जैसे-जैसे गर्मी का मौसम आता है, हमारे शरीर की ज़रूरतें बदल जाती हैं। चिलचिलाती धूप, गर्म लहरों और बढ़ते तापमान में उचित पोषण की कमी से स्वास्थ्य पर नकारात्मक प्रभाव पड़ता है। गर्मियों में अगर खानपान सही न हो तो डिहाइड्रेशन, थकान, पेट की समस्या और कमजोरी जैसी समस्याएं हो सकती हैं। गर्मियों में सही आहार अपनाकर न सिर्फ शरीर को भीतर से ठंडा रखा जा सकता है, बल्कि बीमारियों से भी बचा जा सकता है। इसलिए जरूरी है कि मौसम के अनुसार खान-पान में बदलाव किया जाए, ताकि बच्चों से लेकर बुजुर्गों तक सभी स्वस्थ और ऊर्जावान बने रहें। बच्चों से लेकर बुजुर्गों तक सभी को हल्का, हाइड्रेटेड और पौष्टिक भोजन दिया जाना चाहिए। आइए आपको बताते हैं कि गर्मी के मौसम में बच्चों और बुजुर्गों को किस तरह का भोजन देना चाहिए और किन चीजों से परहेज करना चाहिए।
अपने तरल पदार्थ का सेवन बढ़ाएँ.
गर्मियों में डिहाइड्रेशन की समस्या आम हो जाती है। इस मौसम में हमें बहुत पसीना आता है, जिससे शरीर में निर्जलीकरण हो सकता है। शरीर को हाइड्रेटेड रखने के लिए बच्चों से लेकर बुजुर्गों तक सभी को दिनभर भरपूर पानी पीना चाहिए। इसके अलावा अपने आहार में नींबू पानी, नारियल पानी और लस्सी जैसे अन्य पेय पदार्थ भी शामिल करें। हालाँकि, डिब्बाबंद या अत्यधिक मीठे जूस का सेवन करने से बचें।
हल्का एवं पौष्टिक भोजन दें।
गर्मियों में पाचन शक्ति कमजोर हो जाती है। इस मौसम में भारी और मसालेदार भोजन के बजाय हल्का, आसानी से पचने वाला और ताजा भोजन करना चाहिए। दालें, हरी सब्जियां, खिचड़ी, दही चावल जैसे हल्के खाद्य पदार्थ शरीर को ऊर्जा देते हैं और पाचन तंत्र को भी स्वस्थ रखते हैं। बच्चों को हल्का भोजन में सलाद और अंकुरित अनाज देना भी एक अच्छा विकल्प है।
ताजे फल और सब्जियां
गर्मियों में बाजार मौसमी फलों से सज जाते हैं। ये मौसमी फल न केवल स्वास्थ्य के लिए फायदेमंद हैं बल्कि स्वादिष्ट भी हैं। इस मौसम में तरबूज, खरबूजा, आम, पपीता, अंगूर और खीरा जैसे फलों और सब्जियों का सेवन बहुत फायदेमंद हो सकता है। फलों में पानी की मात्रा अधिक होती है, जो शरीर को हाइड्रेटेड रखता है। बच्चों के आहार में मौसमी फल और सब्जियां शामिल करें तथा बुजुर्गों को भी आसानी से पचने वाले फल और सब्जियां खाने के लिए प्रोत्साहित करें।
ठंडा और पौष्टिक नाश्ता:
इस मौसम में शरीर को ठंडा रखने के लिए आप दूध और फलों से बनी स्मूदी, फलों की चाट या दही से बने स्नैक्स दे सकते हैं। यह बच्चों के लिए एक स्वस्थ आहार है। ओट्स, पोहा, उपमा जैसे हल्के और जल्दी बनने वाले नाश्ते बुजुर्गों के लिए अच्छे होते हैं।
गर्मियों में क्या नहीं खाना चाहिए?
अधिक तेल, मसाले और तले हुए खाद्य पदार्थों से बचें। गर्मियों में ज्यादा तला-भुना या मसालेदार खाना खाने से शरीर में गर्मी बढ़ जाती है और एसिडिटी या पेट दर्द जैसी समस्याएं हो सकती हैं। बच्चों को बाहर का फास्ट फूड या भारी मिठाइयां खाने से भी बचना चाहिए। अपने तरल पदार्थों का सेवन बढ़ाएँ, लेकिन अतिरिक्त चीनी वाले पेय पदार्थों, या बहुत अधिक शीतल पेय या जूस पीने से बचें।
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