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खाटूश्याम जी की पूजा करने से मनोकामनाएं होती हैं पूर्ण, जानें मंदिर से जुड़ी अन्य महत्वपूर्ण बातें

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राजस्थान के सीकर जिले में स्थित खाटू श्याम बाबा मंदिर भारत के सबसे प्रसिद्ध और श्रद्धा से भरे हुए धार्मिक स्थलों में से एक है। यहाँ पर श्रद्धालु दूर-दूर से आते हैं, विशेष रूप से वार्षिक फाल्गुन मेला के दौरान, जहां लाखों भक्त भगवान श्याम बाबा की पूजा अर्चना करते हैं। यह मंदिर श्याम बाबा, जो कि महाभारत के एक महान योद्धा बरबरिक के रूप में प्रसिद्ध हैं, को समर्पित है।

खाटू श्याम बाबा का इतिहास और कथा

हिंदू पुराणों के अनुसार, बरबरिक गटोत्कच का पुत्र और महाभारत के समय एक महान योद्धा था। महाभारत युद्ध के शुरू होने से पहले, भगवान श्री कृष्ण ने बरबरिक की निष्ठा की परीक्षा ली और अंततः उसके सिर की दान मांग ली। कृष्ण ने कहा कि सच्चा योद्धा वही है जो कमजोर पक्ष का साथ देता है। बरबरिक ने बिना किसी हिचकिचाहट के अपना सिर भगवान श्री कृष्ण को अर्पित कर दिया।

कृष्ण ने उसकी भक्ति से प्रसन्न होकर उसे एक वरदान दिया कि वह कलियुग में श्याम के नाम से पूजा जाएगा। इस प्रकार, बरबरिक खाटू श्याम बाबा के रूप में पूजा जाने लगे।

मंदिर और इसकी वास्तुकला

खाटू श्याम मंदिर खाटू गांव में स्थित है, जो जयपुर से लगभग 80 किलोमीटर दूर है। इस मंदिर की वास्तुकला बेहद सुंदर और पारंपरिक है, और यह सफेद संगमरमर से बना है। मंदिर के गर्भगृह में श्याम बाबा की प्रतिमा स्थित है, जिसे एक कुएं से निकाला गया था। कहा जाता है कि बाबा की आँखों में एक विशेष दिव्यता है, जो भक्तों के दिल में शांति और विश्वास भर देती है।

मंदिर के पास एक पवित्र कुंड (श्याम कुंड) भी स्थित है, जहां भक्त स्नान करने के बाद मंदिर में प्रवेश करते हैं। ऐसा माना जाता है कि इस कुंड का पानी चमत्कारी होता है और कई बीमारियों का इलाज करता है।

उत्सव और अनुष्ठान

खाटू श्याम मंदिर में सबसे प्रमुख उत्सव फाल्गुन मेला होता है, जो फरवरी-मार्च में मनाया जाता है और श्याम बाबा के जन्म दिवस के रूप में मनाया जाता है। इस समय लाखों भक्त पद यात्रा करते हुए मंदिर पहुँचते हैं, कुछ तो सैंकड़ों किलोमीटर पैदल चलते हैं। इस मेले में भक्ति गीत (भजन), रातभर की जगरन और लंगर का आयोजन होता है। यह समय श्रद्धा और भक्ति से परिपूर्ण होता है।

इसके अलावा, मंदिर में प्रतिदिन आरती, भोग अर्पण और श्याम बाबा की पालकी जैसी धार्मिक क्रियाएँ बड़े श्रद्धा भाव से की जाती हैं। मंदिर का वातावरण हमेशा भक्तों की आस्था और श्रद्धा से गूंजता रहता है।

निष्कर्ष

खाटू श्याम बाबा मंदिर न केवल एक धार्मिक स्थल है, बल्कि यह एक ऐसी जगह है जहाँ भक्तों को विश्वास और चमत्कार का अनुभव होता है। भगवान श्याम बाबा की पूजा में श्रद्धा, भक्ति और विश्वास का मिश्रण है। यह मंदिर हर भक्त के दिल में एक विशेष स्थान रखता है और इसकी महिमा अनंत है।

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