बीकानेर: बॉलीवुड के दिग्गज अभिनेता और बीकानेर से पूर्व सांसद धर्मेंद्र की स्थिति नाजुक बताई जा रही है। 89 साल की उम्र में उन्हें सांस लेने की तकलीफ के बाद मुंबई के ब्रीच कैंडी अस्पताल में भर्ती कराया गया था। वे 11 दिनों से ICU में जिंदगी की जंग लड़ रहे हैं।
बीकानेर में फैंस करते रहे प्रार्थना
धर्मेंद्र की नाजुक हालत की खबर फैलते ही सोमवार को बीकानेर में उनके प्रशंसकों और समर्थकों में बेचैनी बढ़ गई। एक दिन पहले से शहर के कई इलाकों में लोग उनके जल्द स्वस्थ होने की प्रार्थना कर रहे थे। सोशल मीडिया पर भी 'धर्मेंद्र जल्दी ठीक हो जाओ' ट्रेंड करने लगा था। बीकानेर के लोगों ने सोशल मीडिया और स्थानीय मंदिरों में उनके लिए दुआएं मांगी। कई राजनीतिक कार्यकर्ताओं और स्थानीय नेताओं ने भी कहा कि धर्मेंद्र ने भले ही राजनीति छोड़ दी हो, लेकिन बीकानेर के लोगों के दिलों में वे आज भी बसे हुए थे।
परिवार मुंबई में मौजूद, बेटियों को बुलाया गया
जानकारी के अनुसार, धर्मेंद्र के परिवार के सदस्य मुंबई में अस्पताल में मौजूद रहे, वहीं उनकी बेटियों को अमेरिका से बुलाया गया। अस्पताल के बाहर सुरक्षा बढ़ा दी गई और किसी को भी मिलने की अनुमति नहीं दी जा रही थी।
बीकानेर की राजनीति में छोड़ चुके हैं गहरी छाप
धर्मेंद्र ने 2004 में बीकानेर लोकसभा सीट से भाजपा के टिकट पर चुनाव लड़ा था और कांग्रेस प्रत्याशी रामेश्वर डूडी को 57,175 वोटों से हराया था। सांसद रहते हुए वे अधिकतर समय मुंबई में व्यस्त रहते थे, जिससे उनकी आलोचना भी हुई। शहर में उनकी गुमशुदगी के पोस्टर भी लगे थे। इसके बाद उन्होंने सक्रिय राजनीति से दूरी बना ली।
बीकानेर में फैंस करते रहे प्रार्थना
धर्मेंद्र की नाजुक हालत की खबर फैलते ही सोमवार को बीकानेर में उनके प्रशंसकों और समर्थकों में बेचैनी बढ़ गई। एक दिन पहले से शहर के कई इलाकों में लोग उनके जल्द स्वस्थ होने की प्रार्थना कर रहे थे। सोशल मीडिया पर भी 'धर्मेंद्र जल्दी ठीक हो जाओ' ट्रेंड करने लगा था। बीकानेर के लोगों ने सोशल मीडिया और स्थानीय मंदिरों में उनके लिए दुआएं मांगी। कई राजनीतिक कार्यकर्ताओं और स्थानीय नेताओं ने भी कहा कि धर्मेंद्र ने भले ही राजनीति छोड़ दी हो, लेकिन बीकानेर के लोगों के दिलों में वे आज भी बसे हुए थे।
परिवार मुंबई में मौजूद, बेटियों को बुलाया गया
जानकारी के अनुसार, धर्मेंद्र के परिवार के सदस्य मुंबई में अस्पताल में मौजूद रहे, वहीं उनकी बेटियों को अमेरिका से बुलाया गया। अस्पताल के बाहर सुरक्षा बढ़ा दी गई और किसी को भी मिलने की अनुमति नहीं दी जा रही थी।
बीकानेर की राजनीति में छोड़ चुके हैं गहरी छाप
धर्मेंद्र ने 2004 में बीकानेर लोकसभा सीट से भाजपा के टिकट पर चुनाव लड़ा था और कांग्रेस प्रत्याशी रामेश्वर डूडी को 57,175 वोटों से हराया था। सांसद रहते हुए वे अधिकतर समय मुंबई में व्यस्त रहते थे, जिससे उनकी आलोचना भी हुई। शहर में उनकी गुमशुदगी के पोस्टर भी लगे थे। इसके बाद उन्होंने सक्रिय राजनीति से दूरी बना ली।
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