उत्तर प्रदेश के जालौन जिले में एक दिल दहला देने वाली घटना सामने आई है, जहां 63 वर्षीय किसान रामबाबू पटेल ने जमीन विवाद और पड़ोसियों की ओर से मानसिक उत्पीड़न से तंग आकर सोमवार को फांसी लगाकर आत्महत्या कर ली। इस घटना से इलाके में शोक और आक्रोश का माहौल है। पुलिस ने मामले की जांच शुरू कर दी है।
सुसाइड नोट में किया खुलासामृतक किसान ने आत्महत्या से पहले एक सुसाइड नोट छोड़ा है, जिसमें उन्होंने अपने पड़ोसियों द्वारा गाली-गलौज, झगड़े और मानसिक प्रताड़ना का विस्तृत विवरण दिया है। उन्होंने लिखा कि बार-बार समझाने और शांति से रहने की कोशिशों के बावजूद उन्हें मानसिक रूप से प्रताड़ित किया जाता रहा। यही पीड़ा उन्हें यह कदम उठाने पर मजबूर कर गई।
तेरहवीं की बजाय कन्या भोज की अंतिम इच्छाअपने सुसाइड नोट में रामबाबू पटेल ने यह भी उल्लेख किया कि उनकी मृत्यु के बाद तेरहवीं न की जाए, बल्कि उसकी जगह कन्या भोज आयोजित किया जाए। यह बात परिजनों को भावुक कर गई। उन्होंने किसान की अंतिम इच्छा के अनुसार ही कार्य करने का संकल्प लिया है।
पुलिस ने शुरू की जांचघटना की सूचना मिलते ही स्थानीय पुलिस मौके पर पहुंची और शव को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया। पुलिस अधीक्षक ने बताया कि सुसाइड नोट को सबूत के तौर पर जब्त कर लिया गया है, और जिन लोगों पर मृतक ने आरोप लगाए हैं, उनकी पूछताछ की जा रही है। यदि आरोप सही पाए गए, तो सख्त कानूनी कार्रवाई की जाएगी।
गांव में गम और गुस्साइस आत्महत्या से गांव में शोक की लहर दौड़ गई है। ग्रामीणों ने बताया कि रामबाबू पटेल एक शांत और मिलनसार स्वभाव के व्यक्ति थे, लेकिन पिछले कुछ महीनों से पड़ोसियों से विवाद और मानसिक तनाव से गुजर रहे थे। कई बार उन्होंने ग्राम प्रधान और स्थानीय पुलिस से भी मदद मांगी, लेकिन कोई ठोस समाधान नहीं निकला।
यह घटना बताती है कि जमीन जैसे मामलों में विवाद कितनी खतरनाक दिशा ले सकता है। साथ ही यह भी साफ करता है कि मानसिक उत्पीड़न भी किसी व्यक्ति को आत्मघाती कदम उठाने के लिए मजबूर कर सकता है।
पुलिस प्रशासन पर अब यह जिम्मेदारी है कि मामले की निष्पक्ष जांच कर दोषियों को कठोर दंड दिलाया जाए, ताकि भविष्य में ऐसी घटनाओं की पुनरावृत्ति न हो।
You may also like
शिक्षा ही सशक्तीकरण का सबसे प्रभावी माध्यम : राष्ट्रपति मूर्मू
8th Pay Commission में सबसे बड़ा बदलाव! खत्म हो जाएंगे 6 पे लेवल, जानिए कौन होगा फायदा में
'सेल' से 10 दिन पुरानी कंपनी को 750 करोड़ रुपये का ऑडर मिला, मोदी सरकार में भ्रष्टाचार का अमृतकाल: कांग्रेस
इस्लामिक देश में हिजाब पर रोक! कौन-कौन से मुस्लिम मुल्क कर चुके हैं ऐसा फैसला?
संसदीय स्थायी समिति के सदस्यों ने किया बीएचयू अध्ययन दौरा, बैठक में शैक्षणिक और तकनीकी नवाचारों पर विमर्श