नई दिल्ली, 30 जून . कर्नाटक में मुख्यमंत्री की कुर्सी को लेकर जारी खींचतान के बीच कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे के एक बयान ने भाजपा को उन पर हावी होने का मौका दे दिया है. दरअसल, खड़गे ने कर्नाटक में नेतृत्व परिवर्तन को लेकर कहा है कि इसका फैसला हाईकमान करेगा और यह उसी के अधिकार क्षेत्र में है. अब भाजपा ने इस पर चुटकी लेना शुरू कर दिया है.
भाजपा नेताओं ने पूछा है कि कांग्रेस के राष्ट्रीय अध्यक्ष क्या नेतृत्व परिवर्तन का फैसला भी नहीं ले सकते हैं. इसके लिए भी उन्हें गांधी परिवार से पूछना होगा.
भाजपा के राष्ट्रीय प्रवक्ता आर.पी. सिंह ने सोमवार को समाचार एजेंसी से बातचीत के दौरान कहा, “आप उस पार्टी के अध्यक्ष से वास्तव में कुछ भी उम्मीद नहीं कर सकते. यह सिर्फ एक नाममात्र का पद है. वह अपनी पार्टी के भीतर चाटुकारिता की संस्कृति को जानते हैं. कांग्रेस कोई पार्टी नहीं है, यह परिवार है, जिसे कुछ लोग चलाते हैं, जैसे सोनिया गांधी, राहुल गांधी, प्रियंका वाड्रा. सब कुछ उनके इर्द-गिर्द घूमता है. मुझे पूरी उम्मीद है कि आने वाले समय में प्रियंका वाड्रा के बच्चों से पार्टी के अध्यक्षों को इजाजत लेनी पड़ेगी.
कोलकाता रेप केस मामले पर भाजपा के राष्ट्रीय प्रवक्ता ने पश्चिम बंगाल की ममता बनर्जी सरकार पर जोरदार निशाना साधा. उन्होंने कहा कि ममता बनर्जी मां माटी मानुष का नारा देकर आई थीं. आज न मां है और न ही माटी है. मानुष तो बहुत पहले पीछे छूट चुका था. उन्होंने कहा कि बंगाल की स्थिति काफी खराब है. तृणमूल कांग्रेस नहीं गुंडे वहां की सरकार चला रहे हैं.
महाराष्ट्र में राज ठाकरे और उद्धव ठाकरे के एक साथ आने पर आर.पी. सिंह ने कहा कि राज ठाकरे को उद्धव ठाकरे से पूछना चाहिए कि बाला साहेब तो हमेशा कांग्रेस के खिलाफ रहे, वह कब तक कांग्रेस की गोद में बैठे रहेंगे.
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डीकेएम/एकेजे
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