News India Live, Digital Desk: Monsoon Diseases : बारिश का सुहाना मौसम किसे पसंद नहीं होता! हर तरफ हरियाली, मिट्टी की सौंधी खुशबू और गर्मी से राहत… लेकिन दोस्तों, यह मज़ा कभी-कभी बड़ी मुसीबत बन सकता है। मॉनसून अपने साथ भले ही ठंडक और खुशनुमा अहसास लाए, पर इस दौरान हमारी छोटी-सी लापरवाही कई गंभीर और जानलेवा बीमारियों को दावत दे सकती है। अगर आप भी बरसात में अपनी सेहत को लेकर निश्चिंत हैं, तो रुकिए! ये 5 आम बीमारियां जिनसे आपको मॉनसून में रहना होगा बेहद सावधान।
आइए जानते हैं कौन-कौन सी हैं वो बीमारियाँ और उनसे कैसे बचें:
1. मलेरिया (Malaria): मच्छर का हमला!
बरसात आते ही मच्छरों की फौज घरों में और बाहर बढ़ने लगती है। गंदा और इकट्ठा पानी मच्छरों के पनपने के लिए सबसे अच्छी जगह है। मलेरिया एक गंभीर मच्छर जनित बीमारी है, जिसके लक्षण हैं तेज़ बुखार, ठंड लगना और शरीर में दर्द।
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बचाव: अपने आस-पास पानी जमा न होने दें। कूलर, गमलों और बर्तनों का पानी रोज़ बदलें। मच्छरदानी का प्रयोग करें और फुल आस्तीन के कपड़े पहनें।
2. डेंगू (Dengue): जानलेवा मच्छर बुखार!
मच्छर जनित बीमारियों में डेंगू भी एक बेहद खतरनाक बीमारी है। इसे फैलाने वाला खास ‘एडीस मच्छर’ दिन के समय ज़्यादा हमला करता है। इसके लक्षणों में तेज़ बुखार, जोड़ों-मांसपेशियों में असहनीय दर्द, सिरदर्द, आँखों के पीछे दर्द और प्लेटलेट्स का तेजी से गिरना शामिल है।
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बचाव: दिन के समय भी मच्छरों से बचाव करें। घरों और दफ्तरों के अंदर-बाहर पानी जमा न होने दें। साफ-सफाई का खास ध्यान रखें। बुखार होने पर तुरंत डॉक्टर से मिलें, खुद इलाज न करें।
3. चिकनगुनिया (Chikungunya): जोड़ों में दर्द का हमला!
चिकनगुनिया भी डेंगू की तरह ही मच्छरों से फैलता है। इसके लक्षण डेंगू जैसे ही हो सकते हैं, जैसे तेज़ बुखार और बदन दर्द, लेकिन इसकी सबसे बड़ी पहचान इसके तेज़ जोड़ों का दर्द है जो कई हफ़्तों तक परेशान कर सकता है और काफी कमजोर कर देता है।
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बचाव: मच्छर नियंत्रण सबसे ज़रूरी है। आस-पास पानी जमा न हो। मॉस्किटो रेपेलेंट का इस्तेमाल करें।
4. टाइफाइड (Typhoid): दूषित पानी और खाने का खतरा!
बारिश में पानी और खाने का इन्फेक्शन बढ़ने से टाइफाइड का खतरा बढ़ जाता है। ‘साल्मोनेला टाइफी’ नामक बैक्टीरिया से फैलने वाली ये बीमारी दूषित पानी या खाने से होती है। इसके लक्षणों में तेज़ बुखार, बदन दर्द, कमजोरी और पेट में इन्फेक्शन शामिल है।
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बचाव: बाहर का खाना खाने से बचें। साफ और उबला हुआ पानी पिएं। सब्जियों और फलों को अच्छी तरह धोकर इस्तेमाल करें। खाना बनाने से पहले और खाने के बाद हाथ ज़रूर धोएं।
5. हैजा (Cholera): गंभीर दस्त और पानी की कमी!
हैजा भी दूषित पानी और खाने से फैलने वाली एक गंभीर बीमारी है। इसमें तेज़ पानी जैसे दस्त और उल्टियाँ होती हैं, जिससे शरीर में बहुत तेज़ी से पानी की कमी (डिहाइड्रेशन) हो जाती है और जान का खतरा पैदा हो सकता है।
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बचाव: सिर्फ उबला हुआ या फिल्टर किया हुआ पानी पिएं। बासी और बाहर के खुले खाने से बिल्कुल बचें। व्यक्तिगत और रसोई की साफ-सफाई पर विशेष ध्यान दें।
तो दोस्तों, बारिश का मज़ा लेते हुए अपनी सेहत का पूरा ध्यान रखें। अगर इनमें से कोई भी लक्षण दिखें, तो देरी न करें, तुरंत डॉक्टर से मिलें। सावधानी ही सबसे बड़ा बचाव है!
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