पटना: पटना की कुम्हरार विधानसभा सीट। बूथ नम्बर 223, नवरत्नपुर सामुदायिक भवन। समय शाम साढ़े तीन बजे। यहां सामुदायिक भवन में दो मतदान केन्द्र हैं। मंदिर परिसर में स्थिति यह बूथ बिल्कुल साफ सुथरा है। बेहद शांत माहौल है। मतदान केन्द्र के दरवाजे पर एसएसबी के जवान खड़े हैं। पुरुषों की अपेक्षा महिला वोटरों की तादत अधिक है। पुरुषों की पंक्ति में सिर्फ दो वोटर नजर आ रहे हैं, जबकि महिलाओं की पंक्ति में करीब 25 महिला वोट खड़ी हैं। बूथ के बाहर जहां बीएलओ मतदाता पर्ची खोज कर दे रही हैं, वहां भी करीब 10-15 महिलाएं खड़ी हैं। चुनाव आयोग के सौजन्य से बुजुर्ग वोटरों के लाने-लेजाने के लिए एक ई-रिक्शा बूथ के पास खड़ा है। अभी अभी वह किसी बुजुर्ग वोटर को घर छोड़ कर आ रहा है।
सेल्फी प्वाइंट पर तस्वीर लेने की होड़
करीब 20-25 महिलाएं पंक्ति में खड़ी हो कर वोट देने की अपनी बारी इंतजार कर रही हैं। शाम होने को आयी है लेकिन महिलाओं में, खास कर युवा लड़कियों में, वोट को लेकर काफी उत्साह है। उनकी मतदाता पर्ची का वोटर लिस्ट से मिलान कर उन्हें बूथ के अंदर जाने दिया जाता है। एक युवा लड़की के हाथ में मोबाइल है। शायद वह पहली बार वोट देने आयी है। एसएसबी का जवान युवती को मोबाइल अंदर ले जाने से मना करता है। युवती कुछ अनमना हो जाती है। फिर पूछती है, क्यों परमिशन नहीं है ? वहां मौजूद एक मतदानकर्मी युवती को बताता है, मतदान गोपनीय होता है बूथ के अंदर मोबाइल फोन ले जाने से गोपनीयता भंग हो जाएगी। लेकिन चुनाव आयोग ने ऐसे युवा वोटरों को खुश करने का इंतजाम कर रखा है। बूथ के बाहर दो जगह सेल्फी प्वाइंट बने हुए हैं। परिवार के साथ आने वाली महिलाएं वोट देने के बाद सेल्फी प्वाइंट के पास जाकर मोबाइल से तस्वीरें ले रही हैं। ऐसा लग रहा है जैसे कोई उत्सव हो।
वोटिंग को लेकर चर्चा
चार बजे तक एक्का-दुक्का पुरुष वोटर आ रहे हैं। सुरक्षा की पुख्ता व्यवस्था है। लेकिन हर तरफ स्वाभाविक शांति है। बूथ नम्बर 223 के आसपास कई निजी स्कूल हैं, जहां मतदान केन्द्र बनाया गया है। यह इलाका इंदिरा नगर मुख्य बाजार में स्थित है। सभी दुकानें बिल्कुल बंद हैं। सड़क पर केवल वोटरों की ही आवाजाही हो रही है। कुछ प्रौढ़ लोग वोट दे कर वापस लौट रहे हैं। वोट को लेकर वे आपस में चर्चा कर रहे हैं। उनमें से एक सज्जन कह रहे हैं, अगर कायस्थ विधायक का टिकट काटा तो उसे किसी कायस्थ कार्यकर्ता को ही टिकट देना चाहिए था। कुम्हरार में सबसे अधिक कायस्थ वोटर ही हैं। शुरू में तो नाराजगी थी लेकिन आज मन बदल गया। जहां पहले देते थे, वहीं बटन दबा दिया। दूसरे सज्जन ने कहा, अभी जात-पात की बात ठीक नहीं है। दूसरे दल के भी यहां समर्थक हो सकते हैं। बेकार का लफड़ा हो सकता है।
वोटिंग का मन-मिजाज
