तिरुवनंतपुरम: कांग्रेस नेता शशि थरूर केरल में सीएम पद के के लिए सबसे पसंदीदा चेहरा बनकर उभरे हैं। एक ताजा सर्वे मे सर्वे में 28.3% लोगों ने थरूर को मुख्यमंत्री पद के लिए सबसे उपयुक्त नेता माना है। यह सर्वे सर्वे केरल वोट वाइब नाम की एक निजी एजेंसी द्वारा कराया गया है। शशि थरूर अभी तिरुवनंतपुरम से कांग्रेस के सांसद हैं। केरल में अगले साल चुनाव होने हैं। बीजेपी ने राज्य में अपनी जड़ों को मजबूत करने के उद्देश्य से राजीव चंद्रशेखर को कमान सौंपी है। सर्वेक्षण में पार्टी के तिरुवनंतपुरम से सांसद शशि थरूर को यूडीएफ में सबसे पसंदीदा मुख्यमंत्री पद के उम्मीदवार के रूप में जनता का समर्थन भी दिखाया गया है, जिससे केरल के पूर्व मंत्री रमेश चेन्निथला नाखुश नज़र आते हैं। अभी केरल मे एलडीएफ का कब्जा है। इस सर्वे पर तिरुवनंतपुरम से सांसद शशि थरूर की प्रतिक्रिया सामने आई है। एक्स पर ईडी मैथ्यू ने साझा किया है। इस पर शशि थरूर ने हाथ जोड़कर अभिनंदन किया है।
थरूर फेवरेट, क्या बोली कांग्रेस?
केरल के विधायक और महाराष्ट्र कांग्रेस के प्रभारी रमेश चेन्निथला ने हालांकि इस सर्वे को खारिज कर दिया है। चेन्निथला ने कहा कि यूडीएफ में मुख्यमंत्री बनने के लिए शशि थरूर को सबसे उपयुक्त उम्मीदवार बताने वाला सर्वेक्षण मनगढ़ंत है और उन्हें इस पर भरोसा नहीं है।उन्होंने आगे कहा कि इस तरह के सर्वेक्षण बीजेपी केंद्रों से भ्रम पैदा करने के लिए आ रहे हैं। इनमें फंसने की कोई ज़रूरत नहीं है। सर्वेक्षण में सत्तारूढ़ मुख्यमंत्री पिनराई विजयन के नेतृत्व वाली एलडीएफ सरकार के खिलाफ एक प्रबल सत्ता-विरोधी लहर और बदलाव की तीव्र इच्छा दिखाई दी। 62 प्रतिशत उत्तरदाताओं ने कहा कि वे अपने मौजूदा विधायक को बदलना चाहेंगे।
सर्वे में क्या कुछ है?
केरल वोट वाइब सर्वे 2026 का हवाला दे रहे थे, जिसमें केरल में सत्ता-विरोधी लहर की प्रबल संभावना जताई गई थी। कांग्रेस के नेतृत्व वाले यूडीएफ को बदलाव के एक मजबूत विकल्प के रूप में और एनडीए को तीसरे विकल्प के रूप में तेज़ी से बढ़त हासिल करते हुए देखा गया था। सर्वेक्षण के अनुसार, केरल और उसकी जनता के विकास के लिए यूडीएफ पर 38.9 प्रतिशत लोगों ने भरोसा जताया, जबकि सत्तारूढ़ वाम लोकतांत्रिक मोर्चे (LDF) पर 27.8 प्रतिशत लोगों ने भरोसा जताया। जहां 28.3% उत्तरदाताओं ने शशि थरूर को यूडीएफ की ओर से सबसे पसंदीदा मुख्यमंत्री उम्मीदवार के रूप में देखा, वहीं थोड़े कम 27.1% उत्तरदाताओं ने कहा कि वे यूडीएफ के मुख्यमंत्री पद के उम्मीदवार को लेकर अनिश्चित हैं। शशि थरूर पिछले साल चाैथी बार कांग्रेस के टिकट पर जीत कर लोकसभा पहुंचे थे।
कांग्रेस में सहज नहीं हैं थरूर
शशि थरूर ने हाल ही में कहा था कि पार्टी नेतृत्व ने उन्हें हाल ही में हुए नीलांबुर विधानसभा उपचुनाव में प्रचार करने के लिए नहीं कहा था। हालांकि, केरल कांग्रेस ने इस पर प्रतिक्रिया देते हुए कहा कि थरूर का नाम चुनाव आयोग को सौंपी गई स्टार प्रचारकों की सूची में था, लेकिन थरूर उपलब्ध नहीं थे। केरल में उपचुनाव के लिए प्रचार अभियान ऑपरेशन सिंदूर पर संसदीय प्रतिनिधिमंडल का नेतृत्व करने के लिए थरूर की बहु-देशीय यात्रा के दौरान हुआ। पहलगाम आतंकवादी हमले के बाद पाकिस्तान के साथ सैन्य संघर्ष के दौरान भारत की स्थिति को उनके द्वारा स्पष्ट रूप से व्यक्त करने से भी कांग्रेस के भीतर कई लोग नाखुश थे।
केरल विधानसभा चुनावों से पहले सामने आए सर्वे के बाद क्या कांग्रेस की राय बदलेगी और वह शशि थरूर को सीएम फेस प्रोजेक्ट करने के बारे में सोचेगी। आपका क्या सोचते हैं लॉग इन करें और हिंदी और अंग्रेजी में अपनी कमेंट साझा करें
थरूर फेवरेट, क्या बोली कांग्रेस?
