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किसान हमारे अन्नदाता… बक्सर कल्याण कार्यक्रम में बोले बिहार के डिप्टी सीएम विजय कुमार सिन्हा

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राज्य के किसानों की समस्याओं को सुनने और उनका समाधान निकालने के उद्देश्य से बिहार के बक्सर में किसान कल्याण संवाद कार्यक्रम का आयोजन किया गया। इस अवसर पर राज्य के उपमुख्यमंत्री सह कृषि मंत्री विजय कुमार सिन्हा ने किसानों से बातचीत की। इस दौरान उन्होंने राज्य व केंद्र सरकार द्वारा चलाई जा रही योजनाओं की जानकारी दी। कार्यक्रम की अध्यक्षता कृषि विभाग के सचिव संजय कुमार अग्रवाल ने की।

इस कार्यक्रम का उद्देश्य कृषि क्षेत्र में नवाचार लाकर, युवाओं को शामिल करके तथा योजनाओं को जमीनी स्तर पर क्रियान्वित करके अधिकतम किसानों को लाभान्वित करना था। उपमुख्यमंत्री ने कहा कि यह वार्ता किसानों के हित में मील का पत्थर साबित होगी।

प्रगतिशील किसान का सम्मान
कार्यक्रम के दौरान कृषक युवा कल्याण सम्मान के तहत कृषि आधारित स्वरोजगार, जैविक खेती, बीज उत्पादन, मशरूम उत्पादन एवं विशेष किस्म के फसल उत्पादन में अनुकरणीय कार्य करने वाले किसानों को सम्मानित किया गया। इस अवसर पर उपेन्द्र सिंह (बीज उत्पादन), विनोद तिवारी (जैविक खेती), सरिता देवी (मशरूम उत्पादन) एवं कमलेश पाण्डेय (सोनाचूरा चावल की खेती) को विशेष रूप से सम्मानित किया गया।


सरकार किसानों के साथ है।
उपमुख्यमंत्री ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में केंद्र सरकार हर परिस्थिति में किसानों के साथ खड़ी है, चाहे वह डीजल सब्सिडी हो या फसल क्षति अनुदान। साथ ही, माननीय मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के नेतृत्व में बिहार सरकार किसानों को कृषि उपकरणों पर सब्सिडी, जलवायु अनुकूल खेती, बीज वितरण, प्रशिक्षण और ग्रामीण कृषि बाजारों के विकास की दिशा में लगातार काम कर रही है।

इस दौरान सचिव ने कहा कि कुछ किसान एक एकड़ जमीन से लाखों रुपये कमा रहे हैं, जबकि कुछ अभी भी सीमित आय पर निर्भर हैं। उन्होंने किसानों को प्रशिक्षण के लिए अन्य राज्यों में जाने तथा नई तकनीकें अपनाने की सलाह दी। उन्होंने कार्यक्रम में यह भी कहा कि पराली प्रबंधन जिले की प्राथमिकता है और संध्या चौपाल के माध्यम से किसानों को जागरूक किया जा रहा है। जिले में मखाना की खेती को भी बढ़ावा दिया जा रहा है।

समूह खेती में अधिक लाभ
सचिव ने यह भी कहा कि अब किसान स्वयं भी गूगल पर खेती से जुड़ी जानकारी साझा कर रहे हैं। यदि एक ही प्रकार की खेती समूह में की जाए तो अधिक लाभ की संभावना होती है। उन्होंने कहा कि सरकार, अधिकारी और किसान आपसी सहयोग से कृषि को लाभप्रद बना सकते हैं।

इस कार्यक्रम में जिले के सभी प्रखंडों से सैकड़ों किसानों ने भाग लिया और अपने अनुभव साझा किए। यह कार्यक्रम न केवल संवाद का माध्यम बना, बल्कि सरकार और किसानों के बीच विश्वास को भी मजबूत करने का काम किया।

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