देश में साल भर चुनाव होते रहते हैं, जिसके कारण विकास अवरुद्ध हो जाता है। एक राष्ट्र, एक चुनाव विकास को पंख देगा। सरकारी तंत्र का शोषण भी बंद हो जाएगा। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी द्वारा देखे गए ‘एक राष्ट्र, एक चुनाव’ के सपने को साकार करने के लिए हम सभी को मिलकर काम करना होगा। एक राष्ट्र एक चुनाव के राष्ट्रीय संयोजक एवं केंद्रीय कृषि मंत्री शिवराज सिंह चौहान पहली बार लखनऊ पहुंचे और उत्तर प्रदेश नागरिक परिषद द्वारा आयोजित संगोष्ठी में अपने विचार रखे।
गांधी भवन सभागार में आयोजित कार्यक्रम में केंद्रीय कृषि मंत्री ने कहा कि एक राष्ट्र, एक चुनाव देश की जरूरत है। चुनाव वर्ष के सभी 12 महीनों में आयोजित होते हैं। हर राज्य के मुख्यमंत्री और मंत्री चुनाव प्रचार में लगे हैं, जिसके कारण विकास कार्य ठप्प पड़े हैं। वहीं, आचार संहिता लागू होने से जन कल्याणकारी योजनाएं भी प्रभावित होती हैं।
एक राष्ट्र, एक चुनाव देश के लिए आवश्यक है।
शिवराज सिंह चौहान ने कहा कि जब प्रधानमंत्री मोदी गुजरात के मुख्यमंत्री थे, तब उन्होंने इस योजना पर काम शुरू किया था। इससे पहले कार्यक्रम के संयोजक एवं उपमुख्यमंत्री ब्रजेश पाठक ने केंद्रीय कृषि मंत्री एवं सभी अतिथियों का स्वागत करते हुए कहा कि आज हम सभी एक बहुत ही महत्वपूर्ण विषय पर चर्चा करने के लिए एकत्र हुए हैं।
एक राष्ट्र, एक चुनाव देश के लिए बहुत महत्वपूर्ण है। इस तरह से चुनाव कराने से न केवल देश पर चुनाव कराने का वित्तीय बोझ कम होगा, बल्कि एक साथ चुनाव होने पर नवगठित सरकार को पांच साल तक लगातार विकास कार्यों को करने के लिए पर्याप्त समय मिलेगा।
आतंकवादियों को बख्शा नहीं जाएगा।
पहलगाम हमले में मारे गए सभी नागरिकों को श्रद्धांजलि देते हुए उपमुख्यमंत्री ने कहा कि इस घटना को अंजाम देने वाले आतंकवादियों और उनके आकाओं को कतई बख्शा नहीं जाएगा। हमारी सेना लगातार उनके खिलाफ कार्रवाई कर रही है।
देश के संसाधनों और समय की हानि
भाजपा प्रदेशाध्यक्ष भूपेन्द्र सिंह चौधरी ने कहा कि एक राष्ट्र, एक चुनाव देश के लिए बहुत महत्वपूर्ण है। लगातार चुनाव होते रहते हैं, जिसके परिणामस्वरूप देश के संसाधनों और समय की बर्बादी होती है। कार्यक्रम के अध्यक्ष पूर्व न्यायाधीश रंगनाथ पांडेय ने कहा कि आचार संहिता के कारण विकास की गति भी प्रभावित होती है। एक राष्ट्र, एक चुनाव देश की जरूरत है। हम सभी को इस अभियान के महत्व को समझना चाहिए। कार्यक्रम में एक राष्ट्र एक चुनाव पर एक वृत्तचित्र दिखाया गया। भारत रत्न पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी ने भी अत्याधुनिक एआई तकनीक का उपयोग करते हुए भाषण दिया था।
You may also like
दुनिया के इन 3 लोगों को कहीं भी जाने के लिए वीजा-पासपोर्ट की जरुरत नहीं पड़ती है. जानिए उसका नाम ⤙
नौकरी छोड़ी, यूट्यूब से सीखा और अब विदेशों में बिक रहे इनके मसाले! सालाना 55 लाख की कमाई ⤙
दक्षिण भारतीय सिनेमा की हफ्ते की प्रमुख खबरें
फ्रांस में प्रदर्शन के दौरान चाकू से हमला, राष्ट्रपति ने इसे इस्लामी आतंकवाद बताया
आसमान से गिरा आग से लिपटा पत्थर, मचा हड़कंप; उल्का पिंड होने की चर्चाए हुई शुरू ⤙