News India Live, Digital Desk: Good news for diabetes patients : गर्मियों के मौसम में आने वाला जामुन, न सिर्फ खाने में स्वादिष्ट होता है, बल्कि अपनी खट्ठी-मीठी तासीर से दिल को सुकून भी देता है। लेकिन क्या आप जानते हैं कि जितना स्वादिष्ट ये फल है, उससे कहीं ज़्यादा फायदेमंद इसकी गुठलियां होती हैं? अक्सर लोग जामुन खाकर गुठलियों को फेंक देते हैं, लेकिन ये छोटी सी गुठली असल में सेहत का एक छिपा हुआ खजाना है, खासकर अगर आप इसे पाउडर बनाकर इस्तेमाल करें। आयुर्वेद में जामुन के बीजों को कई बीमारियों का अचूक इलाज बताया गया है।
आइए, जामुन के बीजों से मिलने वाले उन अद्भुत फायदों को जानते हैं, जो आपकी सेहत बदल सकते हैं:
डायबिटीज कंट्रोल में जादुई (Diabetes Management):
अगर आप डायबिटीज से जूझ रहे हैं तो जामुन की गुठलियां आपके लिए किसी संजीवनी से कम नहीं हैं। इसके पाउडर में ऐसे खास गुण होते हैं जो ब्लड शुगर लेवल को नियंत्रित करने में अद्भुत काम करते हैं। ये इंसुलिन संवेदनशीलता को बेहतर बनाता है और ग्लूकोज को मेटाबोलाइज करने में मदद करता है। नियमित सेवन से रक्त शर्करा को काफी हद तक नियंत्रित किया जा सकता है।
पाचन तंत्र का दोस्त (Digestion Booster):
जामुन के बीज पाचन तंत्र के लिए भी बड़े फायदेमंद होते हैं। इसमें भरपूर मात्रा में फाइबर होता है जो कब्ज जैसी समस्याओं से राहत दिलाता है और पेट को स्वस्थ रखता है। पेट में गैस, एसिडिटी या अपच जैसी दिक्कतों के लिए ये पाउडर बेहद कारगर साबित हो सकता है।
इम्यूनिटी का रक्षक (Immunity Enhancer):
हमारी रोग प्रतिरोधक क्षमता (Immunity) को मजबूत बनाने में भी जामुन के बीज सहायक होते हैं। इसमें मौजूद विटामिन (जैसे विटामिन सी) और एंटीऑक्सीडेंट्स शरीर को बीमारियों से लड़ने की शक्ति देते हैं और आपको मौसमी फ्लू, सर्दी-जुकाम जैसी बीमारियों से बचाते हैं।
वजन घटाने में सहायक (Aids Weight Loss):
अगर आप वजन कम करने का प्लान बना रहे हैं, तो जामुन के बीज का पाउडर आपकी मदद कर सकता है। फाइबर से भरपूर होने के कारण यह पेट को देर तक भरा रखता है, जिससे आप बार-बार खाने से बचते हैं और अनहेल्दी क्रेविंग्स भी कम होती हैं। यह शरीर के मेटाबॉलिज्म को भी बढ़ाता है।
लिवर और किडनी का सुरक्षा कवच (Liver and Kidney Protector):
जामुन के बीज में डिटॉक्सिफाइंग गुण होते हैं। यह लिवर को स्वस्थ रखने और उसे साफ करने में मदद करता है। साथ ही, यह किडनी की कार्यप्रणाली को भी बेहतर बनाता है और शरीर से हानिकारक विषाक्त पदार्थों को बाहर निकालने में सहायक होता है। यह एक बेहतरीन ब्लड प्यूरीफायर भी माना जाता है।
हाई ब्लड प्रेशर में मददगार (Helpful in High Blood Pressure):
कई शोधों में सामने आया है कि जामुन के बीज में मौजूद कुछ तत्व रक्तचाप (Blood Pressure) को संतुलित रखने में भी सहायता कर सकते हैं, जिससे हृदय स्वास्थ्य बेहतर होता है।
कैसे करें इस्तेमाल?
आप जामुन की गुठलियों को धोकर अच्छी तरह सुखा लें और फिर इन्हें पीसकर महीन पाउडर बना लें। इस पाउडर को रोज़ सुबह खाली पेट एक गिलास गुनगुने पानी के साथ ले सकते हैं। इसे दही या स्मूदी में मिलाकर भी इस्तेमाल किया जा सकता है।
अहम चेतावनी:
किसी भी गंभीर बीमारी के इलाज या नियंत्रित करने के लिए जामुन के बीजों का सेवन करने से पहले हमेशा किसी अनुभवी आयुर्वेदिक चिकित्सक या अपने डॉक्टर से सलाह ज़रूर लें। गर्भवती महिलाएं और विशेष स्वास्थ्य परिस्थितियों वाले लोगों को इसका सेवन सावधानीपूर्वक करना चाहिए।
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