केरल के विधायक और महाराष्ट्र कांग्रेस के प्रभारी रमेश चेन्निथला ने हालांकि इस सर्वे को खारिज कर दिया है। चेन्निथला ने कहा कि यूडीएफ में मुख्यमंत्री बनने के लिए शशि थरूर को सबसे उपयुक्त उम्मीदवार बताने वाला सर्वेक्षण मनगढ़ंत है और उन्हें इस पर भरोसा नहीं है।उन्होंने आगे कहा कि इस तरह के सर्वेक्षण बीजेपी केंद्रों से भ्रम पैदा करने के लिए आ रहे हैं। इनमें फंसने की कोई ज़रूरत नहीं है। सर्वेक्षण में सत्तारूढ़ मुख्यमंत्री पिनराई विजयन के नेतृत्व वाली एलडीएफ सरकार के खिलाफ एक प्रबल सत्ता-विरोधी लहर और बदलाव की तीव्र इच्छा दिखाई दी। 62 प्रतिशत उत्तरदाताओं ने कहा कि वे अपने मौजूदा विधायक को बदलना चाहेंगे।
सर्वे में क्या कुछ है?
केरल वोट वाइब सर्वे 2026 का हवाला दे रहे थे, जिसमें केरल में सत्ता-विरोधी लहर की प्रबल संभावना जताई गई थी। कांग्रेस के नेतृत्व वाले यूडीएफ को बदलाव के एक मजबूत विकल्प के रूप में और एनडीए को तीसरे विकल्प के रूप में तेज़ी से बढ़त हासिल करते हुए देखा गया था। सर्वेक्षण के अनुसार, केरल और उसकी जनता के विकास के लिए यूडीएफ पर 38.9 प्रतिशत लोगों ने भरोसा जताया, जबकि सत्तारूढ़ वाम लोकतांत्रिक मोर्चे (LDF) पर 27.8 प्रतिशत लोगों ने भरोसा जताया। जहां 28.3% उत्तरदाताओं ने शशि थरूर को यूडीएफ की ओर से सबसे पसंदीदा मुख्यमंत्री उम्मीदवार के रूप में देखा, वहीं थोड़े कम 27.1% उत्तरदाताओं ने कहा कि वे यूडीएफ के मुख्यमंत्री पद के उम्मीदवार को लेकर अनिश्चित हैं। शशि थरूर पिछले साल चाैथी बार कांग्रेस के टिकट पर जीत कर लोकसभा पहुंचे थे।
कांग्रेस में सहज नहीं हैं थरूर
शशि थरूर ने हाल ही में कहा था कि पार्टी नेतृत्व ने उन्हें हाल ही में हुए नीलांबुर विधानसभा उपचुनाव में प्रचार करने के लिए नहीं कहा था। हालांकि, केरल कांग्रेस ने इस पर प्रतिक्रिया देते हुए कहा कि थरूर का नाम चुनाव आयोग को सौंपी गई स्टार प्रचारकों की सूची में था, लेकिन थरूर उपलब्ध नहीं थे। केरल में उपचुनाव के लिए प्रचार अभियान ऑपरेशन सिंदूर पर संसदीय प्रतिनिधिमंडल का नेतृत्व करने के लिए थरूर की बहु-देशीय यात्रा के दौरान हुआ। पहलगाम आतंकवादी हमले के बाद पाकिस्तान के साथ सैन्य संघर्ष के दौरान भारत की स्थिति को उनके द्वारा स्पष्ट रूप से व्यक्त करने से भी कांग्रेस के भीतर कई लोग नाखुश थे।
केरल विधानसभा चुनावों से पहले सामने आए सर्वे के बाद क्या कांग्रेस की राय बदलेगी और वह शशि थरूर को सीएम फेस प्रोजेक्ट करने के बारे में सोचेगी। आपका क्या सोचते हैं लॉग इन करें और हिंदी और अंग्रेजी में अपनी कमेंट साझा करें