकते हैं. ऐसी प्रतिक्रिया, जो ना सिर्फ़ भारतीयों बल्कि पाकिस्तानी तत्वों को भारत के संकल्प का संदेश दे सकती है."
भारत ने सितंबर 2016 में उरी में सेना के कैंप पर हुए हमले में 19 सैनिकों की मौत के बाद पाकिस्तान के भीतर सर्जिकल स्ट्राइक करने का दावा किया था.
इसके बाद 2019 में पुलवामा में सीआरपीएफ़ के काफ़िले पर हमले के बाद भारत ने फ़रवरी 2019 में एलओसी से क़रीब पचास किलोमीटर दूर बालाकोट में हवाई हमले करने का दावा किया था.
श्रीनाथ राघवन कहते हैं, "2016 और ख़ासकर 2019 के बाद से जवाबी कार्रवाई का स्तर सीमा पार या हवाई हमले तक पहुंच गया है. ख़तरा, हमेशा की तरह यही है कि ग़लत आकलन हो सकता है- किसी भी तरफ़ से."
पाकिस्तान में बेचैनी ?
युद्ध की आशंकाओं के बीच पाकिस्तान की तरफ़ से आ रहे बयान क्या पाकिस्तान में डर या बेचैनी के माहौल को दर्शा रहे हैं?
सैन्य विश्लेषक मानते हैं कि इन बयानों का मतलब ये है कि पाकिस्तान ये बताना चाह रहा है कि वह भारत की तरफ़ से होने वाली किसी भी कार्रवाई के लिए तैयार है.
सैन्य मामलों के जानकार अजय शुक्ला कहते हैं, "ऐसे बयानों से पाकिस्तान ये बताना चाह रहा है कि उसकी सरकार और सेना के स्तर पर तैयारी में कोई कमी नहीं है और भारत को ये पता होना चाहिए कि अगर पाकिस्तान पर हमला हुआ, तो पाकिस्तान चुप नहीं रहेगा, जवाब देगा और जवाब देने के लिए तैयार है."
अजय शुक्ला कहते हैं कि पाकिस्तान ये भी जताना चाह रहा है कि उसके पास भारत से सैन्य टकराव की क़ाबिलियत है.
अजय शुक्ला कहते हैं, "बालाकोट के समय पाकिस्तान ने भारतीय वायुसेना का एक लड़ाकू विमान गिरा दिया था. पाकिस्तान ये दर्शा रहा है कि भारत ये ना समझे कि उसकी क़ाबिलियत में कोई कमी आई है."
हाल के दिनों में एलओसी पर भारत और पाकिस्तान की सेना के बीच हो रही गोलीबारी की घटनाओं पर वे कहते हैं, "भारत और पाकिस्तान के बीच तनाव बढ़ गया है. नियंत्रण रेखा पर जो सेनाएं तैनात हैं, उनके हाथ बंधे हुए नहीं है. गोलीबारी की घटनाएं यही दिखा रही हैं कि दोनों देशों के बीच तनाव बहुत ज़्यादा बढ़ चुका है."
पाकिस्तान के रक्षा मंत्री के बयान पर अजय शुक्ला कहते हैं, "पाकिस्तान की सेना और सरकार से जुड़े लोगों के बयान को 'फ़ेस वैल्यू' पर लेना चाहिए. अगर वो ये कह रहे हैं कि वो भारत की तरफ़ से होने वाली कार्रवाई के लिए तैनात और तैयार हैं, इसका मतलब ये है कि ये ना सोचा जाए कि हम पीछे हटने वाले हैं."
अजय शुक्ला मानते हैं कि इसकी आशंका बहुत ज़्यादा है कि भारत पाकिस्तान पर सैन्य कार्रवाई करेगा.
वे कहते हैं, "इसमें कोई शक़ नहीं है कि जब से ये हमला हुआ है, तब से पाकिस्तान और भारत दोनों की तरफ़ से जितने भी बयान आए हैं, उनसे ये स्पष्ट है कि भारत कार्रवाई करेगा और इन मौतों का बदला लिया जाएगा. दोनों देशों के बीच सैन्य टकराव की आशंका बढ़ गई है. बालाकोट की घटना के बाद दोनों देशों के बीच इतना तनाव कभी नहीं था."
अजय शुक्ला के अनुसार, ऐसे सभी संकेत मिल रहे हैं कि भारत और पाकिस्तान के बीच सैन्य टकराव होने वाला है.
वहीं पाकिस्तान की क़ायद-ए-आज़म यूनिवर्सिटी में प्रोफ़ेसर और सैन्य मामलों की जानकार डॉ. सलमा मलिक कहती हैं, "पाकिस्तान में ना किसी तरह का डर है, ना बेचैनी है और ना ही पैनिक है. पाकिस्तान आने वाले हालात के लिए तैयार है और रक्षा मंत्री के कहने का मतलब यही है."
वे कहती हैं, "रक्षा मंत्री ख़्वाजा आसिफ़ पाकिस्तान के लोगों को ये बता रहे हैं कि हम हर स्थिति के लिए तैयार हैं. अगर भारत दोस्ती का हाथ बढ़ाएगा, तो दोस्ती के लिए और अगर हमला होगा तो उसके लिए भी."
सलमा मलिक कहती हैं, "पाकिस्तान बातचीत से मसले को सुलझाना चाहता है, लेकिन अगर युद्ध होगा तो युद्ध के लिए भी पूरी तरह तैयार है. ये ना समझा जाए कि पाकिस्तान डर गया है या सहम गया है, युद्ध की बात पाकिस्तान की तरफ़ से नहीं हो रही है, पाकिस्तान यह कह रहा है कि अगर भारत की तरफ़ से कोई एक्शन होता है, तो पाकिस्तान उसका जवाब देने के लिए तैयार है."
वे कहती हैं, "जब बालाकोट हुआ था, तब भी पाकिस्तान पीछे नहीं हटा था. जैसी भारत कार्रवाई करेगा, पाकिस्तान वैसा ही जवाब देगा."
क्या अगले कुछ दिनों में बॉर्डर पर कुछ हो सकता है, इसके जवाब में डॉ. सलमा मलिक कहती हैं, "दिल्ली की तरफ़ से जो हो रहा है, हमें ये लग रहा है कि आगे कुछ भी हो सकता है. अगर कुछ ना होना होता, तो ये सब ना हो रहा होता."
बीबीसी के लिए कलेक्टिव न्यूज़रूम की ओर से प्रकाशित
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