केंद्रीय वाणिज्य एवं उद्योग और इलेक्ट्रॉनिक्स एवं सूचना प्रौद्योगिकी राज्य मंत्री जितिन प्रसाद ने बुधवार को घोषणा की कि मुरादाबाद, जिसे पीतल नगरी के नाम से जाना जाता है, को निर्यात केंद्र के रूप में विकसित किया जाएगा।
प्रसाद ने मुरादाबाद सर्किट हाउस में अधिकारियों के साथ एक बैठक में रेलवे, सड़क और अन्य बुनियादी ढांचों को सुधारने पर जोर दिया। उन्होंने वन स्टॉप सेंटर की स्थापना की आवश्यकता पर भी बल दिया, जिससे निर्यातकों की प्रशासनिक और तकनीकी आवश्यकताओं का समाधान एक ही स्थान पर किया जा सके।
उन्होंने पिछले वर्ष की तुलना में इस वर्ष निर्यात में कमी पर चिंता व्यक्त की और कहा कि समस्याओं की पहचान कर उनका समाधान किया जाएगा। जीएसटी से संबंधित मुद्दों को आगामी जीएसटी परिषद की बैठक में उठाने का आश्वासन दिया गया।
प्रदूषण नियंत्रण और नगर निगम से जुड़ी समस्याओं के लिए जिलाधिकारी अनुज सिंह को नोडल अधिकारी नियुक्त करने के निर्देश दिए गए।
प्रेस वार्ता में केंद्रीय मंत्री ने कहा कि व्यापार में वृद्धि हुई है, लेकिन कारीगरों की आर्थिक स्थिति में सुधार नहीं हुआ है, जिससे उनकी संख्या में कमी आ रही है।
उन्होंने निर्यातकों और कारीगरों को प्रोत्साहित करने के लिए 'एक जिला एक उत्पाद' (ओडीओपी) योजना के तहत कारीगर गांव बनाने के लिए संयुक्त उद्योग आयुक्त को निर्देशित किया। मुरादाबाद का पीतल और अन्य धातुओं से संबंधित शिल्पकला का विश्व स्तर पर महत्वपूर्ण स्थान है।
उन्होंने कहा कि केंद्र और उत्तर प्रदेश में भाजपा की डबल इंजन सरकार रोजगार के अवसर प्रदान करने और निर्यातकों की आय बढ़ाने के लिए प्रतिबद्ध है।
You may also like
स्कूल सभा के लिए आज के प्रमुख समाचार: राष्ट्रीय, अंतर्राष्ट्रीय और खेल की खबरें
कांग्रेस सांसद कार्ति चिदंबरम बना सकते हैं नई पार्टी, सोशल मीडिया पर दिए संकेत
Jio और Airtel ने मई में जोड़े 99 फीसदी से ज्यादा नए ग्राहक
Naga Chaitanya और Sobhita Dhulipala के साथ वीकेंड बिताने की खास बातें
क्या अमिताभ बच्चन फिर से लौटेंगे 'कल्कि 2898 एडी' के सीक्वल में? जानें क्या कहा बिग-बी ने!