मुंबई: राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (RSS) के 100 साल पूरे होने को लेकर जहां देश भर की नजरें नागपुर स्थित रेशीम बाग पर लगी है तो वहीं राज्य में स्थानीय निकाय चुनावों को देखते हुए उद्धव ठाकरे और एकनाथ शिंदे की दशहरा रैली को काफी अहम माना जा रहा है। दशहर रैली तारीख नजदीक आने के बाद इनको लेकर घमासान भी शुरू हो गया है। महाराष्ट्र में भारी बारिश के बाद उद्धव ठाकरे जहां सरकार से पूर्ण कर्जमाफी की मांग करके के किसानों की मदद की मांग कर रहे हैं तो वहीं बीजेपी ने दशहर रैली रद्द करके फंड बाढ़ पीड़ितों को देने को कहा है। ऐसे में सवाल खड़ा हो रहा है कि क्या जब मराठवाड़ा में लोग तकलीफ में हैं तब उद्धव ठाकरे की अगुवाई वाली शिवसेना यूबीटी दशहर रैली आयोजित करेगी। उद्धव ठाकरे ने की दशहरा रैली शिवाजी पार्क में होनी है तो वहीं दूसरी ओर शिवसेना के प्रमुख एकनाथ शिंदे ने ऐलान किया है कि इस साल की रैली में सिर्फ मुंबई मेट्रोपॉलिटन रीजन के कार्यकर्ता इसमें शिरकत करेंगे। उन्होंने इस अपनी रैली आजाद मैदान आयोजित नहीं करने का फैसला किया है।
बीजेपी-शिंदे ने बढ़ाया उद्धव पर दबाव
उद्धव ठाकरे की मांग है कि महाराष्ट्र बाढ़ प्रभावित किसानों की मदद पंजाब की तर्ज पर की जाए, लेकिन बीजेपी और एकनाथ शिंदे ने उद्धव ठाकरे पर स्टैंड बदलकर दबाव बढ़ा दिया है। शिंदे ने कहा है कि हमारे कार्यकर्ता बाढ़ प्रभावित सभी क्षेत्रों में जाकर जरूरतमंदों की मदद करेंगे। प्रभावित क्षेत्रों से हमने कार्यकर्ताओं से कहा है कि वे मुंबई न आएं और लोगों की मदद करें। दशहरा रैली में केवल मुंबई के शिवसैनिक शामिल होंगे। दशहरा रैली शिवसेना की दशको पुरानी परंपरा रही है।
कहां होगी शिंदे की सेना की रैली?
एकनाथ शिंदे ने यह ऐलान तब किया है जब शिवसेना (यूबीटी) प्रमुख उद्धव ठाकरे 2 अक्टूबर को दशहरा के अवसर पर शिवाजी पार्क में एक बड़ी रैली को संबोधित करने वाले हैं, लेकिन शिंदे कह रहे हैं कि हमारी सोच हमेशा रही है कि 80 प्रतिशत सोशल वर्क और 20 प्रतिशत राजनीति होना चाहिए। यह समय सोशल वर्क का है, लोगों की मदद करने का है। बीजेपी के हमले और शिंदे के दांव में घिरे उद्धव की मुश्किल बारिश ने बढ़ाई है। इधर शिंदे ने कहा है कि इस बार दशहरा रैली आजाद मैदान (Azad Maidan) की जगह नेस्को (NESCO) इंडोर परिसर में होगी। क्योंकि बारिश और कीचड़ की वजह से आजाद मैदान में आयोजन संभव नहीं है।अब देखना है कि उद्धव ठाकरे क्या निर्णय लेते हैं।
क्या बोले आनंद दुबे?
