नई दिल्ली: बिहार चुनाव से पहले भारत निर्वाचन आयोग (ECI) ने एक बड़ा कदम उठाया है, जिससे वोटिंग के ताजा आंकड़े मिल सकेंगे। इसके लिए नई तकनीक ECINET ऐप का इस्तेमाल किया जाएगा। मतदान केंद्रों पर तैनात अधिकारी हर दो घंटे में डेटा डालेंगे। इससे पता चलेगा कि कितने प्रतिशत वोट पड़े हैं। यह जानकारी जनता को समय पर मिलेगी।
मुख्य चुनाव आयुक्त ज्ञानेश कुमार ने कहा है कि वे समय पर और सही जानकारी देना चाहते हैं। यह नई प्रणाली बिहार विधानसभा चुनाव से पहले शुरू हो जाएगी। इससे चुनाव प्रक्रिया में पारदर्शिता बढ़ेगी और पुरानी प्रक्रिया में होने वाली देरी खत्म हो जाएगी।
हर दो घंटे में अपडेट होगी जानकारीचुनाव आयोग अब वोटिंग के आंकड़े और भी जल्दी देने वाला है। इसके लिए एक नया तरीका अपनाया जा रहा है। मतदान केंद्रों पर जो अधिकारी होंगे, वे हर दो घंटे में ECINET ऐप पर जानकारी डालेंगे। इससे पता चलेगा कि कितने प्रतिशत वोट पड़े हैं। यह जानकारी लोगों को तुरंत मिल जाएगी। इससे सब कुछ साफ-साफ पता चलेगा और पहले जो देरी होती थी, वह खत्म हो जाएगी।
पहले क्या होता था?पहले मतदान का डेटा इकट्ठा करने में बहुत समय लगता था। अधिकारी फोन या मैसेज से जानकारी भेजते थे। इसमें 4-5 घंटे या उससे ज्यादा लग जाते थे। कई बार गलत जानकारी भी चली जाती थी। इससे कई बार गलतफहमी भी होती थी।
अब क्या होगा?अब ECINET ऐप से डेटा तुरंत दर्ज होगा। यह डेटा अपने आप निर्वाचन क्षेत्र स्तर पर इकट्ठा हो जाएगा। अगर कहीं नेटवर्क नहीं है, तो डेटा ऑफलाइन दर्ज किया जाएगा। जैसे ही नेटवर्क मिलेगा, यह अपने आप सिंक हो जाएगा। मतलब, जानकारी अपने आप अपडेट हो जाएगी।
मुख्य चुनाव आयुक्त ज्ञानेश कुमार ने कहा है कि वे समय पर और सही जानकारी देना चाहते हैं। यह नई प्रणाली बिहार विधानसभा चुनाव से पहले शुरू हो जाएगी। इससे चुनाव प्रक्रिया में पारदर्शिता बढ़ेगी और पुरानी प्रक्रिया में होने वाली देरी खत्म हो जाएगी।
हर दो घंटे में अपडेट होगी जानकारीचुनाव आयोग अब वोटिंग के आंकड़े और भी जल्दी देने वाला है। इसके लिए एक नया तरीका अपनाया जा रहा है। मतदान केंद्रों पर जो अधिकारी होंगे, वे हर दो घंटे में ECINET ऐप पर जानकारी डालेंगे। इससे पता चलेगा कि कितने प्रतिशत वोट पड़े हैं। यह जानकारी लोगों को तुरंत मिल जाएगी। इससे सब कुछ साफ-साफ पता चलेगा और पहले जो देरी होती थी, वह खत्म हो जाएगी।
पहले क्या होता था?पहले मतदान का डेटा इकट्ठा करने में बहुत समय लगता था। अधिकारी फोन या मैसेज से जानकारी भेजते थे। इसमें 4-5 घंटे या उससे ज्यादा लग जाते थे। कई बार गलत जानकारी भी चली जाती थी। इससे कई बार गलतफहमी भी होती थी।
अब क्या होगा?अब ECINET ऐप से डेटा तुरंत दर्ज होगा। यह डेटा अपने आप निर्वाचन क्षेत्र स्तर पर इकट्ठा हो जाएगा। अगर कहीं नेटवर्क नहीं है, तो डेटा ऑफलाइन दर्ज किया जाएगा। जैसे ही नेटवर्क मिलेगा, यह अपने आप सिंक हो जाएगा। मतलब, जानकारी अपने आप अपडेट हो जाएगी।
You may also like
दिमाग बने कंप्यूटर! रोज़ खाइए ये 1 चीज़ और याददाश्त हो जाएगी गज़ब की तेज़
मेरठ का शातिर चेन लुटेरा गाजियाबाद में पुलिस मुठभेड़ में घायल, हुआ गिरफ्तार
उज्जैन के डोंगला में अत्याधुनिक तारामंडल की ये है विशेषता, एक बार महाकाल के दर्शन करने के साथ यहां भी घूमना चाहिए
अनूपपुर : मेहनत के बाद भी नहीं मिलती पूरी मजदूरी, पलायन हमारी मजबूरी
नर्सिंग फर्जीवाड़े को उजागर करने वाली जनहित याचिका को मुख्य याचिका मान उससे लिंक होंगे सभी सम्बंधित मामले