पाली, 20 अगस्त (Udaipur Kiran) । मेरी हर्षिता को बुलाओ… उसने जिद करके झूला मंगवाया था… अब झूला कौन झूलेगा… यह विलाप सुनकर हर किसी की आंखें नम हो गईं। शब्द बोलते-बोलते पिता हेमराज चारण फूट-फूटकर रो पड़े। बुधवार सुबह सड़क हादसे में उनकी आठ साल की बेटी हर्षिता हमेशा के लिए उनसे जुदा हो गई।
पाली शहर के औद्योगिक नगर थाना क्षेत्र में राजेंद्र नगर राधा कृष्ण मंदिर के पास बुधवार सुबह यह दर्दनाक हादसा हुआ। 62 वर्षीय बाबूलाल जांगिड़ बाइक पर मोहल्ले की ही दो बच्चियों हर्षिता (8) और उसकी बड़ी बहन वैष्णवी (12) को स्कूल छोड़ने जा रहे थे। इसी दौरान एक तेज रफ्तार पिकअप ने उनकी बाइक को जोरदार टक्कर मार दी। हादसे में हर्षिता की मौके पर ही मौत हो गई, जबकि बाबूलाल और वैष्णवी गंभीर रूप से घायल हो गए। हादसे की खबर मिलते ही हर्षिता के पिता हेमराज चारण (38) बांगड़ हॉस्पिटल पहुंचे। बेटी का शव देखते ही उनका कलेजा फट पड़ा। बेसुध होकर वे बार-बार चीखते रहे कि मेरी हर्षिता, मेरी गुड़िया… उठ जा…।
परिजन और रिश्तेदार उन्हें संभालते रहे, लेकिन वे खुद को रोक नहीं पाए। बार-बार कहते रहे कि उसने जिद करके झूला मंगवाया था, अब वो झूला कौन झूलेगा…।
हर्षिता कक्षा चार की छात्रा थी। कुछ ही दिन पहले स्वतंत्रता दिवस समारोह में उसने डांस कर सबका दिल जीत लिया था। उसी बेटी को अब परिवार ने अस्पताल की बर्फीली मेज पर निर्जीव देखा। बड़ी बहन वैष्णवी अभी ट्रॉमा वार्ड में है और बहन को खोने के सदमे से बाहर नहीं निकल पा रही। आम तौर पर हेमराज चारण खुद बेटियों को स्कूल छोड़ते थे, लेकिन बुधवार को व्यस्तता के कारण उन्होंने पड़ोसी बाबूलाल से कहा कि वे बेटियों को भी अपने साथ ले जाएं। बाबूलाल राजगीरी और बढ़ई का काम करते हैं। इसी बीच हादसे ने सबकुछ बदल दिया।
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(Udaipur Kiran) / रोहित
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