लखनऊ, 3 मई . उत्तर प्रदेश की राजधानी लखनऊ के सरोजिनी नगर की स्वीटी फूड फैक्ट्री में शनिवार शाम भीषण आग लगने से हड़कंप मच गया. इस घटना में दो लोगों की दर्दनाक मौत हो गई, जबकि फैक्ट्री को भारी नुकसान पहुंचा. स्थानीय पुलिस और फायर ब्रिगेड की त्वरित कार्रवाई से आग पर काबू पाया गया, लेकिन तब तक जानमाल का नुकसान हो चुका था.
सूचना मिलते ही सहायक पुलिस आयुक्त कृष्णानगर, थाना प्रभारी सरोजिनी नगर, स्थानीय पुलिस टीम, पीआरबी और फायर ब्रिगेड की 15-16 गाड़ियां मौके पर पहुंचीं और राहत व बचाव कार्य शुरू किया. फैक्ट्री मालिक अखिलेश के बेटे ऋतिक ने बताया कि यह बेकरी फैक्ट्री पिछले एक साल से बंद थी, लेकिन वहां वेल्डिंग का काम चल रहा था. संभावना है कि वेल्डिंग के दौरान निकली चिंगारी से आग भड़की.
फायर ब्रिगेड और पुलिस ने कड़ी मशक्कत के बाद शाम सात बजे तक आग पर पूरी तरह काबू पा लिया. बचाव कार्य के दौरान दो लोगों को फैक्ट्री से निकाला गया, जिन्हें तुरंत लोकबंधु अस्पताल ले जाया गया. अस्पताल में डॉक्टरों ने दोनों को मृत घोषित कर दिया.
प्रारंभिक जांच में सामने आया कि वेल्डिंग कार्य के दौरान चिंगारी से आग लगने की संभावना है. पुलिस ने मृतकों के शवों को पोस्टमॉर्टम के लिए भेज दिया है और पंचनामा की कार्रवाई शुरू कर दी है. सरोजिनी नगर थाना प्रभारी ने बताया कि घटना की विस्तृत जांच की जा रही है और आवश्यक वैधानिक कार्रवाई जारी है.
आग की खबर फैलते ही आसपास के लोग अपने घरों से बाहर निकल आए. भारी भीड़ जमा हो गई, और चीख-पुकार मच गई. आग की तीव्रता को देखते हुए क्षेत्र की बिजली आपूर्ति काट दी गई, जिसे देर शाम बहाल किया गया. पुलिस प्रशासन ने भीड़ को समझा-बुझाकर शांत कराया, ताकि बचाव कार्य में कोई बाधा न आए.
वहीं, स्थानीय लोगों का कहना है कि बंद पड़ी फैक्ट्री में सुरक्षा इंतजामों की कमी के चलते यह हादसा हुआ. फिलहाल पुलिस ने घटना की विस्तृत जांच शुरू कर दी है.
–
एकेएस/एबीएम
The post first appeared on .
You may also like
दिव्यांगजन के लिए बड़ी खुशखबरी! सालाना बैंक खातों में आएंगे 30,000 रूपए, जानिए कहां और कैसे करना है आवेदन ?
Badrinath Temple History : बद्रीनाथ मंदिर के कपाट खोलने की अद्भुत परंपरा,तीन चाबियों का रहस्य
बेला हदीद की अनुपस्थिति और गीगी हदीद का शानदार लुक: मेट गाला 2025
Unseasonal Rain and Hail Alert Issued for Maharashtra: Mumbai, Thane, and Palghar to Witness Light Showers
इल्तिजा मुफ्ती का सवाल, '30-40 साल से घाटी में रह रही महिलाओं को वापस भेजने की उम्मीद कैसे की जा सकती है?'