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ट्रैवल व्लॉगर ने दिखाया दुनिया के सबसे खतरनाक चर्च का रास्ता, जहां पहुंचना मौत को बुलावा देने जैसा

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देश और दुनिया में कई प्रसिद्ध चर्च (Church) हैं, जहां लोगों को काफी सुकून मिलता है। हाल ही में एक ट्रैवल व्लॉगर ने दुनिया के सबसे खतरनाक चर्च को एक्सप्लोर किया और बताया कि चर्च तक पहुंचना कितना जोखिम भरा काम है, जिसमें एक चूक आपकी जान ले सकती है। बता दें, ये चर्च किसी नॉर्मल जगह पर नहीं बल्कि पहाड़ी चट्टान पर है, जहां कमजोर दिल वालों का जाना बिल्कुल ठीक नहीं है। ऐसे में अगर आप देश और दुनिया के प्रसिद्ध चर्च को एक्सप्लोर करने का शौक रखते हैं, तो आपको दुनिया के सबसे खतरनाक चर्च के बारे में पता होना चाहिए. आइए हम आपको बताते हैं। (फोटो साभार: colinduthie@insta)
(All photo credit: wikimedia commons)
ट्रैवल व्लॉगर ने शेयर किया वीडियो image

सोशल मीडिया पर ट्रैवल व्लॉगर ने वीडियो शेयर करते हुए बताया कि कैसे दुनिया के सबसे खतरनाक चर्च पर पहुंचना जान खतरे में डालने के बराबर है। वीडियो में ट्रैवल व्लॉगर चट्टान के ऊपर बने रास्ते से अपने कुछ दोस्तों के साथ जा रहा है, जो काफी ऊंचाई पर है। बता दें, जिस रास्ते से व्लॉगर जा रहा है, उसके दूसरी तरफ खाई है, जहां गिरने के बाद इंसान का जिंदा बच पाना मुश्किल है। वहीं ट्रैवल व्लॉगर का मार्गदर्शन करने के लिए पादरी (Priest) भी वीडियो में दिखाई दे रहा है, जो आगे चल रहा है।


कहां स्थित है दुनिया की सबसे खतरनाक चर्च image

दुनिया का "सबसे खतरनाक चर्च" कहा जाता है, जो उत्तरी इथियोपिया ( Northern Ethiopia) में एक चट्टान के ऊपर बना है, जिसका नाम 'अबुना यामातो गुह' (Abuna Yemata Guh) है। यहां पहुंचने के लिए, आपको खड़ी बलुआ पत्थर की चोटियों और खड़ी ढलानों को पार करना होता है। बता दें, ये चर्च लगभग 2,000 साल पुरानी मानी गई है।


अंदर से कैसी है दुनिया की सबसे खतरनाक चर्च​ चट्टान के ऊपर बनी चर्च एक गुफा में है, जहां बाइबिल के शास्त्र, शिलालेखों और कई तरह के चित्रों बने हुए हैं। यही नहीं ये चर्च आम चर्च से काफी अलग है और यहां पर आपको 500 साल पुरानी बाइबिल भी देखने को मिलेगी।

8,460 फीट की ऊंचाई पर चर्च image

'अबुना यामातो गुह' इथियोपिया के टिग्रे क्षेत्र के हॉजेन वोरेडा में स्थित एक अनोखी चर्च है, जो 2,580 मीटर (8,460 फीट) की ऊंचाई पर स्थित है और यहां तक पहुंचने के लिए पैदल चढ़ना पड़ता है। बता दें, चट्टान के ऊपर हाथ और पैर के सहारे खड़ी और खतरनाक चढ़ाई करनी होती है, यहां किसी भी तरह की सुरक्षा नहीं दी गई है।


जान लें चर्च का इतिहास image

स्थानीय लोगों के अनुसार, चर्च को छठी शताब्दी के दौरान बनाया गया था, और नौ संतों में से एक अबुना येमाता (जिसे अब्बा येमाता भी कहा जाता है) को समर्पित किया गया था। बता दें, आज भी चर्च की शुष्क जलवायु के कारण, चर्च की दीवारों और गुंबदों पर चित्रकारी अच्छी तरह से संरक्षित है।

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