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यमुना की बाढ़ में डूबा नोएडा-ग्रेटर! 43 गांव आए बाढ़ की चपेट में, फसलें हुई बर्बाद, बाढ़ के बाद अस्त व्यस्त हुआ आम जनजीवन

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भारी बारिश के कारण यमुना और हिंडन का जलस्तर बढ़ने से नोएडा-ग्रेटर नोएडा के लगभग 43 गाँव प्रभावित हुए हैं। ये सभी गाँव बाढ़ की चपेट में आ गए हैं। इनमें सदर तहसील के 12 और दादरी के छह गाँव प्रभावित हैं। जेवर के 25 गाँवों में फसलें पूरी तरह से नष्ट हो गई हैं। साथ ही, बीमारी फैलने का खतरा भी बढ़ गया है। इसे देखते हुए मुख्य चिकित्सा अधिकारी ने अलग-अलग कैंपों में छह टीमें गठित की हैं और बाढ़ नियंत्रण कक्ष में डॉक्टरों को शिफ्टवार ज़िम्मेदारी सौंपी गई है।

अपर ज़िला मजिस्ट्रेट अतुल कुमार ने बताया कि अब तक 3800 लोगों को जलमग्न क्षेत्रों से निकालकर सुरक्षित स्थानों पर पहुँचाया गया है, जिनमें से 2637 लोग बाढ़ आश्रय स्थलों में रह रहे हैं। इन सभी के लिए सामुदायिक रसोई के माध्यम से भोजन की व्यवस्था की गई है। बाढ़ की स्थिति को देखते हुए तहसील दादरी में 160 और सदर में 260 यानी कुल 420 सुरक्षा किट वितरित की गई हैं। अपर जिलाधिकारी अतुल कुमार ने बताया कि सभी आश्रय स्थलों में आवश्यक वस्तुओं के साथ-साथ पर्याप्त मात्रा में निःशुल्क सर्पदंश का टीका भी उपलब्ध कराया गया है।

इन फ़ोन नंबरों पर तत्काल सहायता उपलब्ध होगी

जिले के बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों में सेक्टर 135 की हरित पट्टी में पशु शिविर स्थापित किया गया है। जहाँ लगभग 1471 पशुओं को सुरक्षित पहुँचाया गया है। बाढ़ नियंत्रण कक्ष (टेलीफोन नंबर- 0120-2978231/2978232/2978233) तीन पालियों में 24 घंटे कार्यरत है। वहीं, राहत एवं बचाव के लिए एनडीआरएफ की दो टीमें तैनात की गई हैं, जिनमें तहसील जेवर महमूदपुर में एक टीम, तहसील सदर सेक्टर-150 में एक टीम, सदर थाना दनकौर मुर्शिदाबाद में पीएसओ 44 बटालियन की एक टीम और सदर तहसील के सेक्टर 151 में अग्निशमन विभाग की एक टीम शामिल है।

19 बाढ़ चौकियों से निगरानी

एनडीआरएफ की दो टीमें मदद कर रही हैं। 19 बाढ़ चौकियों से की जा रही है निगरानी। ज़िले की निगरानी 19 बाढ़ चौकियों से की जा रही है। इनमें से 6 चौकियाँ तहसील सदर में, 8 दादरी में और 5 जेवर में कार्यरत हैं। यहाँ तीनों पालियों में ड्यूटी लगाई गई है।

ज़िले में 15 बड़े राहत शिविर स्थापित किए गए

दादरी में आठ, सदर में छह और जेवर में एक, यानी कुल 15 राहत शिविर स्थापित किए गए हैं। राजस्व विभाग शिविर में पेयजल, स्वच्छता, विस्थापित लोगों के लिए भोजन और पशुओं के लिए चारे की व्यवस्था कर रहा है।

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