भारतीय क्रिकेट में ऐसे बहुत कम खिलाड़ी हैं जिनके जीवन और करियर की कहानियों को रूपहले पर्दे पर उतारा गया हो। कुछ साल पहले महान क्रिकेटर मिताली राज पर एक फिल्म रिलीज़ हुई थी। उससे पहले पूर्व कप्तान एमएस धोनी पर बनी फिल्म को शायद ही कोई भूल पाए। सचिन तेंदुलकर पर भी एक डॉक्यूमेंट्री फिल्म रिलीज़ हुई थी। अब प्रशंसकों को एक और भारतीय क्रिकेटर की कहानी देखने को मिलेगी, जिसने इन तीनों दिग्गजों जितनी सफलता तो हासिल नहीं की, लेकिन उसके उतार-चढ़ाव की कहानी किसी से कम नहीं है। यह क्रिकेटर हैं उन्मुक्त चंद।
उन्मुक्त की फिल्म का टीज़र रिलीज़
भारतीय क्रिकेट के उभरते सितारों में से एक उन्मुक्त चंद पर एक डॉक्यूमेंट्री फिल्म जल्द ही रिलीज़ होने वाली है। इस फिल्म का टीज़र गुरुवार, 31 जुलाई को रिलीज़ किया गया। इस डॉक्यूमेंट्री का नाम है - 'अनब्रोकन: द उन्मुक्त चंद स्टोरी'। लगभग 40 सेकंड के इस टीज़र की शुरुआत 2012 विश्व कप फ़ाइनल से होती है, जहाँ उन्मुक्त ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ छक्का लगाते और फिर अंडर-19 विश्व कप की ट्रॉफी उठाते नज़र आते हैं।
टीज़र के अनुसार, यह डॉक्यूमेंट्री उन्मुक्त चंद के अंडर-19 विश्व कप जीतने से लेकर भारतीय क्रिकेट छोड़ने तक के क्रिकेट सफ़र को बयां करती है। उन्मुक्त के अलावा, यह खिलाड़ी के करियर के उतार-चढ़ाव की कहानी उनसे जुड़े कई लोगों और पत्रकारों के नज़रिए से भी बताती है। इस डॉक्यूमेंट्री का निर्देशन राघव खन्ना कर रहे हैं, जिन्होंने कुछ समय पहले मशहूर निर्देशक-निर्माता एसएस राजामौली पर भी एक डॉक्यूमेंट्री बनाई थी। उन्मुक्त चंद की यह डॉक्यूमेंट्री सितंबर में रिलीज़ होगी।
विश्व विजेता, फिर भारतीय क्रिकेट छोड़ना पड़ा
दिल्ली के उन्मुक्त चंद ने 2012 में पूरे देश में अपनी छाप छोड़ी। वह अंडर-19 विश्व कप जीतने वाले भारत के केवल तीसरे और दिल्ली के दूसरे कप्तान थे। उनसे पहले यह उपलब्धि विराट कोहली (2008) ने हासिल की थी। कोहली उस समय तक अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट में अपनी पहचान बना चुके थे और ऐसे में माना जा रहा था कि उन्मुक्त भी दिल्ली के अपने सीनियर की तरह कमाल करेंगे, लेकिन ऐसा हो न सका।
टीम इंडिया में जगह बनाना तो दूर, उन्मुक्त आईपीएल में भी अपनी जगह पक्की नहीं कर पाए। इसी तरह, दिल्ली क्रिकेट टीम में भी उनकी जगह धीरे-धीरे कम होती गई। जब घरेलू क्रिकेट में भी उनके मौके कम होने लगे, तो उन्होंने 2021 में भारतीय क्रिकेट से संन्यास ले लिया और अमेरिकी क्रिकेट का रुख किया। यहाँ से उन्होंने ऑस्ट्रेलिया की बिग बैश लीग, वेस्टइंडीज की कैरेबियन प्रीमियर लीग और फिर अमेरिका की मेजर लीग क्रिकेट में हिस्सा लिया।
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