News India Live, Digital Desk: प्रेशर कुकर, जो हर भारतीय किचन का सबसे जरूरी और भरोसेमंद साथी है, वो एक पल में 'बम' बनकर फट भी सकता है. जी हां, यह सुनने में डरावना लगता है, लेकिन यह सच है. कुकर ने जहां एक तरफ खाना पकाने की प्रक्रिया को बेहद आसान और तेज बना दिया है, वहीं दूसरी तरफ इसके इस्तेमाल में की गई एक छोटी सी लापरवाही जानलेवा साबित हो सकती है.अक्सर हम जल्दी-जल्दी में दाल-चावल चढ़ाते वक्त कुछ बेहद जरूरी बातों को नजरअंदाज कर देते हैं, और यही लापरवाही एक बड़े हादसे का कारण बनती है. इसलिए, अगली बार जब आप कुकर को गैस पर रखें, तो सिर्फ 1 मिनट निकालकर इन 5 चीजों को जरूर जांच लें. यकीन मानिए, आपकी यह छोटी सी आदत आपको और आपके परिवार को एक बड़े खतरे से बचा सकती है.1. कुकर का रबड़ (गैसकेट) चेक करेंयह कुकर का सबसे जरूरी हिस्सा है जो अंदर भाप को सील करता है.क्या करें: हर बार इस्तेमाल से पहले रबड़ को चेक करें. कहीं वो ढीला तो नहीं हो गया है? या उसमें कोई क्रैक तो नहीं आ गया है? अगर रबड़ सख्त हो गया है या कट गया है, तो उसे तुरंत बदल दें. ढीला या खराब रबड़ स्टीम को लीक कर सकता है और प्रेशर बनने में दिक्कत कर सकता है.2. कुकर की सीटी की जांच करेंयह भाप निकलने का मुख्य रास्ता है. अगर यह बंद हो गया, तो समझ लीजिए खतरा बहुत बड़ा है.क्या करें: सीटी के छेद (वेंट ट्यूब) को उंगली या किसी पतली चीज से जांच लें कि वो साफ है या नहीं. कई बार दाल या चावल के दाने उसमें फंस जाते हैं. अगर यह छेद जाम होगा तो भाप बाहर नहीं निकल पाएगी और कुकर फट सकता है.3. सेफ्टी वाल्व को न भूलेंयह कुकर का 'इमरजेंसी गेट' है. जब सीटी जाम हो जाती है, तो अतिरिक्त प्रेशर इसी वाल्व से बाहर निकलता है.क्या करें: सेफ्टी वाल्व को उंगली से दबाकर चेक करें कि वह जाम तो नहीं है. अगर यह हिलाने पर हिल नहीं रहा या जाम लग रहा है, तो उस कुकर का इस्तेमाल बिल्कुल न करें. इसे तुरंत किसी मैकेनिक से ठीक करवाएं.4. कुकर को पूरा कभी न भरेंयह गलती लगभग हर दूसरे घर में होती है. ज्यादा खाना बनाने के चक्कर में लोग कुकर को ऊपर तक भर देते हैं.क्या करें: कुकर को कभी भी दो-तिहाई (2/3) से ज्यादा न भरें. खासकर ऐसी चीजें पकाते समय जो उबलने पर फैलती हैं (जैसे दाल, चावल, खिचड़ी), कुकर को आधे (1/2) से ज्यादा बिल्कुल न भरें. अंदर भाप बनने और फैलने के लिए जगह होनी बहुत जरूरी है.5. कुकर में पानी की मात्रा सही रखेंबिना पानी के कुकर का इस्तेमाल करना बम को आग दिखाने जैसा है.क्या करें: सुनिश्चित करें कि कुकर में कम से कम एक से डेढ़ कप पानी या ग्रेवी जरूर हो. बिना पानी के भाप नहीं बनेगी, जिससे कुकर के अंदर का तापमान बहुत ज्यादा बढ़ जाएगा और वह फट सकता है या उसका तला खराब हो सकता है.इन छोटी-छोटी, लेकिन बेहद जरूरी बातों का ध्यान रखकर आप न सिर्फ अपने प्रेशर कुकर की उम्र बढ़ा सकते हैं, बल्कि अपने किचन और परिवार को भी सुरक्षित रख सकते हैं.
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