New Delhi, 18 अगस्त . ताइवान की इलेक्ट्रॉनिक्स दिग्गज और एप्पल की प्रमुख सप्लायर फॉक्सकॉन ने अपने नए बेंगलुरु फैक्ट्री में आईफोन 17 का उत्पादन शुरू कर दिया है.
यह इस फैक्ट्री के लिए एक महत्वपूर्ण उपलब्धि है. यह चीन के बाहर फॉक्सकॉन की दूसरी सबसे बड़ी आईफोन मैन्युफैक्चरिंग यूनिट है और लगभग 2.8 बिलियन डॉलर (लगभग 25,000 करोड़ रुपए) के निवेश से स्थापित की गई है.
इस घटनाक्रम से जुड़े सूत्रों के अनुसार, देवनहल्ली स्थित बेंगलुरु यूनिट अब फॉक्सकॉन के चेन्नई प्लांट के साथ-साथ चालू हो गई है, जहां आईफोन 17 का उत्पादन भी चल रहा है.
यह पिछले साल लगभग इसी समय-सीमा में आईफोन 16 सीरीज के स्थानीय उत्पादन के बाद है, जो इसके वैश्विक और भारत में लॉन्च से पहले था.
हालांकि, एप्पल या फॉक्सकॉन ने अभी तक इस घटनाक्रम पर आधिकारिक रूप से कोई टिप्पणी नहीं की है.
इस साल की शुरुआत में कई चीनी इंजीनियरों के अचानक चले जाने के बाद नई यूनिट को कुछ समय के लिए झटका लगा था, लेकिन फॉक्सकॉन ने इस कमी को पूरा करने के लिए ताइवान और दूसरे स्थानों से विशेषज्ञों को लाने में कामयाबी हासिल की है.
एप्पल भारत को एक मैन्युफैक्चरिंग हब के रूप में विकसित करने पर बड़ा दांव लगा रहा है. कंपनी द्वारा इस वर्ष आईफोन उत्पादन को 6 करोड़ यूनिट तक बढ़ाने की उम्मीद है, जबकि 2024-25 में यह 3.5-4 करोड़ यूनिट था.
31 मार्च, 2025 को समाप्त वर्ष में, एप्पल ने भारत में 60 प्रतिशत अधिक आईफोन असेंबल किए, जिनकी अनुमानित कीमत 22 अरब डॉलर है.
एप्पल के सीईओ टिम कुक ने हाल ही में कंपनी की ग्लोबल सप्लाई चेन में भारत के बढ़ते महत्व को रेखांकित किया.
31 जुलाई को वित्तीय परिणामों की घोषणा के बाद, उन्होंने खुलासा किया कि जून 2025 में अमेरिका में बेचे गए अधिकांश आईफोन भारत में बने थे.
दूसरी तिमाही के आय परिणामों पर कॉल के दौरान, कुक ने यह भी पुष्टि की कि जून तिमाही के दौरान अमेरिका में बेचे गए सभी आईफोन भारत से भेजे गए थे.
एसएंडपी ग्लोबल के एक विश्लेषण से पता चलता है कि 2024 में अमेरिका में आईफोन की बिक्री 75.9 मिलियन यूनिट तक पंहुच गई. मार्च 2025 तक भारत से निर्यात 3.1 मिलियन यूनिट होने के साथ, इस मांग को पूरा करने के लिए एप्पल को या तो अपनी क्षमता बढ़ाकर शिपमेंट दोगुना करना होगा या घरेलू बाजार के लिए अधिक डिवाइस भेजने होंगे.
इस बीच, भारत के स्मार्टफोन बाजार में एप्पल की उपस्थिति लगातार बढ़ रही है. 2025 की पहली छमाही में आपूर्ति सालाना 21.5 प्रतिशत बढ़कर 5.9 मिलियन यूनिट हो गई, जिसमें आईफोन 16 सबसे अधिक शिप किए जाने वाले मॉडल के रूप में उभरा.
केवल जून तिमाही में, भारत में एप्पल की शिपमेंट सालाना आधार पर लगभग 20 प्रतिशत बढ़ी, जिससे इसकी बाजार हिस्सेदारी 7.5 प्रतिशत हो गई.
हालांकि, आईडीसी के अनुसार, व्यापक भारतीय स्मार्टफोन बाजार में चीनी ब्रांडों का दबदबा बना रहा, जिसमें इसी तिमाही में वीवो 19 प्रतिशत हिस्सेदारी के साथ सबसे आगे रहा.
बेंगलुरु फैक्ट्री के लॉन्च को एप्पल की चीन से दूर अपने उत्पादन आधार में विविधता लाने और ग्लोबल मैन्युफैक्चरिंग हब के रूप में भारत की भूमिका को मजबूत करने की रणनीति में एक प्रमुख कदम के रूप में देखा जा रहा है.
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एसकेटी/
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