राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ ने मनाया रक्षाबंधन उत्सव
हरदोई,09 अगस्त (Udaipur Kiran) । राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ द्वारा नगंर के श्रीशचन्द्र बारातघर में आज बड़े हर्षोल्लास से रक्षाबंधन उत्सव् मनाया गया। उपस्थित जनसमूह को सम्बोधित करते हुए आरएसएस के प्रान्त शरीरिक प्रमुख परितोष ने कहा हमारा सनातन धर्मं ‘नित्य नूतन चिर पुरातन’ है. आज के दिन हम स्वयंसेवक अपनी चिर संस्कृति के वाहक परम पवित्र भगवा ध्वज को रक्षा सूत्र बांधते है और अपने धर्म, राष्ट्र और संस्कृति की रक्षा का वचन देते हैं। रक्षा बंधन हमारे समस्त समाज को एकता के सूत्र में बांधने का प्रतीक भी है।हम एक दूसरे के रक्षा सूत्र बांधकर सबकी रक्षा का संकल्प लेते है। वर्षों हम वामपंथियों द्वारा लिखित झूठा इतिहास पढ़ते रहे कि रानी कर्णावती ने अपनी रक्षा के लिए हुमायूं को राखी भेजी थी। अब समय आ गया है समाज इस कोरे झूठ से बाहर निकले और सच इतिहास जाने।
उन्होंने आगे कहा कि यह संघ की स्थापना का शताब्दी बर्ष है जिसमे हमें राष्ट्र रक्षा के साथ पञ्च परिवर्तन का भी प्रण लेना होगा। पञ्च परिवर्तन में पहला है सामाजिक समरसता, यानि समाज के सभी वर्गों के बीच प्रेम, सौहार्द और एकता बढाने पर ध्यान देना। संघ के 6 मुख्य उत्सवों में से एक रक्षाबंधन उत्सव भी समरसता का ही उत्सव है। दूसरा है कुटुंब प्रबोधन परिवार के सदस्य साथ में खाना खाएं एक साथ सत्साहित्य का पठन-मनन करें. आपस में एकता बनाएं रखें। याद रखें परिवार को राष्ट्र निर्माण की इकाई माना गया है. अगर परिवार एक होगा तो हामारा राष्ट्र भी एक होगा। तीसरा परिवर्तन हमारे राष्ट्र ही नहीं बल्कि पूरे विश्व के लिए कल्याण कारी होगा जो है पर्यावरण संरक्षण।पृथ्वी को माता मान कर अपनी जीवन शैली में बदलाव करें। पोलिथीन का कम से कम प्रयोग. पानी की बचंत, वृक्षारोपण अदि कुछ ऐसे कदम हैं जिनसे पर्यावरण की रक्षा हो सकेगी। चौथा है स्वदेशी और आत्मनिर्भरता पर जोर- जिसके तहत हम स्वदेशी उत्पादों के प्रयोग के साथ साथ स्वदेश पर गर्व करें। यदि हम स्वदेशी अपनाएंगे और स्वदेश पर गर्व करेंगे तो पूरे विश्व में कोई ऐसी शक्ति नहीं है जो हमें आँख दिखा सके.और पांचवा है प्रत्येक नागरिक अपनी सामाजिक जिम्मेदारियों का निर्वहन करके राष्ट्रहित में योगदान करे। खुद भी करे और औरों को भी नागरिक कर्तव्यों के प्रति प्रेरित करे। उन्होंने आवाहन किया कि सभी स्वयंसेवक इन पञ्च परिवर्तनो का संकल्प लें। अपने जीवन में उतारें और अपने समाज में पञ्च परिवर्तन का संदेश ले जाएँ, जिससे हमारा राष्ट्र सच्चे अर्थों में विश्व को एक नयी दिशा नया नेतृत्व दे सके। समारोह में मुख्य वक्ता के अतिरिक्त नगर संघ चालक मिथिलेश, क्षेत्र संघचालक कृष्णमोहन, विभाग संघचालक शिवस्वरूप, नगर कार्यवाह विनय पांडेय सहित समाज के कई लोगों ने उपस्थिति दर्ज कराई।
(Udaipur Kiran) / अंबरीश कुमार सक्सेना
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