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Attari Border: 3 दिन में अटारी बॉर्डर से 537 लोग पाकिस्तान लौटे, 850 भारतीय आए, देश में बचे बाकी पाकिस्तानियों का क्या होगा?

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चंडीगढ़: अटारी-वाघा सीमा चौकी से पिछले तीन दिनों में 537 पाकिस्तानी नागरिक भारत से वापस चले गए हैं। एक अधिकारी ने यह जानकारी दी। अधिकारी ने कहा कि रविवार को पाकिस्तान के 12 श्रेणियों के अल्पकालिक वीजा धारकों के लिए भारत में रहने की समय सीमा समाप्त होने के मद्देनजर कई और पाकिस्तानियों के स्वदेश लौटने की संभावना है। उन्होंने बताया कि पंजाब स्थित अंतरराष्ट्रीय सीमा के रास्ते 14 राजनयिकों और अधिकारियों समेत कुल 745 भारतीय नागरिक पाकिस्तान से भारत वापस आ चुके हैं। वहीं अगर कोई भी पाकिस्तानी जो सरकार की ओर से तय समय सीमा के भीतर भारत छोड़ने में विफल रहता है, उसे गिरफ्तार किया जाएगा। मुकदमा चलाया जाएगा और उसे तीन साल तक की जेल की सजा या अधिकतम तीन लाख रुपये का जुर्माना या दोनों का सामना करना पड़ सकता है। क्यों भारत छोड़कर जाने को मजबूर पाकिस्तानी?दरअसल केंद्र सरकार ने पाकिस्तानी नागरिकों को ‘भारत छोड़कर जाने’ का नोटिस तब जारी किया था। जब 22 अप्रैल को जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में पाकिस्तान से जुड़े आतंकवादियों ने 26 लोगों की हत्या कर दी थी। इसमें ज्यादातर पर्यटक थे। अटारी बॉर्डर पर तैनात प्रोटोकॉल अधिकारी अरुण पाल ने बताया कि पिछले तीन दिनों में 850 भारतीय नागरिक भारत लौटे हैं। उन्होंने ये भी बताया कि सिर्फ रविवार को ही 237 पाकिस्तानी नागरिक अपने देश वापस चले गए, जबकि 116 भारतीय नागरिक भारत आए। रविवार को कितने पाकिस्तानी गए?अरुण पाल ने कहा कि सुबह 10 बजे कस्टम और इमिग्रेशन काउंटर खुल गए थे। काउंटर बंद होने से पहले 237 पाकिस्तानी नागरिक भारत से पाकिस्तान वापस चले गए और 116 भारतीय नागरिक पाकिस्तान से वापस आए। 24 अप्रैल से 537 पाकिस्तानी नागरिक पाकिस्तान वापस जा चुके हैं और 850 भारतीय नागरिक भारत वापस आ चुके हैं। नई जानकारी के अनुसार, पाकिस्तानी पासपोर्ट धारकों के पास सीमा पार करने के लिए 29 अप्रैल तक का समय है। यही नियम भारतीय पासपोर्ट धारकों पर भी लागू होता है। किन पाकिस्तानियों को 29 तक की मोहलत?अधिकारियों के अनुसार, कुछ पाकिस्तानी संभवतः हवाई रूट से भी भारत छोड़कर चले गए होंगे। उन्होंने बताया कि चूंकि, भारत का पाकिस्तान के साथ सीधा हवाई संपर्क नहीं है, इसलिए वे संभवतः अन्य देशों के लिए रवाना हो गए होंगे। दक्षेस वीजा धारकों के लिए भारत छोड़ने की अंतिम तिथि 26 अप्रैल निर्धारित की गई है। वहीं, चिकित्सा वीजा रखने वालों को 29 अप्रैल तक देश से जाने का निर्देश दिया गया है। जिन 12 श्रेणियों का अल्पकालिक वीजा रखने वाले लोगों को रविवार तक वापस जाना है, उनमें आगमन पर वीजा, व्यवसाय, फिल्म, पत्रकार, पारगमन, सम्मेलन, पर्वतारोहण, छात्र, आगंतुक, सामूहिक पर्यटन, तीर्थयात्रा और सामूहिक तीर्थयात्रा वीजा धारी लोग शामिल हैं। भारत ने पाक से रक्षा अताशे को वापस बुलाया नई दिल्ली स्थित पाकिस्तानी उच्चायोग में तीन रक्षा/सैन्य, नौसेना और वायुसेना सलाहकारों को ‘अवांछित व्यक्ति’ घोषित कर दिया गया है और उन्हें भारत छोड़ने के लिए एक हफ्ते का समय दिया गया है। इन रक्षा अताशे के पांच सहायक कर्मियों को भी भारत से जाने के लिए कहा गया है। भारत ने इस्लामाबाद स्थित भारतीय उच्चायोग में अपने रक्षा अताशे को भी वापस बुला लिया है। हालांकि, जिन लोगों के पास दीर्घकालिक और राजनयिक या आधिकारिक वीजा है, उन्हें अभी भारत छोड़ने का निर्देश नहीं दिया गया है। अटारी बॉर्डर पर वाहनों की लंबी कतारेंपाकिस्तानी नागरिकों के लिए भारत छोड़ने की समय सीमा रविवार को समाप्त होने के मद्देनजर पंजाब के अमृतसर जिले में अटारी सीमा पर वाहनों की लंबी कतारें देखने को मिलीं। कई भारतीय अपने रिश्तेदारों को विदा करने पहुंचे और उनके चेहरों पर बिछड़ने का दर्द साफ झलक रहा था। सरिता और उसके परिजन 29 अप्रैल को एक रिश्तेदार की शादी में शामिल होने के लिए भारत आए थे। उसने कहा कि हम नौ साल बाद भारत आए थे। सरिता, उसका