इस्लामाबाद, 3 सितंबर . पाकिस्तान ने अफगान प्रवासियों के निवास परमिट की अवधि खत्म होने के बाद उन्हें हिरासत में लेना शुरू कर दिया है. इस बीच, तोरखम जैसे सीमा चौकियों पर भीड़भाड़ की स्थिति बताई जा रही है, जहां बड़ी संख्या में अफगान नागरिक पाकिस्तान छोड़ने की कोशिश कर रहे हैं.
पाकिस्तान के गृह मंत्रालय ने आदेश जारी कर दिया है कि जिन अफगान प्रवासियों के निवास परमिट समाप्त हो गए हैं, उन्हें गिरफ्तार कर निर्वासित किया जाए. मंत्रालय ने कानून-प्रवर्तन एजेंसियों से प्रतिदिन अफगान नागरिकों की गिरफ्तारी और कार्रवाई की रिपोर्ट देने को कहा है.
स्थानीय पुलिस के अनुसार, रावलपिंडी सहित कई क्षेत्रों में तलाशी अभियान चलाए जा रहे हैं और कई अफगान नागरिकों को गिरफ्तार भी किया गया है.
गृह मंत्रालय ने साफ किया है कि लगभग 14 लाख अफगान नागरिक, जिनके पास प्रूफ ऑफ रजिस्ट्रेशन कार्ड हैं, उन्हें भी वापस भेजा जाएगा. इसके अलावा, करीब 8 लाख अफगान नागरिक, जो अफगान सिटीजन कार्ड लेकर पाकिस्तान में रह रहे हैं, उन्हें भी अवैध ठहराकर निर्वासित करने की तैयारी है.
इस सख्त कार्रवाई के चलते तोरखम सीमा पर भारी भीड़ देखी जा रही है. मानवाधिकार विशेषज्ञों ने चेतावनी दी है कि इस तरह की बड़े पैमाने पर निर्वासन की प्रक्रिया से अफगान परिवारों को गंभीर आर्थिक संकट, सामाजिक अस्थिरता और शोषण जैसी स्थितियों का सामना करना पड़ सकता है.
अंतरराष्ट्रीय संस्थाएं लगातार पाकिस्तान से अपील कर रही हैं कि वह अफगानिस्तान से बातचीत करे ताकि प्रवासियों की सुरक्षित और मानवीय वापसी सुनिश्चित की जा सके.
गौरतलब है कि अगस्त में पाकिस्तान के गृह मंत्रालय ने घोषणा की थी कि 1 सितंबर से प्रूफ ऑफ रजिस्ट्रेशन कार्डधारक अफगान नागरिकों की वापसी प्रक्रिया शुरू होगी. मंत्रालय ने कहा था कि इस प्रक्रिया को अफगान तालिबान अंतरिम सरकार, संयुक्त राष्ट्र शरणार्थी उच्चायुक्त और अन्य अंतरराष्ट्रीय एजेंसियों के सहयोग से आगे बढ़ाया जाएगा.
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डीएससी/
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