रांची, 27 मई .
झारखंड चेंबर ऑफ़ कॉमर्स की इम्पोर्ट एक्सपोर्ट उप समिति की बैठक उप समिति चेयरमैन सुरेश अग्रवाल की अध्यक्षता में मंगलवार को चेंबर भवन में हुई. बैठक में औद्योगिक क्लस्टर से निर्यात बुनियादी ढांचे जैसे गोदाम, अंतर्देशीय कंटेनर डिपोर्ट, कोल्ड स्टोरेज, रेल रोड कनेक्टिविटी को मजबूत करने की बात पर चर्चा की गई.
बैठक में कहा गया कि उपयुक्त सेवाओं में प्रतिष्ठित गुणवत्ता सेवा प्रदाताओं को कुछ देशों के साथ विशिष्ट बेहतर कनेक्टिविटी के महत्व वाले दूरस्थ पश्चिमी-दक्षिणी भारत के बंदरगाहों के लिए उपयोग किया जाना चाहिए. यह भी कहा गया कि खनिज आधारित उत्पादों, हस्तशिल्प, हथकरघा, कृषि और प्रसंस्कृत खाद्य उत्पादों जैसे पारंपरिक निर्यात क्षेत्रों में प्रौद्योगिकी और कौशल उन्नयन लाना चाहिए. ताकि, मूल्य संवर्धन और गुणवत्ता प्रतिस्पर्धात्मकता बढ़ाई जा सके.
फूलों की खेती, सब्जियां, फलों के निर्यात की काफी संभावनाएं : सुरेश
उप समिति के अध्यपक्ष सुरेश अग्रवाल ने कहा कि झारखंड के मौसम में ताजे फूलों की खेती, सब्जियां, फलों के निर्यात की काफी संभावना हैं. इसलिए, समय के साथ, हवाई कार्गो निर्यात सुविधा को उचित रूप से जोर देने के साथ आगे बढ़ाया जाना चाहिए. साथ ही मौजूदा निर्यात उद्योगों पर ध्यान केंद्रित करना चाहिए और उन्हें आवश्यक सहायता प्रदान करना चाहिए. ताकि, इन उद्योगों, विशेषकर एमएसएमई क्षेत्र, जिसमें बहुत अधिक संभावनाएं हैं ऐसे क्षेत्रों से निर्यात को और अधिक बढ़ावा दिया जाना चाहिए. यह भी कहा गया कि अन्य देशों से आयात-निर्यात को बढ़ावा देने के लिए समय-समय पर सरकार को निर्यातकों के साथ मिलकर एक एक्सपो आयोजित करना चाहिए.
बैठक में चेंबर अध्यक्ष परेश गट्टानी, उपाध्यक्ष ज्योति कुमारी, महासचिव आदित्य मल्होत्रा, कार्यकारिणी सदस्य मुकेश अग्रवाल, उप समिति चेयरमैन सुरेश अग्रवाल, सदस्य विवेक सिंघानिया सहित अन्य सदस्य उपस्थित थे.
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/ Vinod Pathak
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