पूर्व भारतीय क्रिकेटर मोहम्मद कैफ ने हाल ही में बताया कि उनके खेलने के दिनों से लेकर अब तक क्रिकेटरों से जुड़े सिस्टम कैसे विकसित हुए हैं। कैफ ने मॉडर्न क्रिकेट में प्रोफेशनल बदलावों, फिटनेस व्यवस्था से लेकर खिलाड़ियों के जश्न मनाने के तरीके तक, पर अपनी राय साझा की और 2000 के दशक की शुरुआत के अपने अनुभवों से उनकी तुलना की।
कैफ ने बताया कि आज खेले जाने वाले क्रिकेट के स्तर ने सपोर्ट स्टाफ की जरूरत को बदल दिया है। उन्होंने बताया कि उनके समय में मैचों की संख्या आज के मुकाबले काफी कम हुआ करती थी। कैफ ने कहा कि यही वजह है कि फिजियो, डॉक्टर और पर्सनल ट्रेनर की जरूरत भी बढ़ी है। मॉडर्न प्लेयर्स तो पर्सनल शेफ और फिटनेस स्टाफ के साथ यात्रा भी करते हैं, जो उनके जमाने में नहीं थी।
खिलाड़ी अब अपने निजी शेफ और ट्रेनर के साथ भी ट्रेवल करते हैं: कैफउन्होंने ‘चीकी सिंगल्स’ पर कहा “आजकल, मैचों की फ्रीक्वेंसी बहुत बढ़ गई है। मुझे याद है जब मैंने जुलाई में नेटवेस्ट ट्रॉफी का फाइनल खेला था। उसके बाद, मैंने अपना अगला वनडे मैच तीन महीने बाद ही श्रीलंका में आईसीसी चैंपियंस ट्रॉफी में खेला था। उस समय, मैच कम होते थे, और हमें बीच में हमेशा ब्रेक मिलता था। हमारे पास कंडीशनिंग कैंप के लिए समय होता था।”
“अब, टीमें ऐसा नहीं करतीं; खिलाड़ी बस ट्रेवल करते हैं और सीधे मैच में चले जाते हैं, एक मैच से दूसरे मैच में। इसलिए फिजियो और डॉक्टरों के बारे में इतनी बातें होती हैं, क्योंकि खिलाड़ियों को अपने शरीर का ध्यान रखना जरूरी होता है। फिटनेस खेल का एक बड़ा हिस्सा बन गया है। खिलाड़ी अब अपने निजी शेफ और ट्रेनर के साथ भी ट्रेवल करते हैं। हमारे समय की तुलना में ये सभी चीजें बढ़ गई हैं,” उन्होंने कहा।
खिलाड़ियों को ठीक-ठीक पता होता है कि कैमरा कब उन पर होगा: कैफकैफ ने यह भी बताया कि कैसे तकनीक और सोशल मीडिया ने खिलाड़ियों के मैदान पर सेलिब्रेट करने के तरीके को बदल दिया है। उन्होंने बताया कि आज की पीढ़ी के खिलाड़ी कैमरे की स्थिति और किस समय उनकी रिकॉर्डिंग हो रही है, इस बारे में अच्छी तरह जानते हैं।
उन्होंने कहा, “पहले, जब मैं भारत के लिए खेलता था, हम सेलिब्रेट करने का प्लान नहीं बनाते थे, न ही हमें पता होता था कि कोई कैमरा किसी खास पल को रिकॉर्ड कर रहा है जिसे बार-बार दोहराया जाएगा। हम सीधे-सादे थे। लेकिन आजकल, खिलाड़ियों को ठीक-ठीक पता होता है कि कैमरा कब उन पर होगा और वे कैसे सेलिब्रेट करेंगे। जागरूकता बढ़ी है। इसका मुख्य कारण मोबाइल और सोशल मीडिया हैं। आज, सोशल मीडिया पर हर जगह हाइलाइट्स मौजूद हैं। यह एक बड़ा बदलाव है।”
You may also like
कुल्लू की लगघाटी में बादल फटने से तबाही
T20 एशिया कप के लिए हुआ Team India का ऐलान, Shubman Gill बने टीम के नए उपकप्तान
RPSC Teacher Recruitment 2025: 6500 पदों के लिए करें आवेदन, डिटेल्स देखें यहाँ
नीला ड्रम मामला: यूपी से मृतक के परिजन पोस्टमार्टम करने पहुंचे किशनगढ़बास
भारत के बाद इस्लामाबाद जाएंगे वांग यी, पाकिस्तान-चीन की रणनीतिक वार्ता में होंगे शामिल