— लघु फिल्म के जरिए याद दिलाया गया काला अध्याय
मीरजापुर, 25 जून (Udaipur Kiran) । आपातकाल की 50वीं बरसी पर विकास भवन सभागार में बुधवार को एक वृहद कार्यक्रम का आयोजन किया गया। इस दौरान भारतीय लोकतंत्र का काला अध्याय और अनैतिक संशोधन से संविधान पर हमला विषय पर आधारित लघु फिल्म दिखाई गई, जिसने दर्शकों को उस दौर की भयावहता से रूबरू कराया। साथ ही लोकतंत्र की रक्षा में संघर्ष करने वाले 16 लोकतंत्र सेनानियों को अंगवस्त्र, माल्यार्पण और तुलसी का पौधा भेंट कर सम्मानित किया गया।
कार्यक्रम में नगर विधायक रत्नाकर मिश्र, मड़िहान विधायक रमाशंकर सिंह पटेल, मझवां विधायक सुचिस्मिता मौर्य, जिलाधिकारी प्रियंका निरंजन समेत अनेक गणमान्य नागरिक उपस्थित रहे। लोकतंत्र सेनानी राकेश शुक्ला, रामेश्वर सिंह, राधेश्याम पांडेय सहित कई अन्य ने आपातकाल के दौरान अपनी जेल यात्रा और संघर्ष की स्मृतियां साझा कीं।
अपने संबोधन में नगर विधायक रत्नाकर मिश्र ने 1975 में थोपे गए आपातकाल को भारतीय लोकतंत्र पर सीधा हमला बताया। उन्होंने कहा कि उस दौर में नागरिक अधिकार, अभिव्यक्ति की स्वतंत्रता और संविधान को कुचला गया था।
विधायक रमाशंकर सिंह पटेल ने कहा कि वर्तमान सरकार सिर्फ अतीत से सबक लेकर ही नहीं चल रही है, बल्कि भारत को विकसित राष्ट्र बनाने की दिशा में तेज़ी से आगे बढ़ रही है।
विधायक सुचिस्मिता मौर्य ने आपातकाल को भारतीय लोकतंत्र का एक ‘दर्दनाक अध्याय’ बताते हुए कहा कि नागरिक अधिकारों का निलंबन और विरोधियों को जेल में डालना उस समय की सच्चाई थी।
जिलाधिकारी प्रियंका निरंजन ने लोकतंत्र सेनानियों की सराहना करते हुए कहा कि यह पीढ़ी संघर्ष की प्रतीक है, जिसने पाबंदी और अभाव दोनों को देखा है और फिर भी डटे रहे। गैस सिलेंडर से लेकर टेलीफोन तक, हर सुविधा के लिए जिस तरह संघर्ष हुआ, वह आज की पीढ़ी को प्रेरणा देता है।
कार्यक्रम में डीआरडीए परियोजना निदेशक धर्मवीर सिंह, जिला खादी ग्रामोद्योग अधिकारी, अपर जिलाधिकारी अजय कुमार सिंह, जिला विकास अधिकारी, जिला सूचना अधिकारी ओमप्रकाश उपाध्याय, बीडीओ सिटी मुनीस सिंह समेत कई अधिकारी मौजूद रहे।
हस्ताक्षर अभियान भी चला
इस अवसर पर एक विशेष हस्ताक्षर अभियान चलाया गया, जिसमें सभी जनप्रतिनिधियों, अधिकारियों और नागरिकों ने भाग लेकर लोकतंत्र के मूल्यों के प्रति अपनी प्रतिबद्धता दिखाई।
सम्मानित लोकतंत्र सेनानी:
राकेश शुक्ला, रामेश्वर सिंह, कृपाशंकर दूबे, राधेश्याम पांडेय, बालनाथ तिवारी, गोविंद शर्मा, रमाम लाल, बच्चू लाल प्रजापति, (स्व.) ओम प्रकाश के पुत्र स्वरूप, (स्व.) आसाराम यादवेश के पौत्र अविनाश, (स्व.) राम सकल के पुत्र अविलेश, हरिवंश सिंह के पुत्र संदीप, जगदीश सहित कुल 16 सेनानी का सम्मान किया गया।
(Udaipur Kiran) / गिरजा शंकर मिश्रा
You may also like
हिमाचल प्रदेश के खनियारा में तेज बहाव की चपेट में आने से कई मजदूर बहे, दो की मौत; जेपी नड्डा ने जताया दुख
त्योहारों में उल्लास बना रहे, कोई शरारत न पनपे,पर्वों पर मुख्यमंत्री योगी का बड़ा संदेश
पीडीए की प्रवर्तन टीम ने ध्वस्त कराया 62 बीघा जमीन पर हुआ अवैध निर्माण
आ गया है शुभ दिन! भगवन श्रीजगन्नाथ खुद आएंगे भक्तों के द्वार
आपातकाल के दौरान भारतीय लोकतंत्र पर हमला और नागरिकों के अधिकारों का हुआ हनन : प्रतिभा शुक्ला