नई दिल्ली: भारतीय वनडे टीम के उपकप्तान श्रेयस अय्यर ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ तीसरे वनडे में गंभीर रूप से चोटिल हो गए थे। ऑस्ट्रेलियाई विकेटकीपर एलिक्स कैरी का पीछे भागते हुए अय्यर ने शानदार कैच तो लपक लिया था। लेकिन,कैच पकड़ते वक्त जब वह गिरे तो उनकी पसलियों में चोट आई। इसके बाद वह दर्द में तड़पते नजर आए। चोट इतनी गंभीर थी कि श्रेयस अय्यर आईसीयू में भी रहे। हालांकि, ऐसी रिपोर्ट्स सामने आ रहीं थी कि श्रेयस अय्यर की सर्जरी हुई है। लेकिन, बीसीसीआई के सचिव देवजीत सैकिया ने सब साफ कर दिया है।   
   
देवजीत सैकिया ने किया बड़ा खुलासा
भारतीय क्रिकेट कंट्रोल बोर्ड के सचिव देवजीत सैकिया ने टाइम्स ऑफ इंडिया से बातचीत करते हुए इस बात का खुलासा किया है कि श्रेयस अय्यर की सर्जरी नहीं हुई है। उन्होंने कहा,'श्रेयस की हालत बहुत बेहतर है। उनकी रिकवरी डॉक्टर की उम्मीद से कहीं ज्यादा तेजी से हो रही है। मैं डॉ. रिजवान के साथ लगातार संपर्क में हूं। आमतौर पर, उसे पूरी तरह से ठीक होने में छह से आठ हफ्ते लगने चाहिए, लेकिन आप उससे एक सरप्राइज़ की उम्मीद कर सकते हैं क्योंकि हो सकता है कि वह बहुत पहले ही ठीक हो जाए।'
      
देवजीत सैकिया ने आगे कहा, डॉक्टर उसकी प्रोगरेस से काफी संतुष्ट हैं। श्रेयस ने अपनी सामान्य दिनचर्या से जुड़े काम शुरू कर दिए हैं। उनकी इंजरी काफी गंभीर थी। लेकिन, अब वह रिकवर कर गए हैं और खतरे से बाहर हैं। इस वजह से अय्यर को आईसीयू से उनके रूम में शिफ्ट किया गया।'
   
देवजीत सैकिया ने आगे इस बात का भी खुलासा किया कि श्रेयस अय्यर की सर्जरी नहीं हुई है। उन्होंने कहा, 'श्रेयस की सर्जरी नहीं हुई बल्कि वह एक अलग प्रक्रिया से गुजरा, जिसके कारण वह इतनी जल्दी ठीक हो गया।' टीओआई को एक सूत्र से पता चला है कि यह प्रोसीजर श्रेयस अय्यर की इंटरनल ब्लीडिंग रोकने के लिए किया गया था।
देवजीत सैकिया ने किया बड़ा खुलासा
भारतीय क्रिकेट कंट्रोल बोर्ड के सचिव देवजीत सैकिया ने टाइम्स ऑफ इंडिया से बातचीत करते हुए इस बात का खुलासा किया है कि श्रेयस अय्यर की सर्जरी नहीं हुई है। उन्होंने कहा,'श्रेयस की हालत बहुत बेहतर है। उनकी रिकवरी डॉक्टर की उम्मीद से कहीं ज्यादा तेजी से हो रही है। मैं डॉ. रिजवान के साथ लगातार संपर्क में हूं। आमतौर पर, उसे पूरी तरह से ठीक होने में छह से आठ हफ्ते लगने चाहिए, लेकिन आप उससे एक सरप्राइज़ की उम्मीद कर सकते हैं क्योंकि हो सकता है कि वह बहुत पहले ही ठीक हो जाए।'
देवजीत सैकिया ने आगे कहा, डॉक्टर उसकी प्रोगरेस से काफी संतुष्ट हैं। श्रेयस ने अपनी सामान्य दिनचर्या से जुड़े काम शुरू कर दिए हैं। उनकी इंजरी काफी गंभीर थी। लेकिन, अब वह रिकवर कर गए हैं और खतरे से बाहर हैं। इस वजह से अय्यर को आईसीयू से उनके रूम में शिफ्ट किया गया।'
देवजीत सैकिया ने आगे इस बात का भी खुलासा किया कि श्रेयस अय्यर की सर्जरी नहीं हुई है। उन्होंने कहा, 'श्रेयस की सर्जरी नहीं हुई बल्कि वह एक अलग प्रक्रिया से गुजरा, जिसके कारण वह इतनी जल्दी ठीक हो गया।' टीओआई को एक सूत्र से पता चला है कि यह प्रोसीजर श्रेयस अय्यर की इंटरनल ब्लीडिंग रोकने के लिए किया गया था।
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