अगली ख़बर
Newszop

पारंपरिक सोच से स्मार्ट इन्वेस्टमेंट तक : जानिए कैसे आज की महिलाएं बना रही हैं अपना और परिवार का भविष्य मजबूत

Send Push
आज की महिलाएं सिर्फ घर की ज़िम्मेदारी ही नहीं निभा रहीं, बल्कि अपने पैसों को समझदारी से निवेश करके अपना भविष्य भी सुरक्षित बना रही हैं। जहां पहले महिलाएं केवल सोना-चांदी या जमीन-जायदाद में ही निवेश करती थीं, वहीं अब सरकार और प्राइवेट कंपनियां महिलाओं के लिए खास योजनाएं लेकर आई हैं। ये योजनाएं न सिर्फ सुरक्षित हैं, बल्कि महिलाओं को आत्मनिर्भर बनाने में भी मदद करती हैं। इस लेख में हम जानेंगे कि पहले महिलाएं किन पारंपरिक तरीकों से पैसा बचाती थीं और अब उनके पास कौन-कौन से नए और स्मार्ट निवेश विकल्प हैं।



पहले के पारंपरिक निवेश ऑप्शन

कुछ साल पहले तक महिलाओं के पास निवेश के बहुत सीमित विकल्प होते थे। सबसे आम तरीका सोना और चांदी खरीदना था। महिलाएं गहने खरीदती थीं जिन्हें ज़रूरत पड़ने पर बेचा जा सकता था। कई महिलाएं घर में नकद पैसा बचाकर रखती थीं, जो सुरक्षित तो लगता था, लेकिन उसमें कोई बढ़ोतरी नहीं होती थी। गाँव या छोटे शहरों में कुछ महिलाएं जमीन या मकान खरीदती थीं, लेकिन ज़्यादातर मामलों में ये संपत्ति उनके पति या किसी पुरुष सदस्य के नाम पर होती थी।





सरकार द्वारा शुरू की गई योजनाएं

अब सरकार ने खास महिलाओं और लड़कियों के लिए कुछ बहुत ही फायदेमंद निवेश योजनाएं शुरू की हैं:



सुकन्या
समृद्धि योजना ( SSY)

यह योजना खासतौर पर लड़कियों के लिए बनाई गई है। बच्ची के जन्म से लेकर 10 साल की उम्र तक यह खाता खोला जा सकता है। इसमें लगभग 8% तक ब्याज मिलता है, जो अन्य योजनाओं से ज़्यादा होता है। यह पूरी तरह से टैक्स-फ्री है और बेटियों की पढ़ाई और शादी के खर्च में बहुत मददगार साबित होती है।

पब्लिक प्रोविडेंट फंड ( PPF)

यह एक लंबी अवधि की सुरक्षित बचत योजना है। इसमें 15 साल तक पैसा जमा करना होता है और हर साल सरकार की ओर से तय ब्याज मिलता है। इसमें मिलने वाला ब्याज भी टैक्स फ्री होता है। महिलाएं अपने नाम से यह खाता बैंक या पोस्ट ऑफिस में आसानी से खोल सकती हैं।

महिला सम्मान बचत प्रमाणपत्र

यह योजना सिर्फ महिलाओं और लड़कियों के लिए शुरू की गई है। इसमें महिलाएं 2 लाख तक निवेश कर सकती हैं और इस पर सालाना 7.5% ब्याज मिलता है, जो फिक्स रहता है। योजना की अवधि 2 साल है। इसमें पैसा सुरक्षित रहता है और ब्याज हर 3 महीने में जोड़ा जाता है। इसे आप पोस्ट ऑफिस में जाकर खुलवा सकती हैं। जो महिलाएं पहली बार निवेश शुरू करना चाहती हैं, उनके लिए यह एक सुरक्षित और आसान विकल्प है।

पोस्ट ऑफिस मंथली इनकम स्कीम ( MIS)

