भागलपुर, 02 मई 2025 : स्वास्थ्य सेवा के क्षेत्र में देश की अग्रणी कंपनी थायरोकेयर ने बिहार स्थित भागलपुर के थाना में अपनी नवीनतम अत्याधुनिक डायग्नोस्टिक लैब के उद्घाटन किया। यह भारत में थायरोकेयर की 30वीं लैब है जहां किफायती और सटीक परीक्षण किया जाएगा जो कंपनी की प्रतिबद्धता को दर्शता है। यह भारत में पहली राष्ट्रीय डायग्नोस्टिक नेटवर्क जिसने अपनी सभी प्रयोगशालाओं में 100% एनएबीएल मान्यता प्राप्त की है।
यह आधुनिक सुविधा 5,000 वर्ग फुट में फैली जो थायरोकेयर के बढ़ते नेटवर्क में एक महत्वपूर्ण वृद्धि है । इसे पूर्वी भारत के लोगों को तेज़, अधिक कुशल और उच्च गुणवत्ता वाली डायग्नोस्टिक सेवाएँ प्रदान करने के लिए डिज़ाइन किया गया है। भागलपुर प्रयोगशाला निदान के क्षेत्र में उन्नत और उच्च क्षमता वाले स्वचालित विश्लेषकों से सुसज्जित है। यह विभिन्न नैदानिक आवश्यकताओं को पूरा करते हुए उच्च सटीकता, स्थिरता और दक्षता सुनिश्चित करता है। प्रयोगशाला नियमित और विशेष स्वास्थ्य जांच दोनों सेवाओं की एक विस्तृत श्रृंखला प्रदान करती है।
थायरोकेयर के एमडी और सीईओ राहुल गुहा ने कहा, ” भागलपुर प्रयोगशाला सुनिश्चित करेगी कि लोगों को तेज़, अधिक सटीक और किफ़ायती नैदानिक सेवा प्राप्त हो। थायरोकेयर सेवा देने वाले प्रत्येक स्थान पर गुणवत्ता और विश्वसनीयता के उच्चतम मानकों को बनाए रखता है।” इस सुविधा का उद्घाटन थायरोकेयर की लैब संचालन उपाध्यक्ष डॉ. प्रीत कौर ने किया। उन्होंने कहा, “भागलपुर में हमारी प्रयोगशाला का शुभारंभ पूर्वी भारत में गुणवत्तापूर्ण नैदानिक सेवाओं को और अधिक सुलभ बनाने की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम है। हमारा लक्ष्य हमेशा उच्च गुणवत्ता वाली नैदानिक सेवाएँ उपलब्ध कराना रहा है, जहाँ उनकी सबसे अधिक आवश्यकता है।”
पूर्वी बिहार में गुणवत्तापूर्ण नैदानिक सेवाओं की बढ़ती माँग को देखते हुए भागलपुर में इस सुविधा की स्थापना रणनीतिक रूप से की गई है। इस सुविधा से सैम्पल्स के प्रोसेस में तेजी आएगी और टर्नअराउंड समय बहुत कम हो जाएगा, जिससे रिपोर्ट की डिलीवरी तेज़ हो जाएगी और समग्र ग्राहक अनुभव बेहतर होगा।
यह नया डायग्नोस्टिक हब न केवल भागलपुर और आसपास के क्षेत्रों के रोगियों की सेवा करेगा, बल्कि पूर्वोत्तर झारखंड और उत्तरी पश्चिम बंगाल तक भी अपनी पहुँच बढ़ाएगा। इस सुविधा से समय पर, विश्वसनीय और किफ़ायती नैदानिक समाधानों तक बड़े जन समुदायों की पहुंच हो सकेगी।
You may also like
अमिताभ बच्चन ने लिया रामायण की पंक्तियों का सहारा, शेयर की बाबूजी की वो कविता जो भीषण युद्ध के वक्त लिखी गई
महादेव लिखेंगे इन राशियों का भाग्य, कट जायेंगे जीवन से सारे कष्ट
इस शिवमंदिर की रक्षा आज भी करते हैं खुद नंदी महाराज,जानिए क्या है इसका रहस्य?
मिसाइल हमले से कुछ घंटे पूर्व किट बैग छोड़ पाकिस्तान से भागे ऑस्ट्रेलियाई खिलाड़ी
भारत-पाक तनाव के बीच चित्तौड़गढ़ में 'NO DRONE ZONE' घोषित, जानें क्या हैं नियम