शेयर मार्केट में बहुत पिछले तीन माह बहुत वोलेटाइल रहे और एक के बाद एक ऐसी घटना सामने आती रही, जिसने बाज़ार की गति को प्रभावित किया. स्टॉक मार्केट के सामने कभी टैरिफ का खौफ आया तो कभी जियो पॉलिटिकल टेंशन से सामना हुआ, लेकिन बाज़ार में इन अनिश्चित्ताओं के बीच डिफेंस सेक्टर के पीएसयू स्टॉक भारत इलेक्ट्रॉनिक्स सिर उठाए न केवल खड़ा रहा बल्कि इसमें लगातार तेज़ी भी दर्ज की गई.
Bharat Electronics Ltd के शेयर शुक्रवार को 030% की तेज़ी के साथ 427.50 रुपए के लेवल पर बंद हुआ. भारत सरकार की इस कंपनी का मार्केट कैप 3.13 लाख करोड़ रुपए है और रक्षा क्षेत्र की इस कंपनी को पिछले कुछ माह से लगातार एक के बाद एक ऑर्डर मिले हैं जिससे इसकी ऑर्डर बुक बढ़कर लगभग 75 हज़ार करोड़ रुपए से भी अधिक हो चुकी है.
भारत इलेक्ट्रॉनिक्स के शेयर प्राइस अप्रैल माह से अब तक यानी 3 माह में 60% से अधिक की तेज़ी में आ चुके हैं. 7 अप्रैल 2025 को भारत इलेक्ट्रॉनिक्स के शेयर प्राइस 272 रुपए के भाव पर थे और 1 जुलाई 2025 को यह प्राइस 432 रुपए हो गया. इस दौरान हालांकि रिटेल इन्वेस्टर्स ने बीच बीच में प्रॉफिट बुकिंग कर ली, लेकिन एफआईआई ने इस स्टॉक में अपनी हिस्सेदारी लगातार बढ़ाई.
अगर हम Bharat Electronics के पिछले 3 माह के शेयर होल्डिंग पैटर्न पर नज़र डालें तो पता चलता है कि अप्रैल से जून 2025 के बीच आम निवेशकों ने अपनी हिस्सेदारी मामूली रूप से बेची है. याने यह हिस्सेदारी अब 10.60% से 10.40% हो गई है, लेकिन एफआईआई की हिस्सेदारी पिछली तिमाही में 17.30% से बढ़कर 17.60% हो गई है. डीआईआई की हिस्सेदारी 20.90% पर स्थिर बनी हुई है. भारत सरकार याने प्रमोटर्स के पास इस कंपनी में 51.10% की हिस्सेदारी लंबे समय से कायम है.
भारत इलेक्ट्रॉनिक्स के शेयर प्राइस में उछाल के दौरान पिछले तीन माह में इस स्टॉक में भारी डिलेवरी वॉल्यूम रहा. मई और जून में स्टॉक में BSE और NSE पर रिकॉर्ड डिलेवरी वॉल्यूम रहा.20 मई को स्टॉक में 30.30% का डिलेवरी वॉल्यूम रहा, जो पिछले तीन माह का सबसे कम डिलेवरी वॉल्यूम है.इसके अलावा स्टॉक में हाई डिलेवरी वॉल्यूम 78% तक गया,जो 20 जून 2025 को दर्ज किया गया. पिछले तीन माह में भारत इलेक्ट्रॉनिक्स में औसत डिलेवरी वॉल्यूम 45% है जो बताता है कि स्टॉक में मज़बूत बाइंग आई है और इसीलिए अब तक इतने हाई प्राइस होने के बावजूद स्टॉक में प्रॉफिट बुकिंग नहीं आई है.
Bharat Electronics Ltd के शेयर शुक्रवार को 030% की तेज़ी के साथ 427.50 रुपए के लेवल पर बंद हुआ. भारत सरकार की इस कंपनी का मार्केट कैप 3.13 लाख करोड़ रुपए है और रक्षा क्षेत्र की इस कंपनी को पिछले कुछ माह से लगातार एक के बाद एक ऑर्डर मिले हैं जिससे इसकी ऑर्डर बुक बढ़कर लगभग 75 हज़ार करोड़ रुपए से भी अधिक हो चुकी है.
भारत इलेक्ट्रॉनिक्स के शेयर प्राइस अप्रैल माह से अब तक यानी 3 माह में 60% से अधिक की तेज़ी में आ चुके हैं. 7 अप्रैल 2025 को भारत इलेक्ट्रॉनिक्स के शेयर प्राइस 272 रुपए के भाव पर थे और 1 जुलाई 2025 को यह प्राइस 432 रुपए हो गया. इस दौरान हालांकि रिटेल इन्वेस्टर्स ने बीच बीच में प्रॉफिट बुकिंग कर ली, लेकिन एफआईआई ने इस स्टॉक में अपनी हिस्सेदारी लगातार बढ़ाई.
अगर हम Bharat Electronics के पिछले 3 माह के शेयर होल्डिंग पैटर्न पर नज़र डालें तो पता चलता है कि अप्रैल से जून 2025 के बीच आम निवेशकों ने अपनी हिस्सेदारी मामूली रूप से बेची है. याने यह हिस्सेदारी अब 10.60% से 10.40% हो गई है, लेकिन एफआईआई की हिस्सेदारी पिछली तिमाही में 17.30% से बढ़कर 17.60% हो गई है. डीआईआई की हिस्सेदारी 20.90% पर स्थिर बनी हुई है. भारत सरकार याने प्रमोटर्स के पास इस कंपनी में 51.10% की हिस्सेदारी लंबे समय से कायम है.
भारत इलेक्ट्रॉनिक्स के शेयर प्राइस में उछाल के दौरान पिछले तीन माह में इस स्टॉक में भारी डिलेवरी वॉल्यूम रहा. मई और जून में स्टॉक में BSE और NSE पर रिकॉर्ड डिलेवरी वॉल्यूम रहा.20 मई को स्टॉक में 30.30% का डिलेवरी वॉल्यूम रहा, जो पिछले तीन माह का सबसे कम डिलेवरी वॉल्यूम है.इसके अलावा स्टॉक में हाई डिलेवरी वॉल्यूम 78% तक गया,जो 20 जून 2025 को दर्ज किया गया. पिछले तीन माह में भारत इलेक्ट्रॉनिक्स में औसत डिलेवरी वॉल्यूम 45% है जो बताता है कि स्टॉक में मज़बूत बाइंग आई है और इसीलिए अब तक इतने हाई प्राइस होने के बावजूद स्टॉक में प्रॉफिट बुकिंग नहीं आई है.
You may also like
ENG vs IND: दूसरे टेस्ट में सस्ते में आउट हुए Karun Nair तो फैंस ने सोशल मीडिया पर दिए फनी रिएक्शन
दबंगों ने किया करोड़ों के भूखंड पर कब्जे का प्रयास, पुलिस ने हिरासत में लिया
उद्योगपति गोपाल खेमका की हत्या पर भड़के चिराग पासवान, सरकार के लिए 'चिंता का विषय' बताया
क्या ऋतिक रोशन के निर्देशन में लौटेगा 'कृष' का जादू? जानें 'कृष 4' की खास बातें!
'अपराधी बख्शे नहीं जाएंगे', गोपाल खेमका हत्याकांड पर CM नीतीश हुए एक्टिव, कांग्रेस बोली- इस्तीफा दे दो