पाकिस्तानी टेलीविजन शो में अपने यादगार रोल्स के लिए मशहूर पाकिस्तानी अदाकारा आयशा खान का 76 साल की उम्र में निधन हो गया। उनकी मौत के करीब एक हफ्ते बाद कराची में उनके अपार्टमेंट में उनका शव सड़ी-गली अवस्था में मिला। रिपोर्ट्स के मुताबिक आयशा के पड़ोसियों ने फ्लैट से दुर्गंध आने की शिकायत की, जिसके बाद उन्होंने पुलिस को सूचित किया। स्थानीय पुलिस ने पुष्टि की कि दिग्गज अदाकारा की मौत उनके मिलने से कई दिन पहले ही हो चुकी थी।
उनके शव को पोस्टमार्टम के लिए जिन्ना पोस्ट ग्रेजुएट मेडिकल सेंटर ले जाया गया। उनकी मौत का सही समय और कारण अभी पता नहीं चल पाया है। सभी औपचारिकताएं पूरी होने के बाद उनके शव को सोहराब गोथ स्थित एधी फाउंडेशन के शवगृह में ले जाया जाएगा।
एक्ट्रेस आयशा खान का निधन22 नवंबर, 1948 को जन्मी आयशा खान पाकिस्तान टेलीविजन (PTV) के स्वर्णिम युग के दौरान प्रसिद्ध हुईं। उनके कुछ फेमस शो में 'आखिरी चट्टान', 'टीपू सुल्तान: द टाइगर लॉर्ड', 'देहलीज', 'दारारे', 'बोल मेरी मछली' और 'एक और आसमान' शामिल हैं। आयशा कई पाकिस्तानी फिल्मों में भी नजर आईं, जिनमें 'मुस्कान' और 'फातिमा' शामिल हैं। उन्होंने भारतीय फिल्म 'राजू बन गया जेंटलमैन' में भी काम किया।
इंडस्ट्री में शोक की लहरउनके निधन से कई फैंस और इंडस्ट्री के साथी सदमे में हैं, जिन्होंने उनकी मौत पर गहरा दुख जताया है। सोशल मीडिया पर श्रद्धांजलि दी गई, जिसमें कई लोगों ने उन्हें पाकिस्तानी टेलीविजन इंडस्ट्री का एक प्रमुख चेहरा बताया।
आयशा की बहन भी थीं कलाकारआयशा की बहन दिवंगत खालिदा रियासत भी पाकिस्तानी टेलीविजन पर एक बड़ा नाम थीं। खालिदा ने 1970 के दशक से 1990 के दशक तक पाकिस्तानी टेलीविजन स्क्रीन पर अपना दबदबा बनाए रखा। 26 अगस्त 1953 को उनकी मृत्यु हो गई।
उनके शव को पोस्टमार्टम के लिए जिन्ना पोस्ट ग्रेजुएट मेडिकल सेंटर ले जाया गया। उनकी मौत का सही समय और कारण अभी पता नहीं चल पाया है। सभी औपचारिकताएं पूरी होने के बाद उनके शव को सोहराब गोथ स्थित एधी फाउंडेशन के शवगृह में ले जाया जाएगा।
एक्ट्रेस आयशा खान का निधन22 नवंबर, 1948 को जन्मी आयशा खान पाकिस्तान टेलीविजन (PTV) के स्वर्णिम युग के दौरान प्रसिद्ध हुईं। उनके कुछ फेमस शो में 'आखिरी चट्टान', 'टीपू सुल्तान: द टाइगर लॉर्ड', 'देहलीज', 'दारारे', 'बोल मेरी मछली' और 'एक और आसमान' शामिल हैं। आयशा कई पाकिस्तानी फिल्मों में भी नजर आईं, जिनमें 'मुस्कान' और 'फातिमा' शामिल हैं। उन्होंने भारतीय फिल्म 'राजू बन गया जेंटलमैन' में भी काम किया।
इंडस्ट्री में शोक की लहरउनके निधन से कई फैंस और इंडस्ट्री के साथी सदमे में हैं, जिन्होंने उनकी मौत पर गहरा दुख जताया है। सोशल मीडिया पर श्रद्धांजलि दी गई, जिसमें कई लोगों ने उन्हें पाकिस्तानी टेलीविजन इंडस्ट्री का एक प्रमुख चेहरा बताया।
आयशा की बहन भी थीं कलाकारआयशा की बहन दिवंगत खालिदा रियासत भी पाकिस्तानी टेलीविजन पर एक बड़ा नाम थीं। खालिदा ने 1970 के दशक से 1990 के दशक तक पाकिस्तानी टेलीविजन स्क्रीन पर अपना दबदबा बनाए रखा। 26 अगस्त 1953 को उनकी मृत्यु हो गई।
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