भाजपा के संजय गुप्ता, कांग्रेस के इंद्रदीप चंद्रवंशी और जन सुराज पार्टी के प्रोफेसर केसी सिन्हा का भाग्य आज ईवीएम में बंद हो गया। कुम्हरार के मौजूदा विधायक अरुण कुमार सिन्हा हैं। वे कायस्थ जाति से आते हैं। उनका टिकट काट कर इस बार संजय गुप्ता को उम्मीदवार बनाया गया है। जन सुराज के प्रोफेसर केसी सिन्हा कायस्थ जाति के हैं। आज वोटरों के मिजाज से यह आभास मिल रहा है कि कायस्थ वोट, भाजपा और जनसुराज में बंटे हैं।
सेल्फी प्वाइंट पर तस्वीर लेने की होड़
करीब 20-25 महिलाएं पंक्ति में खड़ी हो कर वोट देने की अपनी बारी इंतजार कर रही हैं। शाम होने को आयी है लेकिन महिलाओं में, खास कर युवा लड़कियों में, वोट को लेकर काफी उत्साह है। उनकी मतदाता पर्ची का वोटर लिस्ट से मिलान कर उन्हें बूथ के अंदर जाने दिया जाता है। एक युवा लड़की के हाथ में मोबाइल है। शायद वह पहली बार वोट देने आयी है। एसएसबी का जवान युवती को मोबाइल अंदर ले जाने से मना करता है। युवती कुछ अनमना हो जाती है। फिर पूछती है, क्यों परमिशन नहीं है ? वहां मौजूद एक मतदानकर्मी युवती को बताता है, मतदान गोपनीय होता है बूथ के अंदर मोबाइल फोन ले जाने से गोपनीयता भंग हो जाएगी। लेकिन चुनाव आयोग ने ऐसे युवा वोटरों को खुश करने का इंतजाम कर रखा है। बूथ के बाहर दो जगह सेल्फी प्वाइंट बने हुए हैं। परिवार के साथ आने वाली महिलाएं वोट देने के बाद सेल्फी प्वाइंट के पास जाकर मोबाइल से तस्वीरें ले रही हैं। ऐसा लग रहा है जैसे कोई उत्सव हो।
वोटिंग को लेकर चर्चा
चार बजे तक एक्का-दुक्का पुरुष वोटर आ रहे हैं। सुरक्षा की पुख्ता व्यवस्था है। लेकिन हर तरफ स्वाभाविक शांति है। बूथ नम्बर 223 के आसपास कई निजी स्कूल हैं, जहां मतदान केन्द्र बनाया गया है। यह इलाका इंदिरा नगर मुख्य बाजार में स्थित है। सभी दुकानें बिल्कुल बंद हैं। सड़क पर केवल वोटरों की ही आवाजाही हो रही है। कुछ प्रौढ़ लोग वोट दे कर वापस लौट रहे हैं। वोट को लेकर वे आपस में चर्चा कर रहे हैं। उनमें से एक सज्जन कह रहे हैं, अगर कायस्थ विधायक का टिकट काटा तो उसे किसी कायस्थ कार्यकर्ता को ही टिकट देना चाहिए था। कुम्हरार में सबसे अधिक कायस्थ वोटर ही हैं। शुरू में तो नाराजगी थी लेकिन आज मन बदल गया। जहां पहले देते थे, वहीं बटन दबा दिया। दूसरे सज्जन ने कहा, अभी जात-पात की बात ठीक नहीं है। दूसरे दल के भी यहां समर्थक हो सकते हैं। बेकार का लफड़ा हो सकता है।
वोटिंग का मन-मिजाज
भाजपा के संजय गुप्ता, कांग्रेस के इंद्रदीप चंद्रवंशी और जन सुराज पार्टी के प्रोफेसर केसी सिन्हा का भाग्य आज ईवीएम में बंद हो गया। कुम्हरार के मौजूदा विधायक अरुण कुमार सिन्हा हैं। वे कायस्थ जाति से आते हैं। उनका टिकट काट कर इस बार संजय गुप्ता को उम्मीदवार बनाया गया है। जन सुराज के प्रोफेसर केसी सिन्हा कायस्थ जाति के हैं। आज वोटरों के मिजाज से यह आभास मिल रहा है कि कायस्थ वोट, भाजपा और जनसुराज में बंटे हैं।
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