लाइव हिंदी खबर:- दुनिया भर में हार्ट अटैक के कारण कई लोगों की जानें जाती हैं। यह एक गंभीर बीमारी है, जो हृदय की धड़कनों को बढ़ा देती है और हृदय को कमजोर कर देती है। जब रक्तवाहिकाओं में अतिरिक्त वसा जमा हो जाती है, तो रक्त का संचार बाधित होता है, जिससे हृदय पर अधिक दबाव पड़ता है।
इस स्थिति के कारण धीरे-धीरे हृदय की समस्याएं उत्पन्न होती हैं और व्यक्ति हार्ट अटैक का शिकार हो जाता है। आजकल, अस्वस्थ खानपान के चलते युवा भी इस समस्या का सामना कर रहे हैं। लेकिन आयुर्वेद में बताए गए कुछ उपायों से हार्ट अटैक जैसी समस्याओं से बचा जा सकता है।
आयुर्वेदिक उपाय
1. आयुर्वेद में अनार को हार्ट अटैक से बचने के लिए एक प्रभावी औषधि माना जाता है। सुबह खाली पेट अनार का जूस या फल खाने से भविष्य में हृदय की समस्याएं नहीं होतीं। कमजोर हृदय वाले व्यक्तियों को अनार का सेवन अवश्य करना चाहिए। यह रक्त वाहिकाओं में जमी वसा और कोलेस्ट्रॉल को कम करता है, हृदय की धड़कनों को नियंत्रित करता है और हृदय को मजबूत बनाता है।
2. आंवला हृदय के लिए अत्यंत लाभकारी फल है। इसमें मौजूद विटामिन सी रक्त की अशुद्धियों और बैड कोलेस्ट्रॉल को दूर करता है, जिससे रक्त पतला होता है और हृदय को मजबूती मिलती है। नियमित सेवन से हीमोग्लोबिन बढ़ता है और हृदय के ब्लॉकेज भी जल्दी ठीक होते हैं।
3. शलजम का सलाद या जूस के रूप में सेवन करने से रक्त की अशुद्धियां और कमी दूर होती हैं। प्रतिदिन एक शलजम खाने से हृदय पर पड़ने वाला दबाव कम होता है और ब्लॉकेज भी ठीक होते हैं। यह कमजोर हृदय के लिए फायदेमंद है।
4. नियमित रूप से लौकी का जूस पीने से हृदय से जुड़ी सभी समस्याओं से राहत मिलती है। लौकी में मौजूद तत्व बैड कोलेस्ट्रॉल को कम करते हैं और हृदय को स्वस्थ रखते हैं।
5. प्रतिदिन 20-20 एमएल की मात्रा में एलोवेरा, अनार और गिलोय का जूस पीने से जीवनभर हार्ट अटैक और इससे संबंधित अन्य रोगों से बचा जा सकता है। यह हृदय रोगों के साथ-साथ अन्य गंभीर बीमारियों को भी दूर करता है।
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