भोपाल में ड्रग्स से जुड़े मामलों में एक चौंकाने वाला खुलासा हुआ है। क्राइम ब्रांच ने बुधवार को एक 19 वर्षीय युवक को गिरफ्तार किया, जिसने डार्कवेब के जरिए 1.96 ग्राम एलएसडी ड्रग (Lysergic acid diethylamide) मंगाई थी। युवक की पहचान उजागर नहीं की गई है, लेकिन उसकी गिरफ्तारी फिल्मी स्टाइल में डाकिया बनकर की गई, जिससे पूरे मामले में सनसनी फैल गई है।
🔍 कैसे हुआ खुलासा?-
आरोपी ने करीब एक सप्ताह पहले डार्कवेब पर एलएसडी ड्रग का ऑर्डर दिया था, जो डाक पार्सल के जरिए केरल से भोपाल भेजा गया।
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क्राइम ब्रांच को खुफिया सूचना मिली कि भोपाल में एक युवक ने नशीली सामग्री ऑनलाइन ऑर्डर की है।
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टीम ने डाकिया बनकर आरोपी के घर पार्सल पहुंचाया। जैसे ही युवक ने पार्सल रिसीव किया, टीम ने उसे रंगे हाथों गिरफ्तार कर लिया।
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एलएसडी एक सिंथेटिक साइकेडेलिक ड्रग है, जिसे बहुत ही कम मात्रा में उपयोग किया जाता है।
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यह मानसिक संतुलन को पूरी तरह बिगाड़ सकती है और भारत में NDPS एक्ट के तहत कठोर प्रतिबंधित ड्रग्स की श्रेणी में आती है।
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1 ग्राम एलएसडी की कई हजार खुराकें बन सकती हैं और इसकी बाजार में कीमत लाखों में होती है।
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आरोपी युवक ने डार्कवेब के जरिए क्रिप्टोकरेंसी में पेमेंट किया था।
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ड्रग को छिपाकर भेजा गया था, जिसे डाक पार्सल के जरिए भोपाल के पते पर मंगाया गया।
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आरोपी ने स्वीकार किया है कि वह टेलीग्राम और इंस्टाग्राम जैसे प्लेटफॉर्म से नशे की सामग्री की तस्करी से जुड़ रहा था।
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आरोपी से पूछताछ जारी है, जिससे उसके पीछे काम कर रहे नेटवर्क का पता लगाया जा रहा है।
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यह भोपाल में एलएसडी ड्रग से संबंधित पहली बड़ी गिरफ्तारी है।
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एनसीबी और साइबर क्राइम सेल भी जांच में शामिल हो गई है ताकि डार्कवेब ड्रग तस्करी के पूरे नेटवर्क को तोड़ा जा सके।
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