मथुरा: दिल्ली में लाल किले के पास हुए ब्लास्ट के बाद सनातन एकता पदयात्रा निकाल रहे बाबा बागेश्वर की सुरक्षा में और इजाफा कर दिया गया है। धीरेंद्र शास्त्री की पदयात्रा में अब तक हरियाणा पुलिस की तीन कंपनी तैनात थी। अब 2 कंपनी और बढ़ा दी गई है। 7 नवंबर को दिल्ली से निकली यह यात्रा सोमवार रात हरियाणा के पलवल में रुकी। 16 नवंबर को वृंदावन में इसका समापन होना है। इस बीच, पलवल में एक दुकान का छज्जा भीड़ के कारण गिर गया, जिससे कई लोग घायल हो गए। लोग धीरेंद्र शास्त्री को देखने के लिए छज्जे पर चढ़ गए थे।
यात्रा के साथ लगभग 30 हजार लोग भगवान राम और हनुमानजी के झंडे लेकर चल रहे हैं। पलवल के सीनियर सेकेंडरी स्कूल में यात्रियों के रात्रि विश्राम की व्यवस्था की गई। दिल्ली से कुछ लोग ट्रकों में सवार होकर यात्रा में शामिल हुए और ढोल-नगाड़े बजाते हुए आगे बढ़े। फरीदाबाद में राजस्थान के मेवाड़ राजघराने के लक्ष्यराज सिंह ने भी यात्रा में भाग लिया।
धीरेंद्र शास्त्री से लिपटकर रोने लगा भक्तयात्रा के दौरान एक भक्त धीरेंद्र शास्त्री के पैरों पर गिर पड़ा, जिसे उन्होंने उठाकर गले लगाया और कंधे पर हाथ रखकर साथ चलाया। एक अन्य भक्त बागेश्वर बाबा से लिपटकर रोने लगा, जिसे उन्होंने शांत कराया। बदायूं के तेजपाल और उनके भाई अपनी मां को पालकी में बिठाकर यात्रा के साथ चले।
हनुमान बनकर यात्रा में शामिल हुआ कलाकारयात्रा में शामिल होने के लिए एक कलाकार हनुमानजी बनकर पहुंचा। यात्रा में महिलाएं भी शामिल हैं। सभी भगवा झंडा लेकर चल रहीं। इस पदयात्रा में रविवार को कथावाचक अनिरुद्धाचार्य महाराज भी शामिल हुए थे। पदयात्रा में शामिल श्रद्धालुओं के दोनों टाइम खाने की व्यवस्था वे ही कर रहे हैं। इसके लिए धीरेंद्र शास्त्री ने उनका आभार जताया है।
यात्रा के साथ लगभग 30 हजार लोग भगवान राम और हनुमानजी के झंडे लेकर चल रहे हैं। पलवल के सीनियर सेकेंडरी स्कूल में यात्रियों के रात्रि विश्राम की व्यवस्था की गई। दिल्ली से कुछ लोग ट्रकों में सवार होकर यात्रा में शामिल हुए और ढोल-नगाड़े बजाते हुए आगे बढ़े। फरीदाबाद में राजस्थान के मेवाड़ राजघराने के लक्ष्यराज सिंह ने भी यात्रा में भाग लिया।
धीरेंद्र शास्त्री से लिपटकर रोने लगा भक्तयात्रा के दौरान एक भक्त धीरेंद्र शास्त्री के पैरों पर गिर पड़ा, जिसे उन्होंने उठाकर गले लगाया और कंधे पर हाथ रखकर साथ चलाया। एक अन्य भक्त बागेश्वर बाबा से लिपटकर रोने लगा, जिसे उन्होंने शांत कराया। बदायूं के तेजपाल और उनके भाई अपनी मां को पालकी में बिठाकर यात्रा के साथ चले।
हनुमान बनकर यात्रा में शामिल हुआ कलाकारयात्रा में शामिल होने के लिए एक कलाकार हनुमानजी बनकर पहुंचा। यात्रा में महिलाएं भी शामिल हैं। सभी भगवा झंडा लेकर चल रहीं। इस पदयात्रा में रविवार को कथावाचक अनिरुद्धाचार्य महाराज भी शामिल हुए थे। पदयात्रा में शामिल श्रद्धालुओं के दोनों टाइम खाने की व्यवस्था वे ही कर रहे हैं। इसके लिए धीरेंद्र शास्त्री ने उनका आभार जताया है।
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