अगली ख़बर
Newszop

B-2 बॉम्बर, न्यूक्लियर मिसाइल, पनडुब्बी... अमेरिका ने शुरू किया परमाणु प्रलय का महाभ्यास, देखकर रूस और चीन के उड़ेंगे होश

Send Push
वॉशिंगटन: अमेरिकी सेना की सामरिक कमान इस समय अपना सबसे बड़ा वार्षिक परमाणु अभ्यास ग्लोबल थंडर 26 कर रही है। 21 अक्टूबर से शुरू हुए इस अभ्यास में अमेरिका के परमाणु हथियारों से जुड़े सभी कर्मी एक एक साथ हिस्सा ले रहे हैं। इसका उद्देश्य देश की रणनीतिक हमले को रोकने और जरूरत पड़ने पर उसका जवाब देने की क्षमता का परीक्षण करना है। इसमें अमेरिकी सामरिक बलों के साथ ही अतिरिक्त इकाइयां परमाणु युद्ध परिदृश्य की तैयारी और उसके क्रियान्यवन का अनुकरण करती हैं।

ग्लोबल थंडर अभ्यास के सबसे प्रमुख भागों में बी-52 स्ट्रैटोफोर्ट्रेस और बी-2 स्पिरिट्स जैसे रणनीतिक परमाणु बमवर्षक शामिल होंगे। सामूहिक प्रक्षेपास्त्रों में विमान न्यूनतम अंतराल टेक-ऑफ प्रक्रियाओं का अभ्यास करेंगे। इसके साथ ही इसमें मिसाइल संचालन और पनडुब्बी तैयारी अभ्यास शामिल हैं।

रूस से तनाव के बीच अभ्यास
अमेरिकी सामरिक कमान ने जोर देकर कहा कि यह एक वार्षिक प्रशिक्षण कार्यक्रम है और किसी भी राष्ट्र या विश्व की घटनाओं या कामों के जवाब में आयोजित नहीं किया जाता है। हालांकि, यह अभ्यास ऐसे समय में शुरू हुआ है, जब यूक्रेन युद्ध को लेकर रूस और अमेरिका के बीच तनाव बढ़ रहा है। अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने हाल ही में रूस के राष्ट्रपति पुतिन के साथ होने वाली संभावित वुडापेस्ट बैठक रद्द कर दी थी। ट्रंप ने कहा था कि वह व्यर्थ बैठक में हिस्सा नहीं लेना चाहते।


ग्लोबल थंडर अभ्यास 2014 से हर साल आयोजित किया जाता रहा है। आमतौर पर यह अभ्यास 10 दिनों तक चलता है। यह सुरक्षित, प्रभावी और विश्वसनीय वैश्विक युद्ध क्षमता बनाए रखने के लिए अमेरिका की प्रतिबद्धता का एक प्रमुख प्रदर्शन है। साथ ही सहयोगियों को आश्वस्त करता है और ताकत व तत्परता से माध्यम से विरोधियों को रोकता है। अमेरिकी नौसेना के अतिरिक्त बलों को भी कभी-कभी SSBN के कामों के समर्थन में परमाणु कमान और नियंत्रण अभ्यासों में शामिल होने के लिए बुलाया जाता है। अमेरिकी नौसेना के विमानवाहक पोत भी कभी अपने विशाल भंडार में सामरिक परमाणु हथियार रखते थे। हालांकि, ऐसा माना जाता है कि 1990 के दशक में यह प्रथा बंद हो गई।
न्यूजपॉईंट पसंद? अब ऐप डाउनलोड करें