भाई और उसके पिता पाकिस्तानी हैं, जबकि उसकी मां भारतीय नागरिक है। सरिता ने भावुक लहजे में कहा कि उन्होंने (अटारी सीमा पर तैनात अधिकारी) हमें बताया कि वे मेरी मां को हमारे साथ नहीं जाने देंगे। मेरे माता-पिता की शादी 1991 में हुई थी। वे कह रहे हैं कि भारतीय पासपोर्ट धारकों को अनुमति नहीं दी जाएगी। महाराष्ट्र में 550 पाकिस्तानीमहाराष्ट्र के मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस ने कहा कि सभी पाकिस्तानियों का पता लगा लिया गया है और केंद्र के निर्देशानुसार जिन लोगों का वीजा रद्द किया गया है, उन्हें वापस भेजने के इंतजाम किए जा रहे हैं। फडणवीस सरकार में मंत्री योगेश कदम ने शनिवार को कहा था कि अल्पकालिक वीजा रखने वाले 1,000 पाकिस्तानी नागरिकों से भारत छोड़ने के लिए कहा गया है। अधिकारियों के अनुसार, महाराष्ट्र में लगभग 5,050 पाकिस्तानी नागरिक रह रहे हैं और उनमें से ज्यादातर के पास लंबी अवधि का वीजा है। उन्होंने बताया कि करीब 2,450 पाकिस्तानी नागपुर में, 1,100 ठाणे में, 390 जलगांव में, 290 नवी मुंबई में, 290 पिंपरी चिंचवड़ में, 120 अमरावती में और 15 मुंबई में रह रहे हैं। तेलंगाना में कितने पाकिस्तानी?बिहार सरकार ने कहा कि हाल के दिनों में राज्य में आए सभी पाकिस्तानी नागरिक 27 अप्रैल की समय सीमा से काफी पहले ही चले गए। तेलंगाना के पुलिस प्रमुख जितेंद्र ने आधिकारिक रिकॉर्ड के हवाले से बताया कि राज्य में कम से कम 208 पाकिस्तानी नागरिक रह रहे हैं, जिनमें से ज्यादातर हैदराबाद में हैं। उन्होंने बताया कि इनमें से 156 के पास दीर्घकालिक वीजा, 13 के पास अल्पकालिक वीजा और 39 के पास चिकित्सा एवं व्यावसायिक वीजा है। केरल से कितने पाकिस्तानी गए?अधिकारियों के अनुसार, केरल में 104 पाकिस्तानी नागरिक रह रहे हैं, जिनमें से 99 दीर्घकालिक वीजा पर हैं, जबकि पांच अन्य के पास पर्यटक या चिकित्सा वीजा था और वे देश छोड़ चुके हैं। अधिकारियों ने बताया कि मध्यप्रदेश में करीब 228 पाकिस्तानी नागरिक विभिन्न उद्देश्यों के लिए आए हुए थे, जिनमें से कई पहले ही वापस जा चुके हैं। उन्होंने कहा कि ओडिशा में कम से कम 12 पाकिस्तानी नागरिक मौजूद हैं, जिनसे निर्धारित समय में भारत छोड़ने के लिए कहा गया है। गुजरात में कितने पाकिस्तानी?गोवा के मुख्यमंत्री प्रमोद सावंत ने बताया कि अल्पकालिक वीजा पर राज्य में आए तीन पाकिस्तानी नागरिकों को देश छोड़कर जाने का निर्देश दिया गया है। अधिकारियों के मुताबिक, सात पाकिस्तानी नागरिक अल्पकालिक वीजा पर गुजरात आए हुए थे, जिनमें से पांच अहमदाबाद में और एक-एक भरूच और वडोदरा में थे। उन्होंने बताया कि ये सातों या तो भारत छोड़ चुके हैं या फिर रविवार को वापस चले जाएंगे। अधिकारियों के अनुसार, 438 पाकिस्तानी नागरिक दीर्घकालिक वीजा पर गुजरात में हैं और इनमें वे हिंदू भी शामिल हैं, जिन्होंने भारतीय नागरिकता के लिए आवेदन किया है। अमित शाह ने सभी राज्यों को किया था फोनवहीं, उत्तर प्रदेश के पुलिस महानिदेशक प्रशांत कुमार ने शनिवार को कहा कि राज्य में आए उन सभी श्रेणी के पाकिस्तानी नागरिकों को वापस भेजने की प्रक्रिया पूरी कर ली गई है, जिन्हें भारत छोड़ने का आदेश दिया गया है। उन्होंने बताया कि एक पाकिस्तानी नागरिक अभी भी राज्य में है और वह 30 अप्रैल को पाकिस्तान के लिए रवाना होगा। अधिकारियों के मुताबिक, बिहार में अल्पकालिक वीजा पर रह रहे 19 पाकिस्तानी नागरिक देश छोड़कर चले गए हैं। केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने शुक्रवार को सभी राज्यों और केंद्र-शासित प्रदेशों के मुख्यमंत्रियों को फोन किया था और उनसे यह सुनिश्चित करने को कहा था कि कोई भी पाकिस्तानी देश छोड़ने के लिए निर्धारित समय सीमा के बाद भारत में न रहे। भारत छोड़कर नहीं जाने वाले पाकिस्तानियों का क्या होगा?कोई भी पाकिस्तानी, जो सरकार की ओर से निर्धारित समय सीमा के भीतर भारत छोड़ने में विफल रहता है। उसे गिरफ्तार किया जाएगा और उस पर मुकदमा चलाया जाएगा और उसे तीन साल तक की जेल की सजा या अधिकतम तीन लाख रुपये का जुर्माना या दोनों का सामना करना पड़ सकता है। (इनपुट एजेंसी)
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