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बेंगलुरु में सबसे बड़ी साइबर चोरी! मनीव्यू ऐप से हैकर्स ने 3 घंटे में 49 करोड़ रुपये लूटे, पुलिस ने दो को किया अरेस्ट

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बेंगलुरु: कर्नाटक की राजधानी बेंगलुरु में सबसे बड़ी साइबर चोरी का मामला सामने आया है। बेंगलुरु में एक बड़े साइबर हमले में हैकर्स ने सिर्फ तीन घंटे में मनीव्यू ऐप (Moneyview) ऐप से 49 करोड़ रुपये लूट लिए। यह लूट ऐप के एपीआई सिस्टम में सेंध लगाकर की गई। दरअसल एपीआई एक डिजिटल इंटरफेस है जो ऐप्स को बैंकों और सर्वरों से संवाद करने की अनुमति देता है। सेंट्रल क्राइम ब्रांच (CCB) के मुताबिक, यह साइबर अटैक दुबई, चीन, हांगकांग और फिलीपींस से ऑपरेट कर रहे एक अंतरराष्ट्रीय गिरोह ने किया। हैकर्स ने ऐप की एपीआई की का इस्तेमाल करके 653 फर्जी और नकली खातों में पैसे ट्रांसफर किए।

कौन मास्टमाइंड?

इस पूरे ऑपरेशन को दुबई में बैठा एक भारतीय मूल का आदमी चला रहा था। उसने यह हैकिंग वर्चुअल प्राइवेट सर्वर (VPS) का इस्तेमाल करके की। ये सर्वर उसने बेलगावी के इस्माइल अत्तर से खरीदे थे। हर सर्वर 2,000 रुपये में किराए पर लिया गया था। बाद में इन सर्वरों को फ्रांस के IP एड्रेस से जोड़ा गया ताकि हैकिंग को अंजाम दिया जा सके।

दो अरेस्ट

बेंगलुरु की CCB साइबर क्राइम पुलिस ने इस मामले में दो लोगों को गिरफ्तार किया है। इनमें बेलगावी का इस्माइल अत्तर और महाराष्ट्र का पटेल शामिल है। पटेल नकली खाते का मालिक है, जिसका इस्तेमाल धोखाधड़ी में हुआ। पुलिस ने इन दोनों से करीब 10 करोड़ रुपये फ्रीज कर दिए हैं और उनके लैपटॉप और पेन ड्राइव जब्त कर लिए हैं।

पुलिस ने क्या कहा?

पुलिस अधिकारियों का कहना है कि हैकर्स ने नकली खातों को असली खातों के साथ मिला दिया था। उन्होंने कुछ लोगों को छोटे कमीशन देकर पैसे निकालने के लिए कहा। ऐसा इसलिए किया गया ताकि उनके डिजिटल निशान छिप जाएं और उन्हें पकड़ा न जा सके।


दुबई में तीन और हांगकांग में दो संदिग्धों की पहचान

पुलिस ने दुबई में तीन और हांगकांग में दो संदिग्धों की पहचान की है। वे इन लोगों को पकड़ने के लिए अंतरराष्ट्रीय एजेंसियों के साथ मिलकर काम कर रहे हैं। गिरफ्तार किए गए दोनों आरोपी फिलहाल न्यायिक हिरासत में हैं और पुलिस इस बड़े नेटवर्क की जांच कर रही है।
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