बीजिंग, 3 अक्टूबर . इजरायली नौसेना ने गाजा पट्टी में मानवीय सहायता ले जा रहे जहाज ‘ग्लोबल रेजिलिएंस फ्लीट’ को 1 अक्टूबर की शाम से 2 अक्टूबर की सुबह तक खुले समुद्र में रोक लिया, जिससे उसमें सवार 400 से ज्यादा लोग हिरासत में आ गए.
विभिन्न यूरोपीय देशों के राजनेताओं और नागरिकों ने कड़ी प्रतिक्रिया व्यक्त करते हुए इजरायल से अंतर्राष्ट्रीय कानून का पालन करने, बंदियों की सुरक्षा की गारंटी देने और गाजा पट्टी में सैन्य अभियान बंद करने की मांग की.
इजरायल द्वारा बेड़े को रोके जाने की खबर के बाद, 1 अक्टूबर की शाम को इटली में बड़े पैमाने पर विरोध-प्रदर्शन शुरू हो गए. रोम, मिलान, नेपल्स, ट्यूरिन, जेनोआ और अन्य शहरों में हजारों लोग सड़कों पर उतर आए, कई रेलवे स्टेशनों पर धरना दिया और ट्रेनों को रोका.
इतालवी मीडिया रिपोर्टों के अनुसार, ‘ग्लोबल रेजिलिएंस फ्लीट’ में शामिल लगभग 40 इतालवी नागरिकों को इजरायल ने हिरासत में लिया. इतालवी ट्रेड यूनियनों ने इजरायल के प्रति इतालवी Government की नीति का विरोध करने और फिलिस्तीन के प्रति समर्थन व्यक्त करने के लिए 3 अक्टूबर को आम हड़ताल की घोषणा की.
(साभार- चाइना मीडिया ग्रुप, पेइचिंग)
–
एबीएम/
You may also like
DSSSB TGT Vacancy 2025: दिल्ली के सरकारी स्कूलों में निकली टीजीटी टीचर्स की 5300+ वैकेंसी, 1.42 लाख तक मंथली सैलरी
जम्मू-कश्मीर मास्टर्स गेम्स एसोसिएशन की वार्षिक आम सभा संपन्न, दूसरे मास्टर्स गेम्स 5 से 9 नवम्बर तक जम्मू में होंगे आयोजित
प्रधानमंत्री मोदी देश के युवाओं को देंगे बड़ी सौगात, 62000 करोड़ की योजनाओं की शुरुआत करेंगे
केआरएच में प्रसव के दौरान नवजात की मौत, परिवार में मचा कोहराम
रेलवे ने खोली अनोखी पहल, गोला में ट्रेन डिब्बे में तैयार 'रेल कोच रेस्टोरेंट'