Next Story
Newszop

बिहार देश का पहला राज्य, जहां चुनाव में हर बूथ पर वोटरों की अधिकतम संख्या 1200 होगी

Send Push
पटना: चुनाव आयोग (ECI) ने बुधवार को दावा किया कि उसने बिहार में अक्टूबर-नवंबर में होने वाले राज्य विधानसभा चुनावों के लिए जोरदार तैयारियां कर ली हैं। आयोग फिलहाल बिहार की वोटर लिस्टों का पुनरीक्षण कर रहा है। यह हर चुनाव से पहले भारतीय संविधान और कानून के अनुसार एक जरूरी प्रक्रिया है। चुनाव की तैयारियों के संबंध में आम जन को जानकारी देने के लिए आयोग नियमित रूप से प्रेस नोट जारी कर रहा है।

चुनाव आयोग ने कहा है कि, देश में पहली बार बिहार में हर मतदान केंद्र पर अधिकतम 1200 वोटरों की सीमा तय की गई है। ऐसा करके वोटरों की लंबी कतारों से बचा जा सकेगा। चुनाव आयोग की इस पहल के कारण पोलिंग बूथों की संख्या काफी बढ़ गई है। अब तक बिहार में 77,895 पोलिंग बूथ थे। अब यह बढ़ाकर 90,712 कर दिए गए हैं। इसी के अनुरूप बूथ लेवल आफीसरों (BLO) की संख्या भी 77,895 से बढ़ाकर 90,712 कर दी गई है।

वोटरों की मदद के लिए वालंटियरों की संख्या चार गुनी हुई

बिहार के चुनाव में मतदाताओं की मदद के लिए वालंटियरों की संख्या एक लाख से बढ़ाकर करीब चार लाख कर दी गई है। बिहार के सभी 12 मान्यता प्राप्त राजनीतिक दलों ने भी अपने बूथ लेवल एजेंट (BLA) की संख्या 1,38,680 से बढ़ाकर 1,60,813 कर दी है।



चुनाव आयोग (ECI) वोटर लिस्ट को अपडेट करने के लिए सक्रिय रूप से कार्य कर रहा है। जिन मतदाताओं की मृत्यु हो चुकी है, जो स्थायी रूप से अन्य राज्यों में चले गए हैं, जिनके लिस्ट में दो जगहों पर नाम हैं, या बीएलओ जिनसे कम से कम तीन बार कोशिश करने के बावजूद संपर्क नहीं कर सके हैं, के नाम मसौदा मताता लिस्ट में नहीं हैं। उनकी जानकारी सभी राजनीतिक दलों और उनके एजेंटों को उपलब्ध करा दी गई है।



चुनाव आयोग ने एक अगस्त को बूथ-वार ड्राफ्ट मतदाता सूची प्रकाशित कर दी है। यह सभी राजनीतिक पार्टियों को उपलब्ध कराई गई है। यह लिस्ट चुनाव आयोग की आधिकारिक वेबसाइट पर भी उपलब्ध है। आयोग ने कहा है कि इसके अलावा, आयोग दावे और आपत्तियों की स्थिति को प्रतिदिन अपडेट कर रहा है।

(इनपुट आईएएनएस से भी)

Loving Newspoint? Download the app now