पटना/दिल्ली: बिहार में आखिरकार वो दिन आ ही गया, जिसका अनुमान मीडिया के साथ-साथ सियासी पार्टियां लगा रही थीं। मुख्य निर्वाचन आयुक्त ज्ञानेश कुमार के नेतृत्व में निर्वाचन आयोग बिहार में चुनाव तैयारियों का जायजा लेने के लिए चार और पांच अक्टूबर को पटना का दौरा करेगा। इसकी अधिकारिक जानकारी साझा की गई। बिहार की 243 सदस्यीय विधानसभा का कार्यकाल 22 नवंबर को समाप्त हो रहा है और इस राज्य में विधानसभा चुनाव नवंबर में होने की संभावना है।
4-5 अक्टूबर को बिहार दौरे पर CECचुनाव कार्यक्रम की घोषणा करने से पहले निर्वाचन अधिकारियों द्वारा राज्यों का दौरा करना आम बात है। अधिकारियों ने बताया कि मुख्य निर्वाचन आयुक्त के नेतृत्व वाली टीम चार और पांच अक्टूबर को राज्य का दौरा करेगी। बिहार चुनाव के लिए आयोग की ओर से नियुक्त सामान्य, पुलिस और व्यय पर्यवेक्षकों की एक ब्रीफिंग भी तीन अक्टूबर को पटना में होने की उम्मीद है।
दौरे के बाद बिहार में चुनाव की घोषणाबिहार में मतदाता सूची का विशेष गहन पुनरीक्षण (एसआईआर) अंतिम चरण में है और अंतिम मतदाता सूची 30 सितंबर को प्रकाशित की जाएगी। चुनाव की तैयारियों की समीक्षा करते हुए आयोग राजनीतिक दलों के प्रतिनिधियों, शीर्ष पुलिस और प्रशासनिक अधिकारियों और राज्य के चुनाव अधिकारियों से मुलाकात करता है।
चुनाव की घोषणा से पहले खूब चल रहे जुबानी तीरइन सबके बीच, सियासी पार्टियों में जोर आजमाइश जारी है। बिहार विधानसभा में विपक्ष के नेता तेजस्वी यादव ने शनिवार को भाजपा और मुख्यमंत्री नीतीश कुमार पर जमकर निशाना साधा। उन्होंने भाजपा को आरक्षण चोर पार्टी बताते हुए कहा कि हमारा लक्ष्य नया बिहार बनाना है, जिसमें पढ़ाई, दवाई, कमाई, सिंचाई और सुनवाई वाली सरकार होगी। पूर्व उपमुख्यमंत्री और राजद नेता तेजस्वी यादव ने पटना के वेटरिनरी कॉलेज मैदान में आयोजित कर्पूरी अतिपिछड़ा अधिकार संवाद में आए लोगों को संबोधित कर रहे थे। तो केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने कांग्रेस नेता राहुल गांधी और उनके सहयोगी राष्ट्रीय जनता दल अध्यक्ष लालू प्रसाद पर घुसपैठियों को मतदान का अधिकार दिलाने की कोशिश करने का आरोप लगाया। अररिया जिले में भारतीय जनता पार्टी कार्यकर्ताओं को संबोधित करते हुए अमित शाह ने कहा कि राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन की दो-तिहाई बहुमत से वापसी होने पर एक-एक घुसपैठिये को बिहार से बाहर निकाल दिया जाएगा।
इनपुट- भाषा
4-5 अक्टूबर को बिहार दौरे पर CECचुनाव कार्यक्रम की घोषणा करने से पहले निर्वाचन अधिकारियों द्वारा राज्यों का दौरा करना आम बात है। अधिकारियों ने बताया कि मुख्य निर्वाचन आयुक्त के नेतृत्व वाली टीम चार और पांच अक्टूबर को राज्य का दौरा करेगी। बिहार चुनाव के लिए आयोग की ओर से नियुक्त सामान्य, पुलिस और व्यय पर्यवेक्षकों की एक ब्रीफिंग भी तीन अक्टूबर को पटना में होने की उम्मीद है।
दौरे के बाद बिहार में चुनाव की घोषणाबिहार में मतदाता सूची का विशेष गहन पुनरीक्षण (एसआईआर) अंतिम चरण में है और अंतिम मतदाता सूची 30 सितंबर को प्रकाशित की जाएगी। चुनाव की तैयारियों की समीक्षा करते हुए आयोग राजनीतिक दलों के प्रतिनिधियों, शीर्ष पुलिस और प्रशासनिक अधिकारियों और राज्य के चुनाव अधिकारियों से मुलाकात करता है।
चुनाव की घोषणा से पहले खूब चल रहे जुबानी तीरइन सबके बीच, सियासी पार्टियों में जोर आजमाइश जारी है। बिहार विधानसभा में विपक्ष के नेता तेजस्वी यादव ने शनिवार को भाजपा और मुख्यमंत्री नीतीश कुमार पर जमकर निशाना साधा। उन्होंने भाजपा को आरक्षण चोर पार्टी बताते हुए कहा कि हमारा लक्ष्य नया बिहार बनाना है, जिसमें पढ़ाई, दवाई, कमाई, सिंचाई और सुनवाई वाली सरकार होगी। पूर्व उपमुख्यमंत्री और राजद नेता तेजस्वी यादव ने पटना के वेटरिनरी कॉलेज मैदान में आयोजित कर्पूरी अतिपिछड़ा अधिकार संवाद में आए लोगों को संबोधित कर रहे थे। तो केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने कांग्रेस नेता राहुल गांधी और उनके सहयोगी राष्ट्रीय जनता दल अध्यक्ष लालू प्रसाद पर घुसपैठियों को मतदान का अधिकार दिलाने की कोशिश करने का आरोप लगाया। अररिया जिले में भारतीय जनता पार्टी कार्यकर्ताओं को संबोधित करते हुए अमित शाह ने कहा कि राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन की दो-तिहाई बहुमत से वापसी होने पर एक-एक घुसपैठिये को बिहार से बाहर निकाल दिया जाएगा।
इनपुट- भाषा
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