दशहरा रैली की जगह बदलने पर उद्धव ठाकरे गुट ने शिंदे पर तंज कसा है। शिवसेना (यूबीटी) नेता आनंद दुबे ने कहा कि 2 अक्टूबर को मुंबई में लोग एक असली शिवसेना और एक नकली शिवसेना की दशहरा रैली देखेंगे। दशहरा आयोजन की शुरुआत 1966 में हिंदू हृदय सम्राट बालासाहेब ठाकरे ने दादर के छत्रपति शिवाजी मैदान में की थी और हमारा 2025 का दशहरा रैली भी वहीं हो रहा है। ऐसे में स्वाभाविक सी बात है कि असली शिवसेना उद्धव ठाकरे की है। कभी अपनी दशहरा रैली की जगह नहीं बदली है। दुबे ने कहा कि उद्धव ठाकरे के संबोधन को सुनने के लिए महाराष्ट्र ही नहीं पूरा देश उत्सुक है। मुंबई और महाराष्ट्र में स्थानीय निकाय चुनावों के लिहाज से उद्धव ठाकरे की रैली को शक्ति प्रदर्शन के तौर पर देखा जा रहा है। इसमें महाराष्ट्र नवनिर्माण सेना के चीफ राज ठाकरे के भी मौजूद रहने की उम्मीद है।
बीजेपी-शिंदे ने बढ़ाया उद्धव पर दबाव
उद्धव ठाकरे की मांग है कि महाराष्ट्र बाढ़ प्रभावित किसानों की मदद पंजाब की तर्ज पर की जाए, लेकिन बीजेपी और एकनाथ शिंदे ने उद्धव ठाकरे पर स्टैंड बदलकर दबाव बढ़ा दिया है। शिंदे ने कहा है कि हमारे कार्यकर्ता बाढ़ प्रभावित सभी क्षेत्रों में जाकर जरूरतमंदों की मदद करेंगे। प्रभावित क्षेत्रों से हमने कार्यकर्ताओं से कहा है कि वे मुंबई न आएं और लोगों की मदद करें। दशहरा रैली में केवल मुंबई के शिवसैनिक शामिल होंगे। दशहरा रैली शिवसेना की दशको पुरानी परंपरा रही है।
कहां होगी शिंदे की सेना की रैली?
एकनाथ शिंदे ने यह ऐलान तब किया है जब शिवसेना (यूबीटी) प्रमुख उद्धव ठाकरे 2 अक्टूबर को दशहरा के अवसर पर शिवाजी पार्क में एक बड़ी रैली को संबोधित करने वाले हैं, लेकिन शिंदे कह रहे हैं कि हमारी सोच हमेशा रही है कि 80 प्रतिशत सोशल वर्क और 20 प्रतिशत राजनीति होना चाहिए। यह समय सोशल वर्क का है, लोगों की मदद करने का है। बीजेपी के हमले और शिंदे के दांव में घिरे उद्धव की मुश्किल बारिश ने बढ़ाई है। इधर शिंदे ने कहा है कि इस बार दशहरा रैली आजाद मैदान (Azad Maidan) की जगह नेस्को (NESCO) इंडोर परिसर में होगी। क्योंकि बारिश और कीचड़ की वजह से आजाद मैदान में आयोजन संभव नहीं है।अब देखना है कि उद्धव ठाकरे क्या निर्णय लेते हैं।
क्या बोले आनंद दुबे?
दशहरा रैली की जगह बदलने पर उद्धव ठाकरे गुट ने शिंदे पर तंज कसा है। शिवसेना (यूबीटी) नेता आनंद दुबे ने कहा कि 2 अक्टूबर को मुंबई में लोग एक असली शिवसेना और एक नकली शिवसेना की दशहरा रैली देखेंगे। दशहरा आयोजन की शुरुआत 1966 में हिंदू हृदय सम्राट बालासाहेब ठाकरे ने दादर के छत्रपति शिवाजी मैदान में की थी और हमारा 2025 का दशहरा रैली भी वहीं हो रहा है। ऐसे में स्वाभाविक सी बात है कि असली शिवसेना उद्धव ठाकरे की है। कभी अपनी दशहरा रैली की जगह नहीं बदली है। दुबे ने कहा कि उद्धव ठाकरे के संबोधन को सुनने के लिए महाराष्ट्र ही नहीं पूरा देश उत्सुक है। मुंबई और महाराष्ट्र में स्थानीय निकाय चुनावों के लिहाज से उद्धव ठाकरे की रैली को शक्ति प्रदर्शन के तौर पर देखा जा रहा है। इसमें महाराष्ट्र नवनिर्माण सेना के चीफ राज ठाकरे के भी मौजूद रहने की उम्मीद है।
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