पोस्ट ऑफिस मंथली इनकम स्कीम एक सुरक्षित योजना है, जो उन महिलाओं के लिए फायदेमंद है जो हर महीने एक तय आमदनी चाहती हैं। इसमें एक बार निवेश करने पर हर महीने ब्याज के रूप में निश्चित रकम मिलती है। यह योजना रिटायर्ड महिलाओं और गृहिणियों के लिए खास है। इसमें लगभग 7.4% सालाना ब्याज मिलता है और योजना की अवधि 5 साल होती है। अकेले खाते में 9 लाख तक निवेश किया जा सकता है। पैसा पूरी तरह सुरक्षित होता है क्योंकि यह पोस्ट ऑफिस द्वारा संचालित योजना है।





प्राइवेट सेक्टर के स्मार्ट ऑप्शन

सरकार के साथ-साथ अब प्राइवेट कंपनियां भी महिलाओं को निवेश के स्मार्ट ऑप्शन दे रही हैं:



म्यूचुअल
फंड्स SIP

इसमें महिलाएं हर महीने थोड़ी-थोड़ी रकम निवेश कर सकती हैं। लंबे समय में इससे अच्छा रिटर्न मिलता है, और निवेश छोटे अमाउंट से भी शुरू किया जा सकता है।

स्टॉक मार्केट

अब कई महिलाएं शेयर बाजार की समझ रखती हैं और इसमें निवेश करके बड़ा मुनाफा कमा रही हैं। हालांकि इसमें जोखिम होता है, लेकिन सही जानकारी और रिसर्च से अच्छा लाभ मिल सकता है।

गोल्ड बॉन्ड ( SGB)

सोने को अब कागज के रूप में भी खरीदा जा सकता है। इसमें हर साल 2.5% ब्याज भी मिलता है और सोने की कीमत बढ़ने से फायदा भी होता है, साथ ही चोरी या लॉकर की चिंता नहीं रहती।

रियल एस्टेट

अब महिलाएं अपने नाम पर भी प्रॉपर्टी ले रही हैं। कई राज्यों में महिला खरीदारों को स्टाम्प ड्यूटी में छूट मिलती है, जिससे प्रॉपर्टी खरीदना थोड़ा सस्ता हो जाता है। यह छूट उन्हें आर्थिक रूप से सशक्त बनाने और संपत्ति में उनकी हिस्सेदारी बढ़ाने के उद्देश्य से दी जाती है।





डिजिटल प्लेटफॉर्म्स का सहयोग

अब महिलाएं मोबाइल ऐप्स और ऑनलाइन प्लेटफॉर्म्स के ज़रिए भी कई तरह के निवेश कर रही हैं। बता दे Paytm Money, Groww, Zerodha, Upstox जैसे ऐप्स पर आसानी से म्यूचुअल फंड्स या स्टॉक्स में निवेश किया जा सकता है। साथ ही SheCapital और Basis जैसे प्लेटफॉर्म महिलाओं को निवेश की जानकारी और गाइडेंस भी देते हैं।



महिलाओं में जागरूकता बढ़ रही है

अब महिलाएं सिर्फ घर चलाने तक सीमित नहीं हैं, वे अपने पैसों को सही जगह पर लगाना भी जानती हैं। कई महिलाएं अब खुद से निवेश करने लगी हैं। वे बजट बनाती हैं, रिसर्च करती हैं और फाइनेंशियल प्लानिंग में आगे बढ़ रही हैं। महिलाएं अब एमरजेंसी फंड, रिटायरमेंट प्लान, और चिल्ड्रन’स एजुकेशन फंड जैसे लक्ष्यों के लिए भी निवेश कर रही हैं।



निष्कर्ष: आज की महिला पारंपरिक सोच से आगे बढ़कर स्मार्ट निवेशक बन चुकी है। सरकार और प्राइवेट कंपनियों की मदद से उनके पास अब कई सुरक्षित और फायदेमंद विकल्प हैं। चाहे बेटी की पढ़ाई हो, रिटायरमेंट का प्लान या खुद की आर्थिक आज़ादी, सही निवेश से महिलाएं अब हर मोर्चे पर मजबूत बन रही हैं। यह बदलाव सिर्फ समाज के लिए नहीं, बल्कि आने वाली पीढ़ियों के लिए भी प्रेरणा है।



न्यूजपॉईंट पसंद? अब ऐप डाउनलोड करें