डायबिटीज, जिसे मधुमेह भी कहा जाता है, एक मेटाबॉलिज्म से जुड़ी बीमारी है, जो तब होती है जब शरीर रक्त शर्करा (ग्लूकोज) को सही तरीके से नियंत्रित नहीं कर पाता। रक्त शर्करा ऊर्जा का प्रमुख स्रोत है, जो भोजन से प्राप्त होता है। आमतौर पर, डायबिटीज के दो प्रकार होते हैं: टाइप-1 और टाइप-2। इसके प्रारंभिक लक्षणों को पहचानना कठिन हो सकता है, क्योंकि कई बार इससे कोई विशेष समस्या नहीं होती। लेकिन, एक पैर विशेषज्ञ डॉक्टर वैष्णवी बावा ने अपने सोशल मीडिया पर कुछ संकेत साझा किए हैं, जो आपके पैरों में दिखाई दे सकते हैं और डायबिटीज का संकेत दे सकते हैं। इन लक्षणों को समय पर पहचानकर आप इस बीमारी को नियंत्रित करने के लिए आवश्यक कदम उठा सकते हैं।
सुन्नपन और झुनझुनी: यदि आपके पैरों में सुन्नपन या झुनझुनी महसूस हो रही है, तो यह डायबिटीज का संकेत हो सकता है। उच्च रक्त शर्करा नसों को नुकसान पहुंचा सकती है, जिससे पैरों में सुन्नपन और झुनझुनी जैसी समस्याएं उत्पन्न हो सकती हैं।
सूजन: बिना किसी स्पष्ट कारण के पैरों में सूजन आना भी डायबिटीज का लक्षण हो सकता है। विशेष रूप से टखनों और पैरों के निचले हिस्से में सूजन होना इस बात का संकेत हो सकता है कि आपके शरीर में रक्त का संचार सही तरीके से नहीं हो रहा है।
सूखी त्वचा: डायबिटीज से प्रभावित व्यक्तियों की त्वचा अक्सर रूखी और बेजान हो जाती है। यदि आपके पैरों में लगातार खुजली और सूखापन महसूस हो रहा है, तो यह डायबिटीज का संकेत हो सकता है।
पैरों में ऐंठन: अचानक से पैरों में तेज ऐंठन आना भी डायबिटीज का लक्षण हो सकता है। विशेष रूप से रात के समय पैर में ऐंठन और दर्द होना इस बीमारी की ओर इशारा करता है।
घाव जो ठीक नहीं होते: डायबिटीज से ग्रस्त व्यक्तियों के शरीर में घाव भरने की प्रक्रिया धीमी हो जाती है। यदि आपके पैरों में कोई घाव है जो लंबे समय से ठीक नहीं हो रहा है, तो यह डायबिटीज का संकेत हो सकता है। इन लक्षणों में से कोई भी दिखाई देने पर तुरंत डॉक्टर से सलाह लेना आवश्यक है। जल्दी पहचान और उचित उपचार से आप डायबिटीज को नियंत्रित कर सकते हैं और इसके गंभीर परिणामों से बच सकते हैं।
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