मोंग कोक: पाकिस्तान ने हांगकांग सिक्सेस में अपना दबदबा कायम करते हुए रिकॉर्ड छठी बार खिताब अपने नाम कर लिया है। र फाइनल मुकाबले में पाकिस्तान ने कुवैत को 43 रनों से करारी शिकस्त दी। इस जीत के साथ ही पाकिस्तान हांगकांग सिक्सेस के इतिहास में सबसे सफल टीम बन गई है। इंग्लैंड और दक्षिण अफ्रीका की टीमें पांच-पांच बार यह खिताब अपने नाम कर चुकी है। पाकिस्तान ने इससे पहले 1992, 1997, 2001, 2002 और 2011 में यह खिताब जीता था। 14 साल के लंबे इंतजार के बाद पाकिस्तान ने एक बार फिर अपनी बादशाहत साबित की है।
फाइनल मुकाबले में पाकिस्तान ने पहले बल्लेबाजी करते हुए 6 ओवर में 3 विकेट खोकर 135 रनों का बड़ा स्कोर खड़ा किया। जवाब में कुवैत की शुरुआत धमाकेदार रही। कुवैत के बल्लेबाज अदनान इदरीस ने पहले ही ओवर में शाहिद अजीज की गेंदों पर चौकों-छक्कों की बरसात कर दी और 32 रन ठोक दिए। लेकिन इसके बाद पाकिस्तान के गेंदबाजों ने बेहतरीन वापसी की।
मोहम्मद शाहजाद, माज सदाकत और अब्बास अफरीदी ने कसी हुई गेंदबाजी की। उन्होंने कुवैत के बल्लेबाजों पर दबाव बनाया। एक शानदार शुरुआत के बावजूद कुवैत की टीम ताश के पत्तों की तरह ढह गई। कुवैत ने अफगानिस्तान, भारत और इंग्लैंड जैसी बड़ी टीमों को हराकर फाइनल तक का सफर तय किया था। वे इस टूर्नामेंट के सबसे बड़े सरप्राइज पैकेज साबित हुए थे।
दूसरी ओर, पाकिस्तान का प्रदर्शन पूरे टूर्नामेंट में काफी दमदार रहा। उन्होंने केवल एक मैच गंवाया, जो कि पूल सी में भारत के खिलाफ दो रनों (DLS) से एक करीबी हार थी। हालांकि, पूल में कुवैत से पीछे रहने के बावजूद पाकिस्तान ने नॉकआउट राउंड में शानदार वापसी की। क्वार्टर फाइनल में उन्होंने दक्षिण अफ्रीका को पांच विकेट से हराया और फिर सेमीफाइनल में ऑस्ट्रेलिया को एक रन से हराकर फाइनल में अपनी जगह पक्की की।
फाइनल मुकाबले में पाकिस्तान ने पहले बल्लेबाजी करते हुए 6 ओवर में 3 विकेट खोकर 135 रनों का बड़ा स्कोर खड़ा किया। जवाब में कुवैत की शुरुआत धमाकेदार रही। कुवैत के बल्लेबाज अदनान इदरीस ने पहले ही ओवर में शाहिद अजीज की गेंदों पर चौकों-छक्कों की बरसात कर दी और 32 रन ठोक दिए। लेकिन इसके बाद पाकिस्तान के गेंदबाजों ने बेहतरीन वापसी की।
मोहम्मद शाहजाद, माज सदाकत और अब्बास अफरीदी ने कसी हुई गेंदबाजी की। उन्होंने कुवैत के बल्लेबाजों पर दबाव बनाया। एक शानदार शुरुआत के बावजूद कुवैत की टीम ताश के पत्तों की तरह ढह गई। कुवैत ने अफगानिस्तान, भारत और इंग्लैंड जैसी बड़ी टीमों को हराकर फाइनल तक का सफर तय किया था। वे इस टूर्नामेंट के सबसे बड़े सरप्राइज पैकेज साबित हुए थे।
दूसरी ओर, पाकिस्तान का प्रदर्शन पूरे टूर्नामेंट में काफी दमदार रहा। उन्होंने केवल एक मैच गंवाया, जो कि पूल सी में भारत के खिलाफ दो रनों (DLS) से एक करीबी हार थी। हालांकि, पूल में कुवैत से पीछे रहने के बावजूद पाकिस्तान ने नॉकआउट राउंड में शानदार वापसी की। क्वार्टर फाइनल में उन्होंने दक्षिण अफ्रीका को पांच विकेट से हराया और फिर सेमीफाइनल में ऑस्ट्रेलिया को एक रन से हराकर फाइनल में अपनी जगह पक्